नमस्कार, दैनिक जनवाणी डॉटकॉम वेबसाइट पर आपका हार्दिक स्वागत और अभिनंदन है। जनवरी शुरू होते ही सनातन धर्म में त्योहारों की बरसात हो जाती है। जिसमें मकर संक्रांति से लेकर बसंत पंचमी का त्योहार भी शामिल है। उसी तरह सिखों का मुख्य त्योहार लोहड़ी भी एक प्रमुख पर्व है। यह त्योहार सिखों के साथ साथ उत्तर भारत में भी मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा में बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लोहड़ी के दिन रात को आग जलाई जाती है और उस आग के चारों ओर परिक्रमा की जाती है। परिक्रमा करते समय आग में तिल,गुड़,गजक,रेवड़ी और मूंगफली चढ़ाई जाती हैं।
साथ ही लोहड़ी का त्योहार किसानों के लिए बहुत खास होता है। इस त्योहार के पावन पर्व पर नई फसल को काटी जाता है। कटी हुई फसल को सबसे पहले अग्नि यानि लोहड़ी की आग में अर्पित किया जाता है। अग्नि को भोग लगाने के बाद उसकी परिक्रमा करके सभी अपने सुखी जीवन की कामना करते हैं। तो चलिए जानते हैं लोहड़ी की पूजन विधि..
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इस विधि से करें लोहड़ी का पूजन
- लोहड़ी के दिन भगवान श्रीकृष्ण, मां आदिशक्ति और अग्निदेव की विशेष रूप से पूजा की जाती है।
- लोहड़ी के दिन घर में पश्चिम दिशा में मां आदिशक्ति की प्रतिमा या फिर चित्र स्थापित करें और सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- इसके बाद प्रतिमा पर सिंदूर चढ़ाएं।
- भोग में रेवड़ी और तिल के लड्डू चढ़ाएं। इसके बाद सूखा नारियल लेकर उसमें कपूर डालें।
- उसके बाद अग्नि जलाकर उसमें तिल के लड्डू, मक्का और मूंगफली अर्पित करें।
- इसके पश्चत लोहड़ी की 7 या 11 बार परिक्रमा करें।
- ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से लोहड़ी की कृपा हमेशा बनी रहती है और धन-धान्य की कभी कभी नहीं होती है।
लोहड़ी पर करें इन सामाग्रियों को शामिल
- आदिशक्ति की प्रतिमा
- तेल
- दीपक
- सिंदूर
- तिल
- सूखा नारियल
- कपूर
- मक्का
- मूंगफली
- रेवड़ी