Friday, April 19, 2024
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साक्षात्कार में सफलता के ग्राउन्ड रूल्स

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साक्षात्कार का नाम लेते ही मन कई जाने-अनजाने डर से भयभीत हो उठता है। दिल घबराने लगता है और मन में कई जाने-अनजाने सवाल उठ खड़े होते हैं। साक्षात्कार बोर्ड के द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने के समय ऐसा लगता है गोया शब्द और विचार लुप्त हो गए हों।

इंटरव्यू बोर्ड का सामना करने का यह भय एक स्वाभाविक और सहज मानवीय प्रक्रिया है जिसका सीधा संबंध मनोविज्ञान से होता है। ऐसा सभी उम्मीदवारों के साथ होता है, यह कोई विचित्र घटना नहीं है। तो प्रश्न यह उठता है कि आखिर साक्षात्कार के लिए खुद को कैसे तैयार किया जाए ताकि बिना घबराहट और मानसिक दबाव के इंटरव्यू बोर्ड का सामना किया जाए और कामयाब हुआ जा सके।

होमवर्क है जरूरी

साक्षात्कार के लिए होमवर्क करने का आशय खुद को कई प्रकार से तैयार करना होता है। बिना पूर्व तैयारी के इंटरव्यू अटेन्ड करने की राह काफी कठिन होती है। जब आपके पास जॉब का इंटरव्यू लेटर आ जाए तो होमवर्क के रूप में

आपको निम्न कार्य अवश्य करना चाहिए –

पहले तो जिस कंपनी या संस्था के लिए आप जॉब इंटरव्यू देने जा रहे हैं, उस कंपनी या संस्था का विजन, लक्ष्य और वर्क कल्चर और मैनेजमेंट के बारे में सारी जानकारियां संग्रह कर लें। ऐसा करना आपकी समय के साथ चलने और सजगता को दर्शाता है।

आप क्या पहनते हैं उसका भी ध्यान रखें

साक्षात्कार के लिए आप कौन-से कपड़े पहन कर जाते हैं यह भी एक कैन्डीडेट की कामयाबी में अहम भूमिका निभाता है। ड्रेस कोड के बारे में इतनी बात तो तय है कि इंटरव्यू बोर्ड का सामना करने के लिए कैजुअल वियर कभी भी नहीं पहनें। सच पूछिए तो आपके ड्रेस कोड आपके लिए इम्प्रेशन मार्क के रूप में कार्य करता है। ड्रेस की बात करें तो इंटरव्यू के लिए कभी भड़कीले, महंगे और बहुत ही बड़े प्रिन्ट के कपड़े नहीं पहनना चाहिए। आप सामान्य रूप से पैंट शर्ट और टाई पहन सकते हैं जो साफ-सुथरे और अच्छी तरह से इस्तरी किए हुए हों। हाथ में अनावश्यक कड़े, ब्रैस्लेट और अन्य कॉज्मेटिक उपकरण नहीं पहनें तो बेहतर है।

इस अवसर पर नए सिले-सिलाये ड्रेस पहनने से भी बचना चाहिए क्योंकि ऐसे ड्रेस में आप खुद को सहज महसूस नहीं कर पाएंगे। महिलाओं के लिए साड़ी परंपरागत परिधान के रूप में आज भी प्रतिष्ठित है। जूते फॉर्मल हों और लेस अच्छी तरह से बंधे हुए और पॉलिश किए हों। बाल सलीके से कटे हुए हों, शेविंग नहीं करते हैं तो दाढ़ी अच्छी तरह से ट्रिम किए हों। नाखून कटे हुए हों ।
खुद के बारे में गहराई से जानें

अपने बारे में जानने से तात्पर्य अपनी शिक्षा और परिवार के बारे में जानने से है। उम्मीदवार अपने बायो डेटा में जो भी जानकारियां देता है, खासकर एजुकेशनल क्वालिफिकेशंस के बारे में उसके बारे में भी साक्षात्कार बोर्ड प्रश्न पूछते हैं और यही कारण है कि उन सभी के बारे में भी मुकम्मल तैयारी जरूरी होता है। पूर्व में यदि आप किसी रोजगार में थे तो उसके बारे में भी प्रश्न पूछे जा सकते हैं और सबसे अधिक उस पुराने जॉब को छोड़कर प्रेजेंट जॉब में आने के कारणों के बारे में अच्छी तैयारी काफी अपेक्षित है।

