- तीसरे दिन धरने पर डटे रहे अतुल, दिनभर लगा रहा लोगों का तांता, कई संगठनों ने दिया समर्थन
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: प्राइवेट स्कूलों में शिक्षा के नाम पर और प्राइवेट अस्पतालों इलाज के नाम पर मोटी रकम वसूली के विरोध में सरधना विधायक अतुल प्रधान शनिवार को तीसरे दिन भी अपने हजारों समर्थकों के साथ भामाशाह मैदान में धरने पर डटे रहे। दशहरे पर जहां रावण, कुंभकरण व मेघनाद के पुतले दहन किए गए, वहीं धरनास्थल पर बुराइयों का प्रतीक मानते हुए लूट खसोट करने वाले प्राइवेट स्कूलों और प्राइवेंट अस्पतालों के पुतले फूंके गए। प्रशासनिक अधिकारियों से अतुल प्रधान से वार्ता की विफल रही। अतुल ने मांगों पर अडिग रहे। धरनास्थल पर लोगों दिनभर तांता लगा रहा। कई सामाजिक संगठनों ने धरने का समर्थन किया।
सपा विधायक अतुल प्रधान द्वारा हजारों समर्थकों के साथ गुरुवार से भामाशाह मैदान में महंगी शिक्षा और महंगी चिकित्सा के विरोध में घेरा डाला डेरा डालो आंदोलन चलाया जा रहा है। प्रशासन द्वारा भामाशाह मैदान में 24 घंटे धरना प्रदर्शन की अनुमति समाप्त होने के बाद भी अतुल प्रधान लगातार तीसरे दिन भी धरने पर डटे रहे। अतुल ने आंदोलन को लंबा चलाने का ऐलान किया और अपने समर्थकों से अपनी कमर मजबूत रखने का आह्वान किया। तीसरे दिन भी भामाशाह मैदान में सुबह से ही लोगों का पहुंचना शुरू हो गया था। कोई ट्रैक्टर ट्रॉलियों, प्राइवेट बसों और कारों से लोग धरने पर पहुंचे। दिनभर धरनास्थल पर हजारों की भीड़ जुटी रही।
धरनास्थल पर अतुल प्रधान ने कहा कि प्राइवेट चिकित्सकों और प्राइवेट अस्पतालों में इलाज के नाम पर मरीजों से खुली लूट की जा रही है। डाक्टरों द्वारा अनाप शनाप जांच कराई जाती हैं, सस्ती दवाइयों को अत्याधिक रेटों पर दिया जाता है। नर्सिंग होम और जांच लैब में व जांच सेंटरों में खुली लूट चल रही है। उन्होंने कहा कि सरकार सबकी संपत्ति की जांच करा रही है, लेकिन प्राइवेट डाक्टरों की संपत्ति की कोई जांच नहीं होती। उनकी जांच करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राइवेट स्कूल, कालेज और महाविद्यालयों व इंस्टीट्यूटों में फीस के नाम पर खुली लूट चल रही है। अनेक मदों के नाम पर लूटा जा रहा है। इन स्कूल, कालेज व इंस्टीटयूट संचालकों की संपत्ति की भी जांच होनी चाहिए।
वार्ता विफल, आज कलक्ट्रेट कूच करेंगे अतुल
सरधना विधायक अतुल प्रधान ने पूर्व में 10 अक्टूबर को महंगी शिक्षा व महंगा इलाज के विरोध में कलक्ट्रेट में घेरा डालो डेरा डालो धरने का ऐलान किया था। प्रशासन ने अुतल को कलक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी। उन्हें भामाशाह मैदान में धरना देने के लिए 24 घंटे की इजाजत दी गई थी। जिसकी समय सीमा शुक्रवार की सुबह को पूरी हो गई थी। 13 अक्टूबर से भामाशाह मैदान में केसी नायडू क्रिकेट सिरीज शुरू होने जा रही है। उक्त खेल के आयोजक मैदान में धरना प्रदर्शन की वजह से खेल में व्यवधान होने की आशंका है।
