- जिला चिकित्सालय के इमरजेंसी वार्ड में डेंगू के दो मरीज भर्ती
- मलेरिया के 19 और टाइफाइड के 14 मरीज मिले
- अधिकांश प्राइवेट हास्पिटल में काफी संख्या में रोजाना भर्ती हो रहे डेंगू मरीज
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जिले में डेंगू, मलेरिया व टाइफाइड के मामले बढ़ने लगे हैं। जहां एक तरफ पिछले एक सप्ताह से शहर के अधिकांश प्राइवेट हास्पिटल मे डेंगू मलेरिया व टाइफाइड के काफी मरीज भर्ती हो रहे हैं। वहीं, दूसरी ओर जिला चिकित्सालय मे बुधवार को डेंगू के दो मरीज भर्ती हुए जो इमरजेंसी वार्ड में हैं। जहां प्राइवेट हास्पिटल में मलेरिया व टाइफाइड के काफी मरीज भर्ती हैं। वहीं, जिला चिकित्सालय में मलेरिया के 19 व टाइफाइड के 14 मरीज मिले हैं।
चिकित्सकों का कहना है कि डेंगू मलेरिया व टाइफाइड में लापरवाही जानलेवा साबित हो सकती है। शहर के तमाम प्राइवेट हास्पिटल एवं क्लीनिक में बुखार के मरीजों की भरमार है। जिला चिकित्सालय में भी डेंगू के दो मरीज इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराए गए हैं। यहां फिलहाल डेंगू के मरीजों के लिए 10 बेड की व्यवस्था की गई है। यदि भविष्य में आवश्यकता पड़ी तो इनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। वहीं, मलेरिया व टाइफाइड के मरीजों की संख्या में भी इजाफा होता दिखाई दे रहा है।
चिकित्सकों का कहना है कि इन दिनों मच्छर का प्रकोप काफी बढ़ रहा है। जिसके कारण बुखार के मरीजों की तादात भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, बुखार होते ही चिकित्सक से इलाज कराना चाहिए। चिकित्सकों ने बताया कि घरों में कहीं पर भी पानी इक ठ्ठा न होने दें। एंटी लारवा का स्प्रे समय-समय पर कराते रहें। बुखार हो ने पर तत्काल चिकित्सक की सलाह लें और इलाज कराएं। वहीं, जब इस संबंध में जिला चिकित्सालय की प्रमुख अधीक्षका ईश्वरी देवी बत्रा से वार्ता की तो उनका कहना था कि जिला चिकित्सालय में दो डेंगू के मरीज भर्ती हैं।
मलेरिया व टाइफाइड के मरीज भी मिले हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है। बुखार होने पर लापरवाही न बरते तत्काल जिला चिकित्सालय में आकर अपना इलाज कराएं। उन्होंने बचाव के उपाय बतलाते हुए बताया कि खान-पान की पोष्टिकता पर विशेष ध्यान दें। कूलर में पानी न डालें, फ्रीज आदि में भी पानी इकठ्ठा न होने दें। एंटी लारवा का स्प्रे समय-समय पर कराते रहे।