- दूसरे दिन भी प्रशासन से वार्ता विफल, भाकियू कार्यकर्ता मांगों पर अडिग
जनवाणी संवाददाता |
सरूरपुर: बुधवार को किसान नेता युद्धवीर सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में टोल फ्री कराने पहुंचे भाकियू टिकैत के कार्यकर्ताओं ने बाद में अपनी विभिन्न मांगों को लेकर टोल प्लाजा पर धरने में तब्दील कर दिया था। जिसके चलते टोल प्लाजा को फ्री कराते हुए किसान टोल प्लाजा पर ही बीच सड़क में टेंट लगाकर बैठ गए थे। किसानों से बुधवार को एसडीएम सरधना और एडीएम से दो दौर की वार्ता हुई, लेकिन बात वार्ता विफल रही थी।
जिसके बाद किसानों ने अनिश्चितकालीन धरने में तब्दील कर दिया था। गुरुवार को भी किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी रहा और धरना स्थल पर काफी किसानों की संख्या में इजाफा भी हुआ। एसडीएम सरधना पंकज प्रकाश राठौर, एडीएम ई अमित कुमार, एसपी देहात कमलेश बहादुर, सीओ संजय जयसवाल पुलिस बल के साथ धरना स्थल पर पहुंचे। जहां किसानों ने जमीन पर अधिकारियों को बैठा लिया और प्रशासन ने वार्ता शुरू की।
किसानों ने अपनी मांग रखते हुए अधिकारियों से किसानों के बीच घोषणा करने की बात रखी, लेकिन वार्ता के बाद भी बात नहीं बन पाई और वार्ता विफल रही। एडीएम ई के सामने किसानों ने अधिकारियों से लिखित में देने और किसानों के बीच जाकर घोषणा करने के बात रखी, लेकिन एडीएम ई ने इसे मना कर दिया।
किसानों ने टोल प्लाजा पर ही सड़क पर भट्टी चढ़ाकर खानपान की व्यवस्था भी कर रखी है। किसानों का दो टूक कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरे नहीं होगी और सिवाया टोल प्लाजा की तर्ज पर इस टोल को नहीं चलाया जाएगा वह आंदोलन खत्म नहीं करेंगे चाहे कितने दिन भी उन्हें धरना क्यों न करना पडेÞ।
किसानों ने सड़क पर गाडे टेंट, लगाये तंबू
भाकियू टिकैत के कार्यकर्ता टोल प्लाजा के मालिक से काफी खिन्न हैं। बार-बार कार्यकर्ता प्रशासन से टोल प्लाजा के मालिक का दिमाग ठीक करने, व्यवहार गलत को लेकर काफी उत्तेजित दिखाई दिए। इसे लेकर किसानों ने कहा कि वह आरपार की लड़ाई के मूड में है।
किसान यूनियन के लगे जिंदाबाद के नारे
टोल प्लाजा दो दिनों से फ्री चलने के कारण यहां से गुजरने वाले गांव और किसानों के वाहनों में सवार लोग काफी खुश हैं और टोल से गुजरने पर भाकियू के जिंदाबाद के नारे लगाकर अपना समर्थन भी जाता रहे हैं। कई लोगों ने तो अपने वाहनों को रोकर टोल प्लाजा पर चल रहे धरने को समर्थन भी दिया।
गन्ना मूल्य घोषित न होने पर जलाई गन्ने की होली
यूपी सरकार द्वारा चालू गाना सत्र का गन्ना मूल्य घोषित नहीं किए जाने को लेकर गुरुवार को टोल प्लाजा पर भाकियू कार्यकर्ताओं के साथ में किसानों ने गन्ने की होली जलाकर अपना विरोध जताया। किसानों का कहना था कि अभी तक सरकार ने गन्ने का मूल्य घोषित नहीं किया है।
सरकार किसानों के साथ छल कपट से कम कर रही है। भुगतान समय पर नहीं हो पाया और गन्ने की खरीद की जा रही है। किसानों ने टोल प्लाजा पर गन्ने की होली जलाते हुए अपना विरोध जताया। भाकियू कार्यकर्ताओं और किसानों ने नरेंद्र मोदी मुदार्बाद के नारे लगाए।
किसानों ने प्रशासन के सामने ये रखी मांग
जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी की ओर से प्रशासन के सामने मांग रखते हुए बताया कि सिवाया टोल प्लाजा की तर्ज पर इस टोल को चलाया जाए, 20 किलोमीटर के दायरे में पड़ने वाले गांव के लोगों को पास की सुविधा देने के साथ 20-25 का शुल्क लेकर निकाला जाए, टोल प्लाजा के लगते सीमावर्ती गांव के लोगों का टोल फ्री किया जाए। प्रशासन की ओर से बार-बार आश्वासन और समय मांगा जाता रहा, लेकिन भाकियू नेताओं ने दो टूक कह दिया कि जब तक लिखित में या किसानों के बीच घोषणा नहीं होगी धरना नहीं उठेगा।