- फलावदा के दो सगे भाई अकबर और सलमान बंजारा को बी वारंट पर ले गई थी असम पुलिस, लगा सवालिया निशान
- कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी, भागने के प्रयास में मारे गए दोनों तस्कर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: फलावदा के दो लाख के इनामी अंतर्राष्ट्रीय स्तर के दो गो तस्करों अकबर बंजारा और सलमान बंजारा को असम पुलिस ने उस वक्त मुठभेड़ में मार गिराया। जब पुलिस उनको कोर्ट में पेश करने ले जा रही थी। मुठभेड़ में चार पुलिसकर्मी भी घायल बताये जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दोनों गो तस्कर पुलिस की हिरासत से छूटकर भागने का प्रयास कर रहे थे। असम पुलिस गत सप्ताह मेरठ जेल से बी वारंट के आधार पर दोनों भाइयों को लेकर गई थी।
एसपी देहात केशव कुमार ने बताया कि फलावदा पुलिस ने रंगदारी मांगने के मामले में अकबर और उसके दो भाई सलमान और शमीम को गिरफ्तार किया था। उन्हें गत बुधवार को कोर्ट ने जेल भेज दिया था। गुरुवार को असम पुलिस मेरठ आई और एसएसपी प्रभाकर चौधरी को इनाम के दो लाख रुपये सौंप दिए थे।
बाद में असम पुलिस ने अदालत के जरिये दोनों बदमाशों का बी वारंट बनवाया और जेल से लेकर असम चली गई थी। एसपी देहात ने बताया कि असम पुलिस ने अदालत से दोनों बदमाशों से बरामदगी करवाने के लिये सात दिन का पुलिस कस्टडी रिमांड लिया था। जब पुलिस सुबह उनको कोर्ट में पेश करने जा रही थी तभी दोनों भाइयों ने भागने का प्रयास किया। इस पर पुलिस से हुई मुठभेड़ में दोनों गो तस्कर मारे गए।
बताया कि दोनों भाइयों के खिलाफ मेरठ में भी कई मुकदमे दर्ज हैं। गोकशी करने के बाद अकबर बंजारा गो मांस असम से दूसरे राज्यों और बांग्लादेश सप्लाई करता था। वहीं पुलिस ने बताया कि अकबर और सलमान ने मेरठ के अलावा आसपास के जनपदों के अलावा दूसरे प्रदेशों में 300 करोड़ रुपये की संपत्ति एकत्र कर ली थी।
बिजनौर के पास दो साल पहले अकबर और सलमान बंजारा ने 23 करोड़ की जमीन खरीदी थी। पुलिस ने बंजारा की संपत्ति की जानकारी जुटाई है। वहीं पुलिस ने तय कर लिया था कि दोनों गोतस्करों के खिलाफ गैंगस्टर के तहत कार्रवाई कर उनकी संपत्ति को जब्त किया जा एगा। इससे पहले ही असम पुलिस ने दोनों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया।
कोकराझार ले गई थी पुलिस
पुलिस ने बताया कि पांच दिन पहले असम पुलिस दोनों गो तस्करों को मेरठ से कोकराझार ले गई थी। दोनों भाई वेस्ट यूपी के तमाम जनपदों से गायों को उठवा कर असम, मेघालय, वेस्ट बंगाल, मिजोरम तक सप्लाई करते थे। दोनों तस्कर बांग्लादेश तक कंटेनर से गोवंश पहुंचाते थे। इस अंतर्राष्ट्रीय स्तर के गोतस्करों के पीछे असम पुलिस काफी दिनों से पड़ी थी। जब भी असम पुलिस ने यहां दबिश दी दोनों भाई कभी हाथ नहीं आये।
पुलिस मुठभेड़ पर सवाल खड़े कर रहा अकबर का पिता पीरू
असम पुलिस द्वारा मुठभेड़ में मार गिराए गए गो तस्कर अकबर व सलमान का पिता पीरू अपने बेटों को बेगुनाह बताते हुए पुलिस कार्रवाई पर सवालिया निशान लगा रहा है। उसने आरोप लगाया है कि तस्करी के कारोबार से जुड़े रसूखदारों ने कोर्ट में भेद खुलने के भय से उसके बेटों को पेशी से पहले फर्जी एनकाउंटर में मरवाया दिया।
