- सीलिंग की जमीन पर की जा रही थी प्लाटिंग, प्रशासन को लिखा जाएगा पत्र
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी की सख्ती का असर अवैध निर्माणों पर दिखाई देने लगा है। अवैध निर्माण के लिए जिम्मेदार आठ प्राधिकरण कर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई कर दी गई थी। इसके बाद ही बुधवार को एमडीए की टीम गढ़ रोड पर विकसित की जा रही अवैध कॉलोनी में पहुंची, जहां पर ध्वस्तीकरण अभियान चलाया।
एमडीए की टीम को थोड़ा विरोध भी किया, मगर इंजीनियरों ने पुलिस की मदद से लोगों को पीछे हटा दिया तथा ध्वस्तीकरण अभियान जारी रखा। यह कार्रवाई जोन-डी में चली। जोनल प्रभारी तहसीलदार विपिन कुमार सुबह एमडीए से इंजीनियरों की टीम के साथ जेसीबी मशीन लेकर निकले थे।
इंजीनियरों ने पहले मेडिकल थाने पहुंचे, जहां से ध्वस्तीकरण करने से पहले फोर्स ली, इसके बाद इंजीनियरों की टीम गांव सराय काजी स्थित अर्बन सीलिंग की भूमि पर विकसित की जा रही थी अवैध कॉलोनी पर बुलडोजर चलाया। यहां पर अवैध तरीके से प्लाटिंग की जा रही है। जोनल प्रभारी ने जैसे ही ध्वस्तीकरण आरंभ कराया, तभी कुछ लोगों ने मौके पर पहुंचकर विरोध शुरू कर दिया।
विरोध करने वालों को पुलिस ने पीछे किया,जिसके बाद ही फिर से ध्वस्तीकरण का काम चला। बताया गया कि यह अवैध कॉलोनी पांच हजार वर्ग मीटर में फैली हुई थी, जिसमें प्लॉटिंग की गई है। इस पूरी कॉलोनी को बुलडोजर से जमींदोज कर दिया।
कॉलोनी बिल्डर श्याम सिंह तथा राजकुमार की बतायी गयी है। एमडीए अधिकारियों का कहना है कि सीलिंग की जमीन में प्लाटिंग की जा रही थी। इस मामले में एमडीए अधिकारियों की तरफ प्रशासन को भी चिट्ठी लिखी जाएगी। इस कार्रवाई के दौरान अवर अभियंता संजीव तिवारी तथा कर्मचारी भी मौजूद रहे।