- जनवाणी की खबर का आला अफसरों ने लिया संज्ञान, एक्सईएन को लगाई फटकार
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: आखिर भ्रष्ट अधिकारी का गुमान टूट ही गया। जो एक्सईएन दो माह से बिजली कनेक्शन देने को तैयार नहीं थे, वहीं काले कारनामे खुलने के बाद बैकफुट पर आ गए। ‘जनवाणी’ ने खबर प्रकाशित कर एक्सईएन के कारनामे उजागर कर दिये थे, जिसको लेकर ही ऊर्जा निगम के आला अफसरों ने संज्ञान लेते हुए एक्सईएन प्रवीण कुमार को फटकार लगाई और पीड़ित का बिजली कनेक्शन चालू करने के लिए कहा।
आखिर एक्सईएन की हेकड़ी निकल ही गई और एक्सईएन बैकफुट पर आ गए। दरअसल, हाईकोर्ट के आदेशों की अवमानना के मामले और उनके काले कारनामों की जब जानकारी ऊर्जा निगम के आला अफसरों को लगी तो अफसर भी हरकत में आ गए। अधिकारियों के कड़े रुख के बाद आखिर एक्सईएन का गुमान टूट ही गया।
हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद बिजली का कनेक्शन नहीं देने वाले एक्सईएन प्रवीण कुमार शनिवार को बैकफुट पर आए। ‘जनवाणी’ में जैसे ही हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना की खबर प्रकाशित हुई तो ऊर्जा निगम के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में परतापुर एसडीओ ने पीड़ित देवराज सिंह को अपने आॅफिस बुलाया और कहा कि आपके घर पर बिजली कनेक्शन लगा दिया जाएगा, इसके लिए कुछ सरकारी फीस जमा करनी होगी, उसे तत्काल जमा कराओ…।
पीड़ित देवराज ने तत्काल फीस जमा कराई और इसके बाद ही फिर से देवराज की फाइल पर ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने काम शुरू कर दिया। अब कहा है कि सोमवार को देवराज के घर पर बिजली का मीटर लगाते हुए कनेक्शन चालू कर दिया जाएगा। इसके बाद ही देवराज अपने घर लौट गए। दरअसल, हम जिस की बात कर रहे हैं। वह मामला उस देवराज सिंह का है जो एक माह पहले बिजली का कनेक्शन डिस्कनेक्ट करने पर हाईकोर्ट में चले गए थे।
हाईकोर्ट से आदेश हुआ कि 21 दिन के भीतर शताब्दीनगर स्थित पंचवटी कॉलोनी में रहने वाले देवराज सिंह के घर बिजली का कनेक्शन चालू किया जाए। इसके बाद ही देवराज हाईकोर्ट के आदेश लेकर एक्सईएन प्रवीण कुमार से मिला, लेकिन उन्होंने बिजली का कनेक्शन लगाने से मना कर दिया था।
लगातार देवराज को परेशान किया गया। इसी बीच देवराज मामले को लेकर ऊर्जा निगम के एमडी के पास पहुंचे तथा उनको हाईकोर्ट के आदेश की छाया प्रति दी। एमडी ने यह माना कि बिजली कनेक्शन नहीं लगाने पर हाईकोर्ट की अवमानना हो सकती है, मगर बिजली कनेक्शन एमडी के कहने के बाद भी एक्सईएन प्रवीण कुमार ने नहीं लगाया। इस पूरे प्रकरण को ‘जनवाणी’ समाचार पत्र ने प्रमुखता से शुक्रवार के अंक में प्रकाशित किया,
जिसके बाद ही ऊर्जा निगम के अधिकारियों की गहरी नींद टूटी और शनिवार को पूरा अमला सक्रिय नजर आया। जिस देवराज सिंह को ऊर्जा निगम के अफसरों के आॅफिस की चौखट पर फटकार लगती थी, पूरा-पूरा दिन आॅफिस के बाहर बैठाकर रखा जाता था, उसी देवराज को तलाशते हुए ऊर्जा निगम की एक टीम उनके घर पहुंची तथा देवराज से बिजली कनेक्शन के बारे में बातचीत की और कहा कि आप एसडीओ आॅफिस आ जाए।
आपके घर का बिजली कनेक्शन तत्काल लगाया जाएगा। ऐसे अधिकारियों ने आदेश दिये हैं। इसके बाद देवराज सिंह एसडीओ परतापुर के आॅफिस में पहुंचे और कनेक्शन लगाने की मांग की। एसडीओ की तरफ से कहा गया कि आप इसकी पहले रशीद कटवाये। इसके बाद आपका कनेक्शन सोमवार तक मीटर के साथ चालू कर दिया जाएगा, जिसके बाद ही देवराज सिंह ने बाकायदा कनेक्शन लेने के लिए फीस जमा कराए और अब सोमवार को कनेक्शन लगाने का वादा ऊर्जा निगम के अधिकारियों ने किया है।
एक्सईएन की सम्पत्ति की विजीलेंस से जांच की मांग
मेरठ: शहर की एनजीओ और समाजसेवियों ने भ्रष्ट एक्सईएन प्रवीण कुमार की काली कमाई से एकत्र की गई आय से अधिक सम्पत्ति की जांच कराने की मांग मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की हैं। शहर के एनजीओ और समाजसेवियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी शिकायत में कहा है कि सीएम के जीरो टोलरेंस के वादे को ये अधिकारी पलीता लगा रहे हैं। इनकी विजिलेंस से संपत्ति की जांच कराई जाए।
हाल ही में मुख्यमंत्री ने कहा था कि जीरो टोलरेंस के साथ अधिकारी काम करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्पष्ट कर चुके हैं कि अधिकारी बेहद ईमानदारी के साथ काम करें। यदि कोई भी भ्रष्टाचार में संलिप्त मिलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भी एक्सईएन प्रवीण कुमार बाज नहीं आ रहे हैं। इस तरह के कई शिकायत उनके खिलाफ आ रही हैं। विजीलेंस से एक्सईएन की सम्पत्ति की जांच कराने की मांग की गई हैं, ताकि ऊर्जा निगम में जीरो टोलरेंस के साथ काम किया जा सके।