- पूर्व में भ्रष्टाचार के आरोपों एवं दबंगई के लिए सुरखियों में रहे डीएफओ
जनवाणी ब्यूरो |
लखनऊ/हापुड़: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के दूसरी बार गठन होने के बाद प्रशासनिक कार्यो में पारदर्शिता लाने के लिए सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए गये थे। वही वन विभाग के अधिकारी ऐसे किसी निर्देश को अपने रसूक एवं दबंगई के दम पर दरकिनार करते नजर आ रहे हैं। जिसकी बानगी जिले में देखने को मिली जहां माली की पत्नी ने तीन माह से वेतन नही मिलने कि शिकायत जिलाधिकारी से कि तो डीएफओ ने बुजुर्ग बीमार माली को सस्पैंड़ कर दिया। और स्थानीय कार्यलय से सम्रद्ध करने की जगह 40 किलोमीटर दूर ब्रजघाट पर कर दिया।
आपको बता दें कि हाफिजपुर पौधशाला में तैनात माली के पद पर राजकुमार की पत्नी इन्द्रा ने उसके पति को तीन माह से वेतन नही मिलने की शिकायत 12 मई को मुख्यमंत्री एवं वन विभाग के उच्चधिकरियों सहित जिलाधिकारी से कि शिकायत तो नाराज डीएफओ राजेश कुमार निगम ने एक सप्ताह बाद 19 मई को माली राजकुमार को डयूटी के दौरान कार्य में लापरवाही एवं वर्दी नही पहने सहित अन्य आरोपों के चलते सस्पेंड कर दिया। चार माह बाद सेवानिवृत्ति होने वाले बजुर्ग बीमार माली राजकुमार को स्थानीय कार्यलय से सबंध नही करने की जगह 40 किलोमीटर दूर रेंज आॅफिस ब्रजघाट से सबंध किया कर दिया।
वही माली व उसकी पत्नी इन्द्रा का आरोप हैं कि वह दोनों बुजुर्ग दम्पति का आरोप है। कि दोनों लोग बीमार रहते है उनकी देखभाल के लिए भी उनके पास कोई नही रहता है। पिछले तीन माह से डीएफओ राजेश कुमार निगम ने उनका वेतन रिलीज नही किया। जिसके चलते उन्हें खासी आर्थिक परेशानी का सामना करना पड रहा है। कई बार डीएफओ राजेश कुमार निगम से वेतन रिलीज करने का आग्रह किया। मगर उनकी एक भी नही सुनी गई। जिससे माली की पत्नी इन्द्रा ने उक्त मामले कि शिकायत मुख्यमंत्री एवं वन विभाग के उच्चधिकरियों सहित जिलाधिकारी से कर दी। कि शायद उनके हस्तक्षेप से वेतन रिलीज हो जाये।
वेतन तो रिलिज नही हुआ डीएफओ राजेश कुमार निगम ने नाराज होकर माली के हाथ में सस्पेंशन लेटर थमा दिया। जिसके चलते माली व उसकी पत्नी पूरा परिवार परेशान है। माली राजकुमार का चार माह बाद रिटायरमेंट है। वही जब उक्त मामले में डीएफओ राजेश कुमार निगम से बात कि गई तो उन्होने कहां पिछले कई माह से माली राजकुमार कार्य में लापहरवाही कर रहा था। जिस बार—बार चेतावनी दी गई थी। नही मानने पर उसे सस्पैंड कर दिया गया। और जिलाधिकारी को भी रिर्पोट भेज दी गई है।
डीएफओ राजेश कुमार निगम की उक्त कार्यवाही पर सवाल तो तब खडे होते जाते है। तीन माह से वेतन नही मिलने कि शिकायत माली की पत्नी ने उच्चधिकारियों से करने के एक सप्ताह बाद माली के खिलाफ सस्पैंड कि कार्यवाही क्योंकि गई। सूत्रों की माने तो डीएफओ राजेश कुमार निगम ने विभाग के अन्य कई अधिकारियों एवं कर्मचारियों का वेतन अपनी दबंगई रसूक के चलते रोक रखा है। जिसके वेतन रिलीज कराने एवं मांगने की हिम्मत नही जुटा पा रहें अधिकारी एवं कर्मचारी जिसके चलते सभी परेशान है।
वही उक्त मामले में जिलाधिकारी मेधा रूपम का कहना कि मामले में एक शिकायती पत्र मिला था। जिसे आवश्यक कार्यवाही के लिए डीएफओ कार्यालय भेज दिया गया था। उक्त मामला उनकी संज्ञान में नही हैं मामले की जानकारी कर जांच कराई जायेगी।