- बैंक खातों में मानदेय डालने के आश्वासन पर हुए शांत
जनवाणी संवाददाता |
कांधला/कैराना: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में रिजर्व कर्मचारियों ने मानदेय नहीं मिलने पर खूब हंगामा किया। तहसीलदार ने उनके खाते में रुपये डालने की बात करते हुए आश्वासन दिया लेकिन कर्मचारी शांत नहीं हुए। बाद में उपजिलाधिकारी के अधिकारियों से वार्ता के बाद खातों में पैसे जाने पर मामला शांत हुआ।
कांधला में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए चंदन लाल नेशनल इंटर कॉलेज को सैंटर बनाया गया था। कॉलेज से सभी पोलियों पार्टियों को रवाना करने के साथ 181 कर्मचारियों को रिजर्व में रखा गया था। ताकि जरूरत पड़ने पर रिजर्व कर्मचारियों को ड्यूटी पर भेजा जा सके।
मतदान का समय पूर्ण होने पर रिजर्व कर्मचारियों ने खंड विकास अधिकारी पुनीत कुमार से अपने मानदेय मांगा तो उन्होंने बताया कि रिजर्व कर्मचारियों का मानदेय प्राप्त नहीं हुआ। जिसको लेकर कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया और वहीं धरने पर बैठक गए। हंगामे की सूचना पर तहसीलदार प्रवीण कुमार पहुंचे और खाते में डालने का आश्वासन दिया लेकिन कर्मचारी शांत नहीं हुए। बाद में एसडीएम के आश्वासन पर मामला शांत हुआ।
वहीं कैराना में भी पंचायत चुनाव के लिए रिर्जव में करीब 100 मतदान कर्मचारियों को ब्लॉक पर रखा गया था। मतदान खत्म होने के बाद उन्होंने भी अपना मानदेय मांगा तो बीडीओ ने रुपया नहीं आने की बात की। जिसको लेकर कर्मचारियों ने हंगामा कर दिया और ब्लॉक गेट पर धरना देकर बैठ गए। सूचना पर पहुंचे एसडीएम को भी उन्होंने ब्लॉक परिसर में नहीं जाने दिया।
मतदान कर्मचारी पीओ रामपाल सिंह, पीओ सेहन्द्र सिंह, कमला, मंजु, सविता, उषा, ममतेश, मोनिका आदि ने बताया कि सहारनपुर में चुनाव के बाद पीओ को तीन दिन का मानदेय 1200 रुपये व अन्य को तीन दिन का मानदेय 900 रुपये तुरंत दिया गया लेकिन यहां अधिकारी मानदेय नहीं दे रहे हैं।
एसडीएम उद्भव त्रिपाठी ने गाडी से नीचे उतर कर उच्चाधिकारियो से फोन पर वार्ता की। बाद में एसडीएम मतदान कर्मचारियों को लिस्ट बनाकर खातों सहित उन्हें देने पर रुपया खातों में डालने का आश्वासन दिया जिसके बाद मामला शांत हो गया और सभी कर्मचारी अपने घरों को रवाना हुए।