Tuesday, April 16, 2024
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खुद भाजपाइयों ने ऊर्जा मंत्री के सामने व्यक्त किया आक्रोश

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  • मंत्री ने कहा वाहनों को रोकने की इंटेलीजेंस से जांच करवाएं

जनवाणी संवाददाता |

मेरठ: गैरजनपदों की गाड़ियों को चेकिंग के नाम पर रोक कर उनसे अवैध वसूली करने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। शहर की ऐसी कोई सड़क बाकी नहीं रह गई है जिसमें ट्रैफिक पुलिस वसूली करने में न लगी हो, उसके लिये सड़कों पर जाम और अनियंत्रित ट्रैफिक कोई मायने नहीं रखता है।

भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने शुक्रवार को सर्किट हाउस में प्रभारी और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा के सामने यह आक्रोश व्यक्त किया। इस पर प्रभारी मंत्री ने कहा कि गैर जनपदों की गाड़ियों को रोकने का कोई मतलब नहीं बनता है अगर इस तरह की शिकायतें सामने आई तो कार्यवाही की जाएगी। इसके लिये प्रभारी मंत्री ने इंटेलीजेंस मजबूत करने को कहा।

सर्किट हाउस में प्रभारी मंत्री रात साढ़े आठ बजे पहुंचे जहां उनको पार्टी के पदाधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। इसके बाद प्रभारी मंत्री ने पार्टी के सांसद और विधायकों के अलावा पदाधिकारियों से मुलाकात की और उनसे जनपद के बारे में पूछा। उस वक्त डीएम के बालाजी, एसएसपी अजय साहनी, पावर एमडी और एमडीए वीसी आदि मौजूद थे।

भाजपा के क्षेत्रीय प्रवक्ता गजेन्द्र शर्मा ने प्रभारी मंत्री से कहा कि मेरठ की सड़कों मवाना रोड, दिल्ली रोड, रुड़की रोड और हाईवे आदि पर गैरजनपद की गाड़ियों को रोक कर उनसे कागजों की जांच के नाम पर परेशान किया जाता है और बाद में उनसे वसूली करके छोड़ दिया जाता है।

इस तरह की घटनाओं से पार्टी और सरकार का नाम बदनाम हो रहा है। प्रभारी मंत्री ने यह सुनकर कहा वहां मौजूद एसएसपी से कहा कि इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगवाइये। इससे महकमा बदनाम होता है। उन्होंने कहा कि बाहर की गाड़ियों को किसी भी कीमत पर न रोका जाए और अगर कोई पुलिसकर्मी इस तरह की हरकत कर रहा है तो उसकी जांच करवा कर सख्त कार्यवाही की जाए।

भाजपा नेताओं ने जिस तरह से अपने ही सरकार के अधिकारियों की खामियों को उजागर किया उसको देखते हुए प्रभारी मंत्री का तेवर सख्त दिखा। दैनिक जनवाणी इस ज्वलंत मुद्दे को काफी समय से उठाता आ रहा है लेकिन इस पर ट्रैफिक विभाग अंकुश लगाने के बजाय यह कह कर खामोशी अख्तियार कर लेता है कि उनके संज्ञान में इस तरह के मामले सामने नहीं आ रह हैं।

गौरतलब यह है कि प्रदेश के डीजीपी और एडीजी जोन तक कई बार निर्देश दे चुके हैं कि बाहरी गाड़ियों को परेशान किया जाए लेकिन इन आदेशों का ट्रैफिक पुलिस पर कोई फर्क नहीं पड़ता है।

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