Thursday, March 28, 2024
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इंस्पेक्टर राज लागू होने से पहले ही सीएम ने कर दिया खत्म, लोगों में दौड़ी खुशी की लहर

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जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गुरुवार को विवाह समारोह को लेकर अप्रत्याशित फैसला आया है। उनके निर्णय के बाद जनता के लिए राहत राहत भरी खबर है। सीएम के फैसले से एक तरह से जो विवाह समारोह पर इंस्पेक्टर राज लागू हुआ था, वह खत्म हो गया। क्योंकि जनता डरी और सहमी हुई थी।

विवाह समारोह में भी लोगों को यह डर सता रहा था कि कहीं पुलिस नहीं आ जाए। पुलिस आ गई तो कार्रवाई हो जाएगी। प्रत्येक विवाह समारोह में लोग डरे हुए थे। निजी प्रोग्राम में इस तरह का भय का वातावरण पुलिस ने तैयार कर दिया था, जिसकी कल्पना नहीं की जा सकती।

क्योंकि मुकदमे भी पुलिस ने दर्ज कर लिये थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंस्पेक्टर राज लागू होने से पहले ही खत्म कर बड़ा फैसला लिया है। मुख्यमंत्री के इस फैसले की जितनी तारीफ की जाए, उतनी ही कम है। सीएम ने जनता की भावनाओं की कद्र की तथा अप्रत्याशित और अच्छा फैसला जनता हित में लिया तो लोगों में खुशी की लहर दौड़ गयी।

हर तरफ इस निर्णय से सीएम की तारीफ हो रही है। क्योंकि दो दिन से जिस तरह से ब्याह समारोह पर भय का वातावरण बना हुआ था। लोग भयभीत थे। सीएम के निर्णय के बाद लोग भय के आवरण से आखिर बाहर निकल गए हैं। क्योंकि जिस तरह का माहौल शहर में पैदा हो गया था, पहले कभी निजी कार्यक्रमों के लिए ऐसा नहीं हुआ।

विवाह समारोह ठाट-बाट से होते थे, लेकिन इन पर भी पुलिस का पहरा लग गया था। पुलिस विवाह मंडपों के चक्कर लगाने लगी थी। दूल्हा घोड़ी पर चढ़ा है और आतिशबाजी कौन कर रहा था? इस पर भी पुलिस निगाहें लगाए थी। इसको लेकर लोग भयभीत थे। कब पुलिस आ जाए।

मैदान में कितने लोग है? बैंड जो बुक किये गए थे, उनकी बुकिंग भी रद कर दी गई थी। वातावरण जिस तरह का तैयार हो गया था, उसको लेकर लोग परेशान थे। क्योंकि लॉकडाउन के बाद से ही जो विवाह समारोह थे, वो टल गए थे। क्योंकि उस दौरान कोई भी कार्यक्रम नहीं हुए। अब विवाह समारोह चालू हुए तो उन पर भी बंदिशें लगा दी गई थी। बंदिशों के बीच विवाह समारोह शुरू हुए, जिनमें पुलिस ने दबंगई दिखानी आरंभ कर दी थी।

शहर में सात मामले कोरोना गाइड लाइन का उल्लंघन करने के विभिन्न थानों में दर्ज कराये गए थे। हर रोज पुलिस मुकदमें दर्ज कर रही थी। ब्याह में एक तरह से इंस्पेक्टर राज लागू हो गया था। इसका संज्ञान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया। सीएम ने इंस्पेक्टर राज का लागू होने से पहले ही खात्मा कर दिया।

उनके इस फैसले से लोगों में खुशी है। उनके इस निर्णय की हर कोई तारीफ कर रहा है। क्योंकि विवाह समारोह पर लगाई गयी बंदिश किसी को भी राज नहीं आ रही है। बंदिशों को लेकर लोगों की नाराजगी बढ़ती जा रही थी। ऐसे हालत में अचानक सीएम के निर्णय ने लोगों की बांछे खिला दी।

जिस तरह से दो दिन भय में लोगों के बीते है, उसकी कल्पना नहीं की जा सकती। क्योंकि पुलिस ने मंडपों पर अपना डंडा घूमाना शुरू कर दिया था। मंडप स्वामियों पर भी मुकदमें दर्ज किये जा रहे थे। मंडपों में नोटिस बोर्ड लगा दिये गए थे। बिना मास्क, हैंड सैनिटाइज किये जा रहे थे।

बैंड नहीं बजाये गए। घोड़ी पर दूल्हा नहीं चढ़ा। कार से दूल्हा मंडप में पहुंचा। चढ़त नहीं हुई। सिर्फ चढ़त के नाम पर रस्म भर पूरी की गई। आतिशबाजी तक नहीं की गई, लेकिन सीएम के निर्णय के बाद अब फिर से मंडपों में रौनक लौटेगी।

आतिशबाजी, बैंडबाजा बजाने पर दो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज

बुधवार की देर रात तक मोदीपुरम हाइवे पर दो अलग-अलग जगह पर शादी समारोह था। देर रात तक आतिशबाजी और बैंडबाजा व डीजे बजाने पर पल्लवपुरम थाना प्रभारी दिग्विजयनाथ शाही ने हरिपाल शर्मा निवासी अम्हेड़ा व सोनू निवासी पचपेंडा भावनपुर के खिलाफ कोविड-19 का उल्लंघन करने पर रिपोर्ट दर्ज की है। किसी ने भी मास्क नहीं पहन रखा था और बैंड व डीजे बजा रखा था। इसके अलावा पुलिस ने दो दिन में 27 लोगों के बिना मास्क के चालान काटकर 21 हजार रुपये का जुर्माना वसूला।

141 (ए) का दिया जाएगा नोटिस

मेरठ: जिन मंडपों व दूल्हा-दुल्हन के परिजनों के खिलाफ महामारी उल्लंघन के मुकदमे दर्ज हुए हैं, उनमें पुलिस 141(ए) के तहत नोटिस भेजकर कार्रवाई की जाएगी। गिरफ्तारी इसमें नहीं की जाएगी। इसमें पुलिस पूरे मामले को कोर्ट में चार्जशीट बनाकर भेज दिया जाएगा। कोर्ट में ही महामारी का उल्लंघन करने पर जुर्माना वसूला जाएगा। जुर्माना कितना लिया जाएगा, ये तय कोर्ट करेगा। पुलिस तो सिर्फ धारा 141(ए) का नोटिस भेजकर प्रक्रिया पूरी करेगी।

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