Saturday, July 27, 2024
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संजय मोतला के परिजनों ने तोमर परिवार पर कराई एफआईआर

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  • संजय के परिजनों ने थाने में शव रखकर दिया धरना हंगामा-प्रदर्शन
  • तहरीर बदलने के बाद पुलिस ने दर्ज कर लिया पांच के खिलाफ मुकदमा

जनवाणी संवाददाता |

दौराला: गंगानगर निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर के सुसाइड प्रकरण में नामजद आरोपी दादरी गांव निवासी संजय मोतला द्वारा फांसी लगाकर सुसाइड करने के बाद गुस्साएं परिवार वाले और ग्रामीणों ने शव को एसएसपी के आने तक उठने नही दिया था। रात में तीन बजे एसएसपी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे थे और रात में ही शव को पुलिस ने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।

गुरुवार सुबह मृतक के भाई ने इंस्पेक्टर गंगानगर समेत पांच लोगों को नामजद करते हुए दौराला थाने पर तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने से इनकार कर दिया। गुरुवार को पोस्टमार्टम होने के बाद शव लेकर ग्रामीण दौराला थाने पर पहुंच गए और शव को थाने के अंदर रखकर ही धरना देकर बैठ गए। दोपहर दो बजे से लेकर पांच बजे तक थाने पर हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा।

ग्रामीण आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस मुकदमा दर्ज नही कर रही थी। इसके बाद ग्रामीण थाने से शव को उठाकर ले गए और हाइवे पर रखकर जाम लगाने की तैयारी करने लगे। इसी बीच पुलिस ने तहरीर से इंस्पेक्टर गंगानगर का नाम बदलकर दूसरी तहरीर देने की बात कही। बाद में दूसरी तहरीर देने के बाद पांच लोगों के खिलाफ हत्या के उकसाने का मुकदमा दौराला थाने पर दर्ज किया गया।

गुरुवार को दिन भर चले इस प्रकरण में ग्रामीणों और पुलिस की तीखी नोकझोक हुई। ग्रामीणों के गुस्सा को देखते हुए सीओ दौराला संजीव दीक्षित, सीओ सिविल लाइन के साथ आधा दर्जन थानों के इंस्पेक्टर पुलिस और पीएसी के साथ थाने पर मुस्तैदी के साथ तैनात रहे। गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए एसएसपी अजय साहनी के निर्देश पर पुलिस और पीएसी बल तैनात कर दिया गया।

सीओ दौराला संजीव दीक्षित ने बताया कि मृतक संजय मोतला के भाई सुशील पुत्र चतर सिंह की तहरीर पर शिव कुमार पुत्र अमीचंद निवासी एेंची, लवकुमार पुत्र ओमकार, देवेश पुत्र ओमकार निवासी ईशापुरम गंगानगर दिव्य उर्फ गुडडू पुत्र शिव कुमार निवासी ऐंची, अशोक पुत्र निर्भर शरण निवासी भिड़वारा के खिलाफ हत्या के लिए उकसाने की धाराओं में मुकदमा कायम किया गया है। शव का अंतिम संस्कार कराया जा रहा है।

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एसएसपी लेते रहे खुद जानकारी

संजय मोतला के सुसाइड होने के बाद से यह मामला तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है। एसएसपी अजय साहनी रात में खुद घटना स्थल पर पहुंचे थे। एसएसपी पुलिस और पीएसी के अलावा आरएएफ को बड़ी तादाद में लेकर घटना स्थल पर पहुंचे। एसएसपी की देखरेख में ही रात में शव को उठाया गया था।

गुरुवार सुबह से लेकर शाम तक एसएसपी खुद इस मामले की मॉनिटरिंग करते हुए नजर आए। सीओ दौराला और सीओ सिविल लाइन के साथ-साथ पल्लवपुरम, सरधना, कंकरखेड़ा समेत आधा दर्जन थानों के इंस्पेक्टर फोर्स के साथ दौराला थाने और दादरी गांव में मुस्तैदी के साथ नजर आए।

संजय मोतला के सुसाइड से आया नया मोड़

इस प्रकरण में अब नया मोड़ आ गया है। अधिवक्ता ओमकार तोमर की तहरीर पर हस्तिनापुर विधायक समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया था। अब मृतक संजय मोतला के भाई सुशील की तहरीर पर पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया है। माना जा रहा है कि अब यह प्रकरण नया मोड़ लेगा। हालांकि पुलिस के अधिकारी किसी भी तरह की लापरवाही बरतना नहीं चाहते। जिसके चलते वह पहले ही सख्त कार्रवाई करने में जुट गए हैं।