खेल में व्यवधान होने पर उक्त क्रिकेट का टूर्नामेंट निरस्त हो सकता है, ऐसा हुआ तो मेरठ पर यह बदनुमा दाग लग जाएगा और आगे यह खेल प्रतियोगिता होनी मुमकिन नहीं हो सकेगी। इसको लेकर प्रशासन चिंतित हैं। शनिवार की शाम एडीएम सिटी व एसीएम सिविल लाइन धरनास्थल पर पहुंचे और अतुल प्रधान से वार्ता की। उन्होंने अतुल से धरना समाप्त करने का आग्रह किया। अतुल ने दो टूक कहा कि वह धरना खत्म नहीं करेंगे, लेकिन उन्हें लगा कि उनके धरने से खेल के आयोजन में कोई दिक्कत हो रही है तो वह धरने को कलक्ट्रेट में शिफ्ट कर देंगे।
रोहित सरदाना के गीतों पर झूमे श्रोता
भामाशाह मैदान में चल रहे सरधना विधायक अतुल प्रधान के धरने को तीसरे दिन अनेक संगठनों से समर्थन दिया। हरियाणवी गायक रोहित सरदाना ने समर्थन दिया। उन्होंने सारे माफिया मौन हैं, यहां एक ही डॉन है, ये है यूपी से प्रधान यहां गोली गोली चाले से गीत गाया। इस गीत को सुनकर श्रोता झूम उठे। रोहित ने अतुल प्रधान द्वारा उठाए गए कदम की सराहना की और शीघ्र पुन: अपने समर्थकों के साथ धरने पर आने का भरोसा दिलाया। इसके बाद भारतीय किसान मजदूर संगठन ने समर्थन दिया। वीवर्स वेल्फेयर एसोसिएशन ने भी समर्थन दिया। इसके अलावा कई संगठनों ने समर्थन दिया।
पोस्ट कार्ड लिखवाकर राष्ट्रपति को भेजेंगे
प्राइवेट स्कूलों व प्राइवेट अस्पतालों में अनाप शनाप वसूली के विरोध में विधायक अतुल प्रधान द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन में अब पोस्टकार्ड की भी एंट्री होगी। अतुल प्रधान ने बताया कि वह एक लाख घरों में पोस्टकार्ड भेजेंगे। लोगों की प्राइवेट स्कूल कालेज व प्राइवेट नर्सिंग होमों व प्राइवेट डाक्टरों को लेकर अपनी राय पोस्टकार्ड पर लिखकर राष्ट्रपति को भजेंगे।
छात्र नेताओं पर फर्जी मुकदमे का उठाया मुद्दा
विधायक अतुल प्रधान ने पिछले दिनों चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में फर्जी मुकदमे छात्र नेता अक्षय बैंसला और शान मोहम्मद को जेल भेजने का मुद्दा उठाया। कहा कि अक्षय व शान को इसलिए जेल भेजा गया क्योंकि वे विश्वविद्यालय में छात्रों की आवाज उठाते हैं, इसलिए उन्हें तीन महीने जेल काटनी पड़ी। जेल भेजने से कुछ नहीं होने वाला। हमने भी आंदोलन में झूठे मुकदमों में 10 बार जेल काटी। इससे डरने की जरूरत नहीं।
हजारों लोगों ने पढ़ा जनवाणी
जनवाणी द्वारा सरधना विधायक द्वारा चलाए जा रहे आंदोलन की हर पहलू से विस्तार के साथ प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किए जा रहे हैं। इसको लेकर धरने पर बैठने वाले लोग बेहद खुश हैं। शनिवार को धरने पर बैठने वाले लोगों के बड़ी संख्या में जनवाणी की प्रतियां मंगाई गर्इं। जनवाणी देखते ही लोग उसमें समाचार पढ़ने के लिए टूट पड़े। हजारों लोगों ने जनवाणी को पढ़ा और उसमें प्रकाशित खबर के लिए जनवाणी प्रबंधन का आभार जताया। अतुल प्रधान ने माइक से जनवाणी की कवरेज को शानदार बताया और कहा कि जनवाणी आम जनता की आवाज को बेबाकी से निर्भीकता से बुलंद कर रहा है।