- एनसीआरटीसी महिलाओं को सिखा रहा आत्मरक्षा के गुण
- प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को बना रहा आत्मनिर्भर
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एनसीआरटीसी राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लोगों के लिए आवागमन की सुविधाएं ही विकसित नहीं कर रहा बल्कि वो जनसेवा के कार्यों को भी अंजाम दे रहा है। इसके तहत एनसीआरटीसी महिलाओं के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से महिला सशक्तिकरण पर भी काम कर रहा है। इसके तहत एनसीआरटीसी विद्यालय परिसरों में छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। इन आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के दौरान एनसीआरटीसी केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के विशेषज्ञ प्रशिक्षकों को भी प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित कर रहा है। एनसीआरटीसी मेरठ के विभिन्न कॉलेजों की सैकड़ों छात्राओं को अभी तक आत्मरक्षा के गुण सिखा चुका है।
एनसीआरटीसी प्रवक्ता के अनुसार महिलाओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण उनका विजन है। उन्होंने कहा कि इंसान अपना बचाव खुद करता है और हथियार तो बचाव का मात्र एक जरिया हैं। एनसीआरटीसी के अधिकारियों के अनुसार उनका उद्देश्य एनसीआर के लोगों विशेषकर महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना है और महिलाओं को दी जा रही आत्मरक्षा की ट्रेनिंग इसी का हिस्सा है।
उन्होंने बताया कि सशक्तिकरण के अभाव में कई बार महिलाआें की यात्रा असुरक्षित हो जाती है। रैपिड अधिकारियों के अनुसार आरआरटीएस का लक्ष्य आवागमन को कुशल एवं सुविाधाजनक बनाने के साथ साथ रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक अवसरों को लोगों तक पहुंचाना है। इसके तहत एनसीआरटीसी समय समय पर इस प्रकार के कौशल विकास कार्यक्रमों के तहत विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।
आत्मनिर्भर बनने की अब ग्रामीण महिलाओं की बारी
एनसीआरटीसी के प्रवक्ता पुनीत वत्स के अनुसार एनसीआरटीसी अब ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम करेगा। उन्होंने बताया कि एनसीआरटीसी शीघ्र ही बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं को सिलाई एवं मॉडर्न टेलरिंग के काम का प्रशिक्षण देगा।