- तहसील के अलग अलग स्थानों पर हाईवे मार्ग किए जाम
- जिले के अफसर थाना नजीबाबाद में स्थिति की करते रहे लगातार समीक्षा
जनवाणी ब्यूरो |
नजीबाबाद: किसान भावनाओं के खिलाफ केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेशों के विरोध में किसान यूनियन के विभिन्न संगठनों ने तहसील के अलग अलग स्थानों पर हाईवे जाम कर दिया। जिससे क्षेत्र में चारों ओर नगर में प्रवेश करने वाले वाहन जाम के कारण आगे नहीं बढ़ पाए और हर तरफ वाहनों की लम्बी लाइनें लग गई।
किसान नेताओं ने कहा कि इन अध्यादेशों के माध्यम से सरकार किसानों को खत्म करना चाहती है और पूंजीपतियों के हाथों में बाजार सौंप देने की तैयारी कर रही है। किसान नेताओंं ने कहा कि किसान अध्यादेश वापस होने तक संघर्ष करेंगे।
शुक्रवार को नजीबाबाद-कोटद्वार मार्ग पर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेतृत्व में धरना व प्रदर्शन किया गया। जिसका नेतृत्व अचल शर्मा जिलाध्यक्ष आईटी सेल, इरफान, तसवीर सिंह, सुमित कुमार, हरपाल सिंह, हर्ष चीमा, अरशद, गुरप्रीत सिंह, रजविंदर सिंह, तालिब, राकेश, करण दीप सिंह सुखनागरा, सोनू विर्क, इश्तियाक एडवोकेट, सनी नागरा आदि सैकड़ों की संख्या में किसान शामिल रहे।
भाकियू के प्रांतीय नेता बाबूराम तोमर के नेतृत्व में प्रात:11 बजे से क्षेत्रीय किसानों ने भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर नजीबाबाद- सरवनपुर नेशनल हाईवे-74 जाम किया।
जाम के दौरान पंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू के प्रांतीय नेता बाबूराम तोमर, चौधरी चंद्रपाल सिंह, राजेश सिंह, बाबूराम तलान, दारा सिंह, सूरजपाल, रामपाल सिंह, सीताराम, गजेन्द्र सिंह, धर्म सिंह राजवीर सिंह, हाजी शहजाद अंसारी, फैज अंसारी, मोहम्मद इस्माइल, रईस अंसारी, चौधरी धर्म सिंह, कल्याण सिंह आदि ने राष्ट्रपति से अध्यादेश को वापस लेने की मांग की।
इसके अलावा भाकियू के पदाधिकारियों ने नजीबाबाद-हरिद्वार हाईवे मार्ग पर मोटा महादेव पर जाम लगा दिया। जिसमें सरदूल सिंह, चौधरी बलराम सिंह, संदीप सिंह, ओम प्रकाश, पवन सिंह, सरदार इकबाल सिंह, करण सिंह, रंधावा सिंह, दिगम्बर सिंह आदि ने संबोधित किया।