Friday, March 29, 2024
HomeUttarakhand NewsHaridwarपरम्परागत ज्ञान तथा आधुनिकता के समन्वय से तैयार किए जा सकते हैं...

परम्परागत ज्ञान तथा आधुनिकता के समन्वय से तैयार किए जा सकते हैं बेहतर प्रशिक्षु

- Advertisement -

जनवाणी संवाददाता |

हरिद्वार: परम्परागत ज्ञान तथा आधुनिकता के समन्वय से देश के बेहतर प्रशिक्षुओ को तैयार किया जा सकता है। यही प्रशिक्षु दुनिया मे मेक इन इण्डिया के ब्रांड अम्बेसडर बनकर भारतीय संस्कृति के संवाहक कहलायेगे। गुरूकुल कांगडी फार्मेसी के प्रबंधक डॉ0 भीम सेमवाल ने एम0पी0एड0 तथा बी0पी0एड0 के प्रशिक्षुओं के फार्मेसी भ्रमण के अवसर पर अपने सम्बोधन मे यह बात कही।

गुरूकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा एवं खेल विभाग के एम0पी0एड0 तथा बी0पी0एड0 प्रशिक्षु शिक्षकों ने मेक इन इण्डिया प्रोग्राम के अन्तर्गत गुरूकुल कांगडी फार्मेसी का भ्रमण किया। प्रशिक्षु शिक्षकों ने गुरूकुल फार्मेसी की शोधक एवं औषधी तैयार करने की विधियों को नजदीक से जाना एवं समझा।

आजादी के अमृतकाल मे आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला मे शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के मार्गदर्शन एवं राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद के तत्वावधान मे शैक्षिक उन्नयन के लिए भ्रमण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

जिसमे प्रशिक्षु शिक्षकों ने फार्मेसी का भ्रमण किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ0 शिवकुमार चौहान ने ऐसे व्यवसायिक संस्थानों मे भ्रमण से भारतीय संस्कृति का आधुनिकता के साथ समन्वय देखा जा सकता है। कोरोना जैसी महामारी मे भारत की परम्परागत विधियों के द्वारा देश की विशाल जनसंख्या को सुरक्षित रखने मे बडा योगदान रहा। सम्पूर्ण विश्व आज इस बात को बेहतर समझ सका है कि दुनिया मे भारतीय परम्पराओं के ज्ञान एवं सहयोग के बिना जन कल्याण संभव नही है।

सहसंयोजक डॉ0 कपिल मिश्रा ने जीवन दायक औषधियों एवं आयुर्वेद की वैधता एवं सार्थकता को समझने तथा नई पीढी को भारत के मूल की विद्याओं से रू-ब-रू होने के महत्व का मौका मिलता है। सह संयोजक डॉ0 कपिल मिश्रा ने शैक्षिक भ्रमण की उपयोगिता एवं सार्थकता पर चर्चा की। फार्मेसी के भ्रमण के दौरान दवाओं के भण्डारण से लेकर शोधन विधि, भस्म बनाने की प्रक्रिया, पायोकिल, सिन्दूर तैयार करने की पुरातन विधि तथा घरेलू भटिटयों के माध्यम से शुद्वता का स्तर बढने जैसी अनेक जानकारीयॉ फार्मेसी के सीनियर कैमिस्ट जितेन्द्र पाण्डेय, अवनीश कुमार, आशुतोष चक्रपाणी, अनिल कुमार द्वारा प्रदान की गई।

इस अवसर पर शारीरिक शिक्षा एवं खेल प्रभारी डॉ0 अजय मलिक ने प्रशिक्षु शिक्षकों का मार्गदर्शन भी किया। भ्रमण कार्यक्रम मे डॉ0 प्रणवीर सिंह, सुनील कुमार, डॉ0 अनुज कुमार, अश्वनी कुमार, आदि उपस्थित रहे। डॉ0 भीम दत्त सेमवाल की ओर से सभी प्रशिक्षु शिक्षकों एवं प्राध्यापकों को आवंला मुरब्बा एवं कैंडी भी खिलाई।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments