जनवाणी संवाददाता|
हरिद्वार: जिला प्रशासन ने 14 अप्रैल की मकर संक्रांति स्नान को प्रतिबंधित कर दिया है। जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय ने बताया कि हरकी पैड़ी पर किसी को भी स्नान के लिए नहीं जाने दिया जाएगा।
स्थानीय लोगों के लिए भी हरकी पैड़ी पर स्नान प्रतिबंधित रहेगा। इसके अलावा राज्यों से स्नान करने आने वाले श्रद्धालुओं की भी आवाजाही पर रोक रहेगी। कोरोना और ओमिक्रोन को लेकर ये कदम उठाया गया है।
जिलाधिकारी ने ये भी स्पष्ट किया है कि किसी तरह का सामूहिक आयोजन भी नहीं होगा। कोविड प्रोटोकॉल के तहत पूरी नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
एसओपी का उल्लंघन कर हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है
श्रद्धालुओं के साथ हरकी पौड़ी पर स्थानीय निवासियों के प्रवेश पर भी रोक लगाई गई है
कोरोनावायरस-“ओमीक्रोन” के लगातार बढ़ते मामलों के दृष्टिगत इस बार जिला प्रशासन ने मकर संक्रान्ति के स्नान को प्रतिबंधित किया हुआ है। बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के साथ हरकी पौड़ी पर स्थानीय निवासियों के प्रवेश पर भी रोक लगाई गई है।
जिसके बाद आज डीआईजी/एसएसपी हरिद्वार डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत द्वारा श्रद्धालुओं से अपील की गई है। एसएसपी ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए इस बार मकर संक्रांति के स्नान पर रोक लगाई गई है, जिसके तहत हरकी पौड़ी सहित सभी गंगा घाटों पर स्नान नहीं हो पाएगा।
इसलिए उन्होंने इस मौके पर आने वाले श्रद्धालुओं से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि सभी एसओपी का पालन करें, एसओपी का उल्लंघन कर मकर सक्रांति के दिन हरिद्वार आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।