- सर्वयूपी ग्रामीण बैंक के बाहर कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन
जनवाणी ब्यूरो |
शामली: भारत सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ सात सूत्रीय मांगों को लेकर सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने हड़ताल करते हुए प्रदर्शन किया। बैंक हड़ताल से जहां से उपभोक्ता परेशान रहे वहीं जनपद में बैंकों को करीब एक करोड़ रुपये का फटका भी लगा है।
केंद्रीय ट्रेड यूनियन के आहवान पर गुरुवार को जिले के बैंकों में एक दिवसीय हड़ताल रही। इस दौरान बैंक कर्मियों ने सर्व यूपी ग्रामीण बैंक के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि सभी केंद्रीय श्रम संगठनों के संयुक्त मंच के आह्वान पर भारत सरकार की श्रम विरोधी और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सात सूत्रीय मागों के लिए एक दिन की राष्टÑीय हड़ताल की जा रही है।
भारत सरकार द्वारा कॉरपोरेट घरानों के पक्ष में श्रम कानूनों में संशोधन कर ट्रेड यूनियन के अधिकार खत्म किए जा रहे हैं। सार्वजनिक उपक्रमों का निजीकरण, बैंकों का निजीकरण किया जा रहा है। जिनका प्रभाव ग्रामीण बैंकों पर भी है। एनएसपी को खत्म कर सभी को पेंशन लागू करने की मांग भी हैं। इसलिए अरेबिया ने इस राष्ट्रीय हड़ताल का समर्थन करते हुए सफल बनाने का आह्वान किया है।
उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक एम्प्लाइज यूनियन के सभी कर्मचारी राष्ट्रीय हड़ताल को सफल बनाने के लिए काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शित करते हुए काम करेंगे और हड़ताल को समर्थन देंगे। इस अवसर पर नीरज कुमार पटेल रविंद्र पटेल, विनोद कुमार, विकास कुमार शर्मा, जुगलाल गौरव, प्रदीप कुमार, हरदीप सिंह आदि उपस्थित रहे।