Tuesday, January 7, 2025
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पैरों में छम-छम, जुबां पर बम-बम, मंजिल की ओर बढ़ रहे शिवभोले

  • एनएच-58 से 50 लाख से अधिक जा चुके कांवड़िये
  • शिवभक्तों की संख्या में कई गुना हुआ इजाफा, डाक कांवड़ियों की टोली भी हुई शुरू

जनवाणी संवाददाता |

मोदीपुरम: सावन माह में कांवड़ यात्रा अपने पूरे चरम पर है। सावन माह में शिवभक्त गंगातट पर कलश में गंगाजल भरते हैं और उसको कांवड़ पर बांध कर कंधों पर लटका कर अपने-अपने इलाके के शिवालय में लाते हैं और शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करते हैं। कांवड़ यात्रा को लेकर शिवभक्तों में खासा उत्साह देखने को मिलता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कांवड़ यात्रा करने से भगवान शिव सभी भक्तों की मनोकामना पूरी करते हैं और जीवन के सभी संकटों को दूर करते हैं। पुराणों में बताया गया है कि कांवड़ यात्रा भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे सहज रास्ता है।

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माना जाता है ऐसा करने से शिव भगवान प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तो की मनोकामना पूरी करते है। सुख और समृद्धि की कामना करते हुए भक्त कांवड़ यात्रा के लिए जाते है। कांवड़ यात्रा काफी कठिन होती है। इस यात्रा में कई नियमों का पालन करना पड़ता है।

एनएच-58 पर आस्था के सैलाब में शिवभक्तों की भीड़ उमड़ गई। हरिद्वार से जल लाने वाले शिवभक्त अपनी-अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे है। इस बार शिवभक्तों की तादाद में कई गुना इजाफा हुआ है। खुफिया तंत्र की माने तो अब तक 50 लाख से अधिक शिवभक्त इस हाइवे से गुजर चुके हैं। अभी इस यात्रा में एक दिन शेष है।

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संभावना व्यक्त की जा रही है कि इस बार यह आंकड़ा एक करोड़ को पार करेगा। आस्था के इस सैलाब में पैदल जल लाने वाले शिवभक्तों की भीड़ के अ लावा अब टोलियां बनाकर डाक कांवड़ लाने वाले की भी भीड़ शुरु हो गई है। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को दिन भर डाक कांवड़ लाने वाले लोगों की भीड़ हाइवे पर रहेगी। आस्था के इस सैलाब में श्रावण माह में हर वर्ष लगातार बढ़ोतरी हो रही है।

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इस वर्ष कई गुना शिवभक्तों की तादाद में बढ़ोतरी हुई है। माना जा रहा है कि इस वर्ष लगभग डेढ़ करोड़ से अधिक शिवभक्त हरिद्वार से जल लाएगें। खुफिया तंत्र की माने तो उनका स्पष्ट कहना है कि अभी यात्रा में एक दिन शेष है और 50 लाख से अधिक शिवभक्त हाइवे से गुजर चुके हैं। आस्था के इस मेले में भगवान भोले नाथ का गुणगान करते हुए शिवभक्त अपनी मंजिल की ओर बढ रहे है।

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हालांकि शिवभक्तों की सेवा में हाइवे पर जगह-जगह शिविर भी लगे हुए हैं। शिवभक्तों की लोग आवभगत भी खूब कर रहे हैं, लेकिन इस बार जहां प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद नजर आया है। वहीं, हाइवे पर किसी भी तरह की कोई असुविधा शिवभक्तों को न हो इसके लिए भी हाइवे पर पूरी तरह से अलर्ट घोषित किया गया।

डाक कांवड़ का भी बढ़ रहा लगातार प्रचलन

डाक कांवड़ का प्रचलन हर वर्ष बढ़ रहा है। टोलियां बनाकर शिवभक्त हरिद्वार से डाक कावंड लाते हैं। यह डाक कांवड़ 10 से 15 घंटे और 24 घंटे के अलावा अन्य समय भी रखा जाता है। इस डाक कांवड़ में शिवभक्त एक-दूसरे से जलकर लेकर अपनी मंजिल की ओर बढ़ते हैं। इसलिए हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी डाक कांवड़ लाने वालों की तादाद बढ़ी है। शुक्रवार को डाक कांवड़ लाने वालों की भीड़ हाइवे पर दिखाई देगी।

आस्था का मेला, लाखों खर्च कर ला रहे कांवड़

आस्था के इस मेले में हाइवे पूरी तरह केसरियां रंग में रंग गया है। हरिद्वार से जल लाने वाले शिवभक्त रंग-बिरंगी पोशाकों में नाचे-गाते हुए आगे बढ़ रहे हैं। केसरिया रंग में रंगे शिवभक्त हिंदुस्तान की तरक्की का जयघोष करते हुए नजर आ रहे हैं। भगवान भोलेनाथ का जयघोष करते हुए अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं।

इस आस्था के मेले में इस बार कई चीजे देखने को मिल रही है। ट्रैक्टर-ट्रॉली और बड़ी गाड़ियों में बड़े-बड़े डीजे लगाकर शिवभक्त लाखों रुपये खर्च कर अपनी-अपनी मन्नते पूरी करने के लिए हरिद्वार से जल उठाकर ला रहे हैं। कोई शिवभक्त परिवार के साथ गया कोई अपनी मित्र मंडली के साथ हरिद्वार से जल ला रहा है।

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नाचते गाते हुए अपनी मंजिल की ओर बढ़ रहे हैं। वहीं, हाइवे पर जगह-जगह शिवभक्तों का इस बार पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत भी हो रहा है। जगह-जगह उनकी सेवा में भंडारे भी लगे हुए हैं और शिवभक्तों की खूब सेवा कर रहे हैं। शिवभक्तों क ो किसी भी तरह की तकलीफ न हो। इसके लिए भी जगह-जगह चिकित्सा शिविर भी लगे हुए हैं।

कांवड़ियों की सेवा में जुटे श्रद्धालु

एनएच-58 पर इन दिनों आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। हरिद्वार से लाखों की संख्या में कांवड़िये गुजर चुके हैं। कांवड़ सेवा शिविरों में लोग कांवड़ियों की सेवा के लिए पलक पावडेÞ बिछाए बैठे हैं। अधिकतर कांवड़िये गुरुवार की मध्यरात्रि तक मंजिल के नजदीक पहुंचने शुरू हो गए हैं। ट्रैफिक व्यवस्था बेहद खराब दिखाई दे रही है। जिस पटरी पर कांवड़िये चल रहे हैं, उसी मार्ग पर दुपहिया एवं चार पहिया वाहन खूब दौड़ते देखे गए हैं।

उधर, गुरुवार को हाइवे पर जिधर से कांवड़िये अपनी मंजिल की तरफ बढ़ रहे थे। वहीं, दूसरी ओर हरिद्वार से डाक कांवड़ लाने के लिए बाइक एवं चार पहिया वाहनों में सवार कांवड़िये हरिद्वार की ओर जा रहे थे। जिसमें हाइवे पार करने के लिए लोगों को काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। हाइवे से अब तक लाखों की संख्या में कांवड़िये अपनी मंजिल की तरफ बढ़ चुकी है, जोकि शिवालयों के नजदीक तक पहुंच चुका है।

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