जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: चीन समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना मामलों में उछाल के बाद केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने लगातार तीसरे दिन राज्यों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की। उन्होंने शुक्रवार को सभी राज्यों को सतर्क व सावधान रहने तथा कोरोना प्रबंधन के इंतजाम के निर्देश दिए।
डॉ. मंडाविया ने राज्यों को कोविड-19 प्रबंधन के लिए सभी तैयारियां रखने की सलाह दी है। बैठक में राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों को सहयोग की भावना से काम करने की जरूरत है, जैसा कि पिछली बार कोरोना केसों में उछाल के दौरान किया था।
बैठक में मंडाविया ने कोरोना की रोकथाम की तैयारियों को लेकर चर्चा की। इसके साथ ही केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों को चिट्ठी लिखकर खास निर्देश जारी किए हैं। सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को आने वाले त्योहारों और नए साल के जश्न को ध्यान में रखते हुए सलाह दी।
MoHFW directs all States/UTs to focus on 'Test-Track-Treat &Vaccination' and adherence of COVID19 appropriate behaviour of wearing mask, maintaining hand hygiene and physical distancing, considering the upcoming festival season and new year celebrations pic.twitter.com/YiNrXKe6mW
— ANI (@ANI) December 23, 2022
इन बातों का रखें खयाल
राज्यों को ‘टेस्ट-ट्रैक-ट्रीट एंड वैक्सीनेशन’ पर ध्यान केंद्रित करने, लोगों को मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने, हाथों को साफ रखने, शारीरिक दूरी बनाए रखने तथा कोविड-19 अनुकूल व्यवहार का पालन करने का निर्देश दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोविड प्रबंधन के लिए रणनीति बनाई जा चुकी है। उन्होंने राज्यों को निगरानी प्रणाली मजबूत करने की सलाह देते हुए कोविड टेस्ट बढ़ाने और अस्पतालों में बुनियादी ढांचे के लिए सारी तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
आरटी-पीसीआर, एंटीजन टेस्ट बढ़ाएं
- केंद्र की एडवायजरी में राज्यों से कहा गया है कि हर जिले में कोविड नियमों के तहत आरटी-पीसीआर और एंटीजन टेस्ट बढ़ाएं।
- नए वेरिएंट का समय से पता लगाएं। ज्यादा से ज्यादा नए केसों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराएं।
- अस्पतालों में कोविड से निपटने के संसाधनों और स्टाफ को तैयार रखें। तैयारियों का जायजा लेने के लिए पूर्वाभ्यास करें।
- बूस्टर डोज के लिए जागरूकता अभियान चलाएं।
- बाजारों में भीड़ नहीं बढ़ें इसके इंतजाम करें। सभागृह में होने वाले कार्यक्रमों में मास्क अनिवार्य करें। इसमें व्यावसायिक संगठनों की मदद ली जाए।
- अस्पतालों में भर्ती श्वास रोगियों, श्वसन तंत्र के संक्रमितों और एनफ्लुएंजा के मरीजों पर खासतौर से नजर रखें। इन मरीजों की जानकारी रोज आईएचआईपी पोर्टल पर दें।