- यूपीपीसीएल के अध्यक्ष को भेजा पांच सूत्रीय ज्ञापन, कार्य नहीं करेंगे अभियंता
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद् अभियंता संघ का कहना है कि ऊर्जा निगमों में शीर्ष स्तर पर भ्रष्टाचार व्याप्त है। शीर्ष प्रबंधन द्वारा भय का वातावरण बनाने के उद्देश्य से स्टॉफ का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। सोमवार को अफसरों की दंडात्मक कार्रवाई के विरोध में पश्चिमांचल डिस्काम मुख्यालय पर अभियंता संघ व जूनियर इंजीनियर्स संगठन द्वारा सामूहिक रूप से यूपीपीसीएल अध्यक्ष को ज्ञापन दिया गया, जिसमें उन्होंने न्याय की गुहार लगाई के साथ ही कार्य नहीं करने की बात कही गई है। सोमवार को ज्ञापन प्रबंध निदेशक पश्चिमांचल डिस्कॉम अरविंद मल्लप्पा बंगारी सौंपा गया। अभियंता संघ उपाध्यक्ष केके तेवतिया, जूनियर इंजीनियर संगठन अध्यक्ष अरविंद बिंद, केके सारस्वत, रोहित कुमार, आरए कुशवाहा मुख्य रूप ये उपस्थित रहे।
विरोध में आज से इंजीनियर्स का असहयोग आंदोलन
मंगलवार से अभियंता संघ उत्पीड़न के विरोध में असहयोग आंदोलन की शुरुआत करेगा। इसका ऐलान संघ पदाधिकारियों की ओर से किया गया है। जूनियर इंजीनियर्स संगठन, अभियंता संघ के साथ संघर्ष समिति के अन्य घटक संघों ने भी इसमें शामिल होकर समर्थन देने की घोषणा की है। संघ की ओर से कहा गया है कि आज से शीर्ष प्रबंधन के साथ असहयोग आंदोलन में सभी सदस्य शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करेंगे।
मंगलवार से प्रारंभ असहयोग आंदोलन में आमजन व उपभोक्ता को कोई परेशानी न हो तथा होली के पर्व को ध्यान में रखते हुए निर्बाध विद्युत आपूर्ति बनाये रखेंगे। कार्य के निर्धारित समय में नियमानुसार अपने पद के लिए निर्धारित कार्य करेंगे। इसके साथ ही उनके द्वारा सभी विभागीय वीडियो कांफ्रेंसिंग का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा। विद्युत चेकिंग और विद्युत विच्छेदन तथा राजस्व वसूली कार्यों से अभियंता वर्ग विरत रहेगा। वहीं, प्रतिदिन जनपद मुख्यालय पर एक घंटे सामुहिक विरोध सभा आयोजित की जाएगी।