जनवाणी संवाददाता |
मुजफ्फरनगर: कोरोना वैक्सीन को लेकर विपक्षी दलों के नेताओं द्वारा जिस प्रकार की बयानबाजी की गयी, उससे देश में भ्रम की स्थिति भी बनी है। इस वैक्सीन को सरकार ने पूरी तरह से सुरक्षित बताया है। जनपद में भी कोविशील्ड कोविड-19 वैक्सीन लगवाने वाले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने वैक्सीनेशन के बाद इसके पूरी तरह से सुरक्षित होने के दावे किये और लोगों से वैक्सीन लगवाने की अपील की, लेकिन इसके बाद भी चार अभियानों में चयनित हेल्थ वर्कर्स में से केवल 54.4 फीसदी ने ही अपना वैक्सीनेशन कराया है। इससे यही माना जा रहा है कि कोविउ-19 वैक्सीन को लेकर हेल्थ वर्कर्स में भी खौफ की स्थिति बनी हुई है।
देश और प्रदेश के साथ ही जनपद मुजफ्फरनगर में भी 16 जनवरी से कोरोना वायरस संक्रमण से लोगों को सुरक्षित करने के लिए कोविड-19 वैक्सीन का टीकाकरण अभियान शुरू हुआ। अभी तक जनपद में चार अभियान चलाये जा चुके हैं। इन चार अभियानों में कुल 12036 हेल्थ वर्कर्स में से 9046 हेल्थ वर्कर्स को टीकाकरण के लिए चुना गया था, लेकिन इनमें से केवल 4928 हेल्थ वर्कर्स ने ही कोविड-19 टीका लगवाया है।
अभी तक केवल 54.4 फीसदी हेल्थ वर्कर्स का ही टीकाकरण हो पाया है। 4 और 5 फरवरी को 2347 हेल्थ वर्कर्स को टीका लगाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 16 जनवरी को सर्वाधिक 80 फीसदी टीकाकरण हुआ था। इसके बाद 22 जनवरी को 2245 में से 1250 यानि 56 फीसदी हेल्थ वर्कर्स ने टीका लगवाया। 28 जनवरी को 15 स्थानों पर वृहद अभियान चलाया गया।
इस दिन 3533 में से 1895 यानि 54 फीसदी और 29 जनवरी को 15 स्थानों पर चले अभियान में 2868 हेल्थ वर्कर्स में से 1457 यानि 56 फीसदी हेल्थ वर्कर्स ने टीका लगवाया है। इन चार अभियानों के दौरान 4118 हेल्थ वर्कर्स ऐसे रहे, जो टीका लगवाने के लए उनके निर्धारित कोविड कैम्प में नहीं पहुंचे थे।
इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों का कहना है कि इन हेल्थ वर्कर्स में आंगनबाडी कार्यकत्रियां, आशा वर्कर्स और सरकारी व निजी चिकित्सालयों के डाक्टर एवं पैरा मेडिकल स्टाफ व सफाई कर्मचारी शामिल रहे। इनमें से अधिकांश लोगों ने अपने मोबाइल फोन नम्बर बदल लिये हैं।
जिनके पास समय से सूचना नहीं पहुंच पाई और कम्युनिकेशन गेप होने के कारण वह सभी टीकाकरण से छूट गये हैं, जबकि चर्चा यह भी है कि इस टीके को लेकर हेल्थ वर्कर्स में भी भय की स्थिति है और इस कारण भी टीका लगवाने से उनके द्वारा परहेज किया गया है।