- नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के बाद चौकाने वाले तथ्य आए सामने
- मेरठ में भी 20 प्रतिशत से अधिक महिलाएं है मोटापे की शिकार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: महिलाओं में मोटा आजकल एक आम समस्या है। आंकड़ों पर गौर करे तो मेरठ में 20 प्रतिशत से अधिक महिलाएं मोटापे की शिकार है। गौर करने वाली बात यह है कि हाल ही में औरतों में मोटापे को लेकर एक सर्वे सामने आया हैं,
जिसमें पता चला है कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अधिक मोटापे का शिकार हो रही है। 2019 और 2021 के आंकड़ों की तुलना करने पर पाया गया है कि राष्ट्रीय स्तर पर एक चौथाई महिलाएं मोटापे से ग्रस्त हैं, जोकि पुरुषों के मुकाबले ज्यादा है।
मोटापा वो समस्या है जिससे लोग शायद सबसे ज्यादा परेशान है। महिलाओं में फास्ट फूड को लेकर बढ़ती दीवानगी, बिना सिस्टम वाला लाइफ स्टाइल और एक्सा साइज से दूरी महिलाओं को लगातार मोटापे का शिकार बना रही हैं, जो समस्या पहले केवल शहरों में थी वह अब गांव देहात में भी सामने आने लगी है। इसी बीच एक नया सर्वे सामने आया हैं, जिसमें पता चला है कि अब पुरुषों के मुकाबले महिलाएं मोटापे का अधिक शिकार हो रही है।
इनका है कहना
डाइटिशियन डॉ. भावना गांधी का कहना है कि मोटापा बढ़ने का सबसे बड़ा गलत खानपान और खराब लाइफ स्टाइल है। पिछले दो सालों में लोगों में यह समस्या ज्यादा बढ़ी है। फिजिकल एक्टिीविटीज काफी कम हो गई है। सोशल मीडिया का प्रयोग भी बढ़ गया है।
लोग घंटों फोन और लैटपटॉप के सामने रहते है। अधिकांश महिलाएं आय दिन बाहर के खाने को आॅनलाइन मंगा रही है। खाने में कार्बोहाइड्रेंट और वसा का सेवन का ज्यादा कर रहे है। जिसकी वजह से महिलाओं में लगातार मोटापे की समस्या बढ़ रही है।
वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. जया जैन का कहना है कि मोटापा कई बीमारियों को जन्म देता है। मोटापे की वजह से शारीरिक और मानसिक कई तरह की बीमारियां हो सकती है। मोटापे के कारण सीढ़िया चढ़ने पर भी महिलाओं की सांस फूलने लगती है। मोटापा कम करने के लिए लाइफ स्टाइल में बदलाव की जरूरत है।
जिसके लिए समय पर भोजन, खाने में हरी सब्जियों का सेवन आदि करना चाहिए। डॉ. जया जैन का कहना है कि महिलाओं में पीसीओडी की समस्या की वजह से भी मोटापा अधिक बढ़ रहा है। पीसीओडी की वजह से महिलाओं को हार्मोन असंतुलित होने की शिकायत होती हैं, जोकि महिलाओं में वजन बढ़ने का मुख्य कारण है।
इस प्रकार किया जा सकता है मोटापे को नियंत्रित
- रोजाना व्यायाम करे।
- बाहर के खाने से बचे
- रात का खाना हल्का ले।
- चीनी और मेदा को डाइट में शामिल न करें।
- भोजन समय पर करे और नाश्ते को कभी न छोड़े।
- भोजन में सलाद, ओट्स और ड्राई फ्रूटस शामिल करें।