अकबर में सलमान के पिता हाजी पीरु बंजारे ने मीडिया को बताया कि उसके दोनों जवान बेटों की हत्या की गई है। पीरू का कहना है कि असम में पहले वह खुद पशुओं का व्यापार करता था। करीब पांच वर्ष पूर्व कारोबार उसके बेटों ने संभाल लिया था। पीरु बंजारे ने बताया कि असम में कुछ लोगों ने गोवंश पकड़े जाने पर उनके बेटों का नाम ले दिया था। असम में दो मुकदमों के अलावा उनके बेटों पर कोई अपराधिक मुकदमे दर्ज नहीं थे।
फलावदा में पकड़े गए ट्रक से उनका कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन इस मामले में दर्ज किया गया गोकशी का मामला भी उसके बेटों पर फर्जी लगाया गया था। पुलिस ने पड़ोसी राजमिस्त्री महबूब के लेन-देन के विवाद को भी रंगदारी जैसी संगीन धाराओं में दर्ज किया था। जबकि इस विवाद का फैसला हो चुका था। अकबर के पिता द्वारा अपने बेटों के एनकाउंटर को रसूखदार द्वारा कराई गई हत्या करार दिया जा रहा है।
मसीहा बना हुआ था अकबर बंजारा
असम में एनकाउंटर में मारे जाने की खबर फैलते ही अकबर बंजारे के फलावदा स्थित आवास पर काफी लोगों की भीड़ एकत्र हो गई। कई लोग चीखे मारकर अकबर बंजारे द्वारा उन पर किए गए उपकार गिना रहे थे। कस्बे के वृद्ध शानू व अन्य ने बताया कि अकबर ने करीब 50 गरीब की बेटियों की शादी अपने खर्चे से कराई थी। उसने लॉकडाउन के दौरान करीब चार ट्रक राशन गरीबों को बांटा था। कस्बे के हर गली मोहल्ले के सैकड़ों लोगों ने उसके घर से लॉकडाउन में राशन की मदद ली थी। फलावदा तथा आसपास के गरीब उसे मसीहा के रूप में देखते हैं।
एनकाउंटर की खबर से मचा कोहराम
अकबर बंजारा व उसके भाई सलमान का असम पुलिस द्वारा एनकाउंटर किए जाने की खबर मिलते ही उनके परिवार में कोहराम सा मच गया। परिजन पुलिस को कोसते हुए दहाड़े मारकर रोने लगे। बताया गया है कि अकबर की और संतानों में पांच लड़की है। एक लड़की शादी शुदा है। जबकि चार अविवाहित है। पत्नी के अलावा उसके परिवार में तीन बेटे भी हैं। अकबर के बड़े बेटे की आयु 14 तथा सबसे छोटे बेटे की आयु मात्र 1 वर्ष है।
वहीं सलमान के दो बेटे तथा तीन बेटियां हैं। हाजी पीरु ने पेरवी के असम में मोजूद उसके रिश्तेदारों में मंगलवार सुबह बात करके खैरियत बताई थी, लेकिन 11 बजे एनकाउंटर की खबर आ गई। एनकाउंटर में अकबर में सलमान की मौत की खबर के बाद मोहल्ले में कोहराम मच गया। सड़क पर सन्नाटा छा गया। अकबर के आवास पर दुख जताने वालों की भीड़ जमा हो गई।
फलावदा पुलिस ने एनकाउंटर से किया इंकार
असम में अकबर व सलमान की गोली लगने से हुई मौत को लेकर फलावदा पुलिस एनकाउंटर से इंकार कर रही है। एसओ फलावदा वरुण शर्मा ने अकबर के घर पहुंचकर वहां मौजूद हाजी पीरु व नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन सैयद मैराजुद्दीन तथा अन्य लोगों को बताया कि असम में एनकाउंटर की घटना नहीं हुई है।
अकबर और सलमान नक्सली हमले में मौत का शिकार हुए हैं। उनके साथ चार पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। थाना अध्यक्ष वरुण शर्मा ने बात असम के एसपी के हवाले से यह जानकारी देते हुए बताया कि दोनों भाइयों को पुलिस बरामदगी के लिए ले गई थी। इस दौरान नक्सली हमले में उनकी जान चली गई।