- पीड़ितों ने दी घटन की तहरीर, पुलिस ने बताया लेन-देन का मामला, फायरिंग की बात झूठी
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र समर गार्डन में कमेटी के दो लाख रुपये को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद हो गया। जिसके चलते एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के घर पर आकर फायरिंग कर दी। फायरिंग का शोर सुनकर आसपास लोग आये तो आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना की तहरीर थाना पुलिस को दी है।
समर गार्डन निवासी नसीम कपड़े का कारोबारी है। नसीम ने आसपास के लोगों की एक कमेटी डाल रखी है। कमेटी के रुपयों को लेकर हुमांयू नगर निवासी नवाब का नसीम से विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों के बीच कमेटी को लेकर करीब आठ माह पूर्व पंचायत में समझौता हो गया था। कमेटी के सात लाख रुपये नसीम ने नवाब को दे दिये थे।
अब नवाब नसीम से दो लाख रुपये की ओर डिमांड कर रहा था। सोमवार की रात फिर से नवाब और नसीम में मारपीट हो गई। उस वक्त तो लोगों ने दोनों का बीचबचाव करा दिया। लेकिन थोड़ी देर बाद नवाब अपने कई साथियों के साथ नसीम के घर पहुंचा और पिस्टलों से फायरिंग कर दी।
नसीम उस वक्त घर के बाहर था। फायरिंग होते देख नसीम ने घर में घुसकर अपनी जान बचाई। नसीम घटना की तहरीर देने थाने पहुंचा तो पुलिस ने उसे ही वहां बैठा लिया। परिजनों ने कार्रवाई न होने पर रोष जताया है। इंस्पेक्टर लिसाड़ी गेट का कहना है कि लेनदेन को लेकर मारपीट हुई है। फायरिंग वाली बात झूठ है।
…तो मैं कर लूंगा आत्महत्या
मेरठ: चैंबर में अधिवक्ता के साथ मारपीट की घटना में सिविल लाइन पुलिस की कार्यशैली से नाराज पीड़ित अधिवक्ता ने आत्महत्या करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि मैं डिप्रेशन में हूं। बुधवार को बार के बाहर धरने पर बैठूंगा। पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र कचहरी परिसर स्थित सिविल कोर्ट चैंबर नंबर-7 में 18 अगस्त गुरुवार की शाम सात बजे हुई मारपीट की घटना वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें अधिवक्ता की ओर से महिला अधिवक्ता और चीनू उर्फ सौमिल निवासी ईशापुरम के खिलाफ 323,504,506 में मुकदमा दर्ज हुआ था।
पीड़ित अधिवक्ता अरविन्द सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर 24 अगस्त बुधवार को सुबह बार के बाहर धरना देने की बात कही है। अधिवक्ता ने बताया कि घटना के बाद से वह बेहद परेशान हैं। उनके साथ जिस तरह से दीप्ति चौधरी और चीनू ने मारपीट की और उसका वीडियो वायरल कर दिया था। तब से वह डिप्रेशन में हैं। महिला अधिवक्ता पर कई थानों में एफआईआर दर्ज है, लेकिन सिविल लाइन थाना पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
घटना को बीते पांच दिन हो गये, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस अगर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती तो मैं आत्महत्या भी कर सकता हंू। अधिवक्ता ने कहा कि कल से वह धरने पर बैठेंगे। सिविल लाइन इंस्पेक्टर रमेश चन्द्र शर्मा ने मारपीट की घटना में कहा कि अभी कुछ नहीं हो रहा है। उधर, एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि मैं दिखवाता हूं।
77 लाख की जमीन फर्जी बेचने पर एक गिरफ्तार
मेरठ: 22 साल पहले 77 लाख की जमीन फर्जी तरीके से बेचने के आरोप में सिविल लाइन पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार व्यक्ति पर आरोप है कि उसने और उसके पिता ने धोखाधड़ी करके किसी दूसरे व्यक्ति की प्रॉपर्टी को बेच दिया था।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र शोभापुर निवासी हकुम सिंह ने वर्ष 2000 में राम विहार स्थित 370 वर्ग मीटर जमीन का बैनामा फर्जी तरीके से पांची निवासी योगपाल, सतेन्द्र निवासी मुन्ना विहार रोहटा रोड, जरनैल सिंह निवासी गांव शाहपुर जैन के नाम कर दिया था। जिसमें हुकुम सिंह के दो बेटों परमानन्द और अनिल ने बतौर गवाही दी थी।
साउथ एंड रोड मेरठ कैन्ट निवासी सपना गर्ग पत्नी संजीव गर्ग की तहरीर पर सिविल लाइन थाने में वर्ष 26 अगस्त 2021 में मुकदमा दर्ज कराया था। तभी से आरोपी परमान्न फरार चल रहा था। मंगलवार को पुलिस ने जमीन को धोखाधड़ी से बेचने के आरोपी परमान्नद कचहरी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया।