जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर के पीएल शर्मा रोड पर मानचित्र के विपरीत कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है, जो मानचित्र स्वीकृत है उससे दोगुनी जगह में कॉम्प्लेक्स निर्माण के लिए लिंटर डाला जा रहा है। यहां पार्किंग की भी कोई जगह नहीं छोड़ी गई। इसकी शिकायत सीएम पोटर्ल पर भी की गई, मगर इसके बाद भी कोई कार्रवाई अवैध निर्माण के खिलाफ नहीं की जा रही है।
बिना पार्किंग के कैसे प्राधिकरण ने मानचित्र स्वीकृत कर दिया, ये बड़ा सवाल है। इसको लेकर जोनल अधिकारी विपिन कुमार का कहना है कि उन्हें इसकी शिकायत मिली है, जिस पर बिल्डिंग पर सील लगाने की कार्रवाई की जाएगी। बड़ा सवाल ये है कि पिछले चार माह से कार्रवाई ही नहीं की गई। चार माह से शिकायतकर्ता को टरकाया जा रहा है।
गुरुवार को भी कुछ लोग शिकायत करने पहुंचे, लेकिन उनको सचिव प्रवीणा अग्रवाल से मिलने नहीं दिया। कह दिया कि बोर्ड बैठक की तैयारी चल रही है, जबकि बोर्ड बैठक स्थगित हो चुकी थी। दरअसल, पीएल शर्मा रोड बहुत ही भीड़भाड़ वाला एरिया है।
यहां पर वाहनों का आवागमन बढ़ने पर जाम की स्थिति पैदा हो जाती है, लेकिन पीएल शर्मा रोड पर बड़े-बड़े कॉम्प्लेक्स का इस समय निर्माण कार्य चल रहा है। कहा यह भी जा रहा है कि आवासीय मानचित्र स्वीकृत कराकर व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स बनाए जा रहे हैं।
एक-दो नहीं, बल्कि तीन बड़े निर्माण चल रहे हैं, जिनको एमडीए के अधिकारी क्यों अनदेखा कर रहे हैं? यह समझ में नहीं आ रहा है। प्राधिकरण उपाध्यक्ष मृदुल चौधरी अवैध निर्माणों को लेकर सख्त हैं, फिर भी कार्रवाई क्यों करने से क्यों बच रहे हैं? इसमें अवश्य ही कोई सेटिंग का खेल चल रहा है।
वह भी गलत तरीके से कॉम्प्लेक्स का निर्माण, फिर पार्किंग भी नहीं। यही नहीं, इसके अलावा एक कांग्रेस नेता के मकान के ठीक बराबर में भी अवैध निर्माण चल रहा है। इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं की है। इसकी शिकायत प्राधिकरण सचिव को की गई थी, लेकिन कुछ समय निर्माण रुका रहा, उसके बाद मामले को रफा-दफा कर दिया। अब फिर से बिल्डर ने निर्माण चालू कर दिया है। मुख्यमंत्री के पोर्टल पर भी इसकी शिकायत की गई थी, मगर शिकायत वर्तमान में भी लंबित पड़ी है, जिसका जवाब भी प्राधिकरण अधिकारियों ने नहीं दे रहे हैं।