- कांधला ब्लॉक क्षेत्र में शांतिपूर्वक हुआ मतदान
जनवाणी संवाददाता |
कांधला: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में कांधला विकास खंड में शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न हो गया। चुनाव के दौरान कहीं से भी किसी प्रकार के झगडे की कोई सूचना नही मिली। इस दौरान जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने संवेदनशील बूथों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
सोमवार को विकास खंड की 33 ग्राम पंचायतों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर सुबह से ही मतदाताओं में उत्साह नजर आया। साथ ही, बूथों पर लम्बी-लम्बी लाइनें देखने को मिली। दोपहर के समय जिलाधिकारी जसजीत कौर व पुलिस अधीक्षक सुकीर्ति माधव कांधला देहात के श्री 105 अनन्तमती जैन कन्या जूनियर हाईस्कूल में बने बूथ नंबर 280 व 281 पर पहुंचें। वहां पर उन्होंने मतदाताओं से बात कर शांतिपूर्वक मतदान करने की अपील की।
उन्होंने सभी से मास्क का प्रयोग कर कोविड 19 के नियमों का पालन करने की अपील करते हुए पीठासीन अधिकारियों से बात की। उसके बाद गांव गढीदौलत, गांव गंगेरू, इस्सोपुर टील, डुढार आदि गांवों में बनाए गए मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। विकास खंड के सभी गांवों में शांति पूर्वक मतदान किया गया। दोपहर के समय तेज धूप के साथ मतदान की गति थोड़ी धीमी रही।
किन्तु शाम के समय धूप कम होने के साथ एक बार फिर बूथों पर मतदाताओं की लाईने देखने को मिली। कांधला ब्लॉक क्षेत्र में प्रात: 9 बजे तक 24 प्रतिशत मतदान हुआ, जो दोपहर एक बजे बढ़कर 33 प्रतिशत पर पहुंच गया। अपराह्न 3 बजे तक ब्लॉक क्षेत्र में 45.5 प्रतिशत मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर चुके थे।
मतदान प्रभावित करने पर तीन हिरासत में लिए
क्षेत्र के गांव इस्लामपुर घसौली में ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी कि गांव में कुछ लोग फर्जी मतदान करने का प्रयास कर रहे हैं। वह ग्रामीणोंं को वोट नहीं डालने दे रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने गांव में पहुंच कर मतदान को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे तीन लोगों को हिरासत में लिया।
जिड़ाना फर्जी मतदान के लगाए आरोप
क्षेत्र के गांव असदपुर जिडाना में दर्जनों दंगा विस्थापितों ने थाना प्रभारी निरीक्षण को उनकी वोट डाल दिए जाने की शिकायत की। दंगा विस्थापित कय्यूम, अकबर, मोहसीन, राजू आदि दर्जनों लोगों ने थाना प्रभारी निरीक्षक को बताया कि 2013 में हुए दंगे के बाद वह गांव असदपुर जिडाना में आकर बस गए थे।
जिसके बाद उनकी वोट गांव में ही बन गई थी। आज पंचायत चुनाव के मतदान के समय जब वह गांव में स्थित अपने बूथ पर गए तो उनकी वोट पहले ही किसी व्यक्ति के द्वारा डाल दी गई थी। उन्होंने थाना प्रभारी को उनका मतदान कराने की मांग की।