- तुरंत करे डिस्कनेक्ट यदि दूसरी ओर से बोल रही हो कोई लड़की
- जवाहर आई हॉस्पिटल के डाक्टर से न्यूड वीडियो अपलोड की धमकी देकर हो चुकी ठगी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: अंजान कॉल खासतौर से यदि वीडियो कॉल हो और उस पर दूसरी ओर से कोई लड़की हो तो तुरंत डिस्कनेक्ट करें, वर्ना साइबर आपका पर्स ही खाली नहीं करेंगे, सुख चैन भी छीन लेंगे। बदनामी होगी सो अलग। ऐसा ही कुछ सदर बाजार थाना क्षेत्र के जवाहर आई हॉस्पिटल के डाक्टर के साथ हुआ। न्यूड वीडियो वायरल करने की धमकी देकर साइबर अपराधियों ने उनसे हजारों की ठगी कर ली। परिवार व समाज में उनकी फजीहत हुई सो अलग।
एसएसपी को आप बीती सुनाने तथा साइबर अपराधियों पर कार्रवाई की गुहार लगाने गुरुवार को वह एसएसपी से मिलने पहुंचे। उन्होंने बताया कि 9 अक्तूबर की देर रात उनके पास एक वीडियो कॉल आयी। बकौल प्रद्युमन नींद में उन्होंने वीडियो कॉल रिसीव कर ली। अगले ही पल दूसरी ओर से एक युवती ने अपने जिस्म से एक-एक कतरन उतार दी। जब तक वह कुछ समझ पाते, तब तक वह साइबर अपराधियों के जाल में फंस चुके थे। कुछ ही देर में उनके पास एक कॉल आयी।
जिसको करने वाले ने खुद को यू-टयूब का स्टाफ बताया, साथ ही न्यूड वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड करने की धमकी देते हुए उनसे बड़ी रकम मांगी गयी। उन्होंने सोचा कि कुछ पैसे देकर यदि बात खत्म होती है तो कोई बात नहीं। वीडियो अपलोड करने की धमकी से वह बुरी तरह डर गए और इज्जत का वास्ता देकर वीडियो अपलोड न करने की गुहार की। उन्होंने रकम ट्रांसफर कर दी और सोचा चलो बला टली, लेकिन उन्हें पता नहीं था कि बला टली नहीं है, बल्कि मुसीबत तो अब शुरू हुई है। एक अन्य कॉल 10 अक्तूबर को आयी,
कॉल करने वाले ने अपना परिचय सीबीआई कर्मी के रूप में दिया और फिर उसी अंदाज में धमकी। इस बार धमकी सीबीआई के नाम पर दी गयी थी। इसलिए वह बुरी तरह घबरा गए। बदनामी और कार्रवाई के डर से मांगी गयी रकम ट्रांसफर कर दी, लेकिन तब तक वह समझ चुके थे कि साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस चुके हैं। इसके बाद उनके पास पुलिस से मदद मांगने के अलावा कोई दूसरा चारा नहीं बचा था। इस मामले को अब पुलिस का साइबर सेल हेंडल कर रहा है।
सावधान रहे साइबर ठगों से
साइबर अपराधियों की हरकतें लगातार बढ़ती जा रही हैं। साइबर ठगों का सबसे बड़ा कारनामा सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी एक रिटायर्ड बैंक कर्मी से 1.74 करोड़ की ठगी का सामने आया था। 1.74 करोड़ की ठगी साइबर अपराधियों का ना तो पहला मामला था और ना ही आखिरी। एसएसपी डा. विपिन ताडा ने बताया कि पुलिस द्वारा बराबर सावधान किए जाने के बाद भी लोग लगातार साइबर अपराधियों के चंगुल में फंस रहे हैं। उन्होंने माना कि साइबर क्राइम की घटनाएं लगातार बढ़ रही है।
सदर के कारोबारी की पत्नी से 3.95 लाख रुपये की ठगी
साइबर अपराधियों ने आॅनलाइन ट्रेडिंग में मुनाफे का झांसा देकर एक महिला से 3.95 लाख रुपये की ठगी कर ली।
पीड़िता ने अपनी रकम वापस मांगी तो अपराधियों ने 11 लाख रुपये की मांग की और रुपये नहीं देने पर झूठे मुकदमे में फंसवाने की धमकी दी। सदर बाजार क्षेत्र के तिलक पार्क निवासी एक कारोबारी की पत्नी के वाट्सएप पर एसएमसी कंपनी का आॅनलाइन ट्रेडिंग सिखाने और मुनाफा कमाने का विज्ञापन आया। उन्होंने जानकारी के लिए विज्ञापन पर क्लिक किया तो उनका मोबाइल नंबर मांगा गया। महिला ने अपना मोबाइल नंबर दे दिया।
इसके बाद उन्हें एसएमसी के वाट्सएप ग्रुप में शामिल कर लिया गया। उसके बाद शिवानी अग्रवाल नाम की युवती का मैसेज आया और उसने महिला को एक आॅनलाइन केवाईसी फॉर्म भेजकर भरवाया। इसके बाद उनकी यूपीआई आईडी से पांच हजार रुपये सुभाष कलेक्शन के नाम पर ट्रांसफर कराए गए। इसके बाद कई बार में अलग-अगल नंबरों पर उनसे 3.97 लाख रुपये म्यूचल फंड खरीदने के नाम पर ट्रांसफर कराए गए।
साइबर सेल में दर्ज कराया मुकदमा
कुछ समय बाद महिला ने रुपये वापस मांगे तो बताया कि उनकी रकम से 15 लाख रुपये के म्यूचल फंड खरीद लिए हैं।
कंपनी को 11 लाख रुपये और अदा कर दो। महिला ने रकम देने से मना किया तो झूठे मुकदमे में जेल भिजवाने की धमकी दी। कंपनी के बारे में जानकारी करने पर ठगी का पता चला। पीड़िता के पति ने साइबर सेल में मुकदमा दर्ज कराया।