- ज्योति के सास और ससुर को नहीं पकड़ रही पुलिस
- मृतका के पिता ने कहा दो बच्चियों की जिंदगी अधर में
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एक शिक्षिका के एकतरफा प्यार में फंसे आशीष ने अपनी जीवन साथी ज्योति और दो साल की बेटी भव्या की बेरहमी से दर्दनाक मौत दी थी। पुलिस ने हत्यारोपी आशीष को तो जेल भेज दिया लेकिन नामजद ससुर धन सिंह और सास अनीता के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की। मृतका ज्योति के पिता का कहना है कि दो बच्चियों के बारे में फैसला तभी लेंगे जब वो सास और ससुर को जेल भिजवा देंगे।
मृतका ज्योति के पिता इकबाल ने बताया कि आशीष ने जिस तरह से दरिंदगी दिखाई उसे भगवान माफ नहीं करेगा। ज्योति के साथ न केवल धोखा किया बल्कि अपने घटिया चरित्र को उजागर भी कर दिया। ज्योति और उसकी बेटी को मारने में आशीष और मां बाप का हाथ भी होगा। वहीं आशीष मां बाप का इकलौता बेटा है। बेटी की शादी हो चुकी है। अब सवाल यह उठ रहा है कि दो छोटी बच्चियों का क्या होगा।
11 वर्षीय अवनी और नौ वर्षीय अविका फिलहाल अपनी दादी के घर पर है। किठौली में घर से दादा और दादी लापता है। रिश्तेदारों के भरोसे दोनों बेटियां अपनी मां के बिना रो रोकर वक्त गुजार रही हैं। उनके आंसू पोछने वाला कोई नहीं है। अवनी को दुख इस बात का है कि वो आखिरी बार अपनी मां से बात भी नहीं कर पाई थी क्योंकि जिस वक्त आशीष और ज्योति घर से निकले थे, उस वक्त रात के दो बज रहे थे।
बाकी दोनों बेटियों को सोता हुआ छोड़ कर ज्योति घर से निकली थी और खुद हमेशा के लिये सो गई। अब बेटियों को कौन समझाये कि जो पिता उनको हाथ पकड़ कर स्कूल छोड़ने जाता था, वो ही उसकी मां का कातिल निकला है। बच्चियों के नाना इकबाल अपनी दोनों नातिनों के भविष्य को लेकर चिंतित है और पुलिस पर उंगली उठा रहे हैं बाकी दोनो आरोपी कब पकड़े जाएंगे।