इंस्पेक्टर गंगानगर की नामजदगी पर चला घमासान

इंस्पेक्टर गंगानगर बिजेंद्रपाल सिंह राणा को भी तहरीर में नामजद किया गया था। इंस्पेक्टर के नाम पर कई घंटों तक पुलिस और ग्रामीणों में ड्रामा चलता रहा। ग्रामीण उसकी नामजदगी की मांग कर रहे थे, लेकिन पुलिस अधिकारी साफ इनकार कर रहे थे। इंस्पेक्टर बिजेंद्रपाल सिंह राणा का नाम हटने के बाद ही पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर मुकदमा कायम किया।

जो पीड़ित, उसी के खिलाफ दर्ज हो गया नामजद मुकदमा

वरिष्ठ अधिवक्ता ओमकार तोमर को सुसाइड करने के लिये विवश करने वालों को पुलिस पकड़ नहीं रही लेकिन एक आरोपी के फांसी पर लटकने के बाद अब पुलिस मृतक वकील के बेटों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमे में पीड़ित वकील के घर दबिश डाल रही है।

गंगानगर के ईशापुरम निवासी एडवोकेट ओमकार तोमर ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी थी। मृतक वकील ने मरने से पहले सुसाइड नोट छोड़ा था जिसमें हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक समेत चौदह लोगों को खुदकुशी करने के लिये मजबूर करने का मुकदमा दर्ज किया गया था। इसके बाद पुलिस ने ताबड़तोड़ दबिशें देनी शुरु कर दी। मृतक वकील के परिजनों को न्याय दिलाने के लिये बार एसोसिएशन ने प्रदेश व्यापी हड़ताल का ऐलान कर दिया लेकिन पुलिस मृतक ओमकार तोमर के बेटे की तरफ से कराई गई।

एफआईआर को लेकर गंभीर नहीं दिख रही है। विधायक दिनेश खटीक के खिलाफ कार्यवाही करने के लिये विधानसभा अध्यक्ष से अनुमति की बात कर रही है। वहीं अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिये पुलिस ने जिस तरह से आरोपियों के परिजनों को उठाना शुरु किया उसने माहौल को गरमा दिया है।

सवाल यह उठ रहा है कि पुलिस किन सबूतों का इंतजार कर रही है। विधायक की गिरफ्तारी से पुलिस बच रही है और दूसरी तरफ दौराला पुलिस ने गंगा नगर के ईशापुरम में मृतक वकील के नामजद बेटे की गिरफ्तारी के लिये देर रात दबिश डाल दी है। इससे वकीलों में रोष फैल गया है।

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20 फरवरी को पूरे प्रदेश के वकील रहेंगे हड़ताल पर

अधिवक्ता ओमकार तोमर की मौत के जिम्मेदार विधायक व अन्य अभियुक्तों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस द्वारा गिरफ्तारी का जो समय दिया गया था, वह समाप्त हो गया है। इसको लेकर वकीलों में काफी रोष है। जिस पर वकीलों की गुरुवार को आम सभा हुई प्रकरण में अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने पर वकील 20 फरवरी तक हड़ताल पर चले गए हैं और मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सिंह त्यागी ने बताया कि आज आम सभा मे निर्णय लिया कि सभी आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी कर अधिवक्ताओं के खिलाफ दर्ज हुई एफआईआर तुरंत वापस ली जाए।

इसके साथ हड़ताल के दौरान रजिस्ट्री कार्यालयों पर भी किसी तरह का कोई काम नहीं किया जाएगा। मेरठ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर सिंह त्यागी ने बताया कि बार काउंसिल आॅफ यूपी ने अधिवक्ता की मौत के मामले को गंभीरता से लेते हुए 20 फरवरी शनिवार की तारीख को पूरे प्रदेश में वकीलों को हड़ताल पर रहने के निर्देश जारी किए हैं। आमसभा में चौधरी नरेंद्रपाल सिंह, अजय त्यागी, जीएस धामा, एमपी शर्मा, उदयवीर सिंह राणा, अनिल बक्शी, राजेन्द्र जानी, सुभाष त्यागी, पीताम्बर त्यागी, ऐशपाल सिंह,राजपाल सिंह, अनिल जंगाला, संजय शर्मा, प्रबोध शर्मा, संतपाल भाटी सहित सैकड़ों वकील मौजूद रहे।

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