फर्स्ट इम्प्रेशन होता है महत्वपूर्ण

इंटरव्यू बोर्ड के सामने उम्मीदवार का पहला इंप्रेशन तब से ही शुरू जाता है जब वह इंटरव्यू रूम में प्रवेश करता है। इसलिए रूम में प्रवेश करने के समय भी सावधानी बरतनी चाहिए। आत्मविश्वास के साथ और प्रसन्नचित्त मुद्रा में इंटरव्यू रूम में प्रवेश करना अच्छे प्रभाव वाला माना जाता है। इंटरव्यू के लिए निर्धारित समय पर पहुंचें और और धैर्यपूर्वक अपनी बारी का इंतजार करें। इंटरव्यू रूम में प्रवेश करने के बाद बोर्ड का अभिवादन करने के बाद बैठने के लिए अनुमति देने के बाद ही अपनी सीट ग्रहण करें। बैठने के बाद बिना नर्वस हुए बोर्ड के प्रश्न की प्रतीक्षा करें। बोर्ड के सदस्यों से बात करते समय नीचे नहीं देखे, उनसे आई कॉन्टैक्ट जरूरी होता है।

अपने बॉडी लैंग्वेज का भी ध्यान रखें। कुर्सी पर सीधा बैठें, इधर-उधर नहीं देखें, अनावश्यक रूप से अपने हाथ-पैर नहीं हिलाएं। अंगुलियां चटकाना आपमें आत्मविश्वास की कमी को दर्शाता है। खुद को सहज रखें और जो भी बोलें स्पष्ट और आत्मविश्वास के साथ बोलें। किसी प्रश्न को अच्छी तरह से नहीं सुनने पर क्षमा मांगते हुए प्रश्न को दुहराने के लिए प्रार्थना करना असभ्य व्यवहार नहीं माना जाता है। प्रश्न पूछने के बाद उत्तर के लिए थोड़ी देर सोचें फिर बोलें। बोलने के लिए अपनी बारी की प्रतीक्षा करें, बीच में हस्तक्षेप करते हुए बोलना अच्छी आदतों में शुमार नहीं होता है।

कुछ कॉमन प्रश्नों के उत्तर देने की अच्छी प्रैक्टिस कर लें

इंटरव्यू बोर्ड के द्वारा कुछ प्रश्न ऐसे होते हैं जो प्राय: सभी कैंडीडेटस से पूछे जाते हैं और जिनके उत्तर में व्यक्तित्व के कई आयामों को परखने की अद्भुत क्षमता होती है। लिहाजा ऐसे प्रश्नों की सूची बना कर उनके उत्तर देने की प्रैक्टिस करनी चाहिए। सबसे कॉमन प्रश्न ‘आप अपने बारे में बताएं’ है, जिसके उत्तर सामान्य रूप से खुद का इन्ट्रोडक्शन नहीं होता है।

अपनी काबिलियत और वर्तमान में क्या कर रहे हैं और भविष्य में आपके क्या विजन है इन सब बातों को शामिल करनेवाले उत्तर उत्कृष्ट माने जाते हैं। फिर आपने पहलेवाली नौकरी क्यों छोड़ दी, जिस जॉब के लिए आप इंटरव्यू दे रहे हैं इसके लिए आप खुद को कैसे योग्य मानते हैं, अपनी कुछ कमजोरियां और स्पैशलिटी बताएं, आप खुद को आज से पाँच या दस वर्ष बाद कहां देखना चाहते हैं, इत्यादि कई प्रश्न हैं जिनके उत्तर के लिए पूर्व की तैयारी और प्रैक्टिस आवश्यक है।

खुल कर बोलें, ईमानदार बनें और दिखावा नहीं करें

ईमानदार बनने से मतलब यह है कि आप इंटरव्यू बोर्ड के सामने खुल कर आयें और जिस भी प्रश्न के उत्तर दे रहे हैं उसे पूरी ईमानदारी से दें। ब्लफिंग अर्थात झूठे दावे करने से बचना चाहिए। प्रश्नों के गलत उत्तर देने की बजाय ‘माफ कीजिए, इस प्रश्न का उत्तर मैं नहीं जानता हूं’ बेहतर, सभ्य और सराहनीय होता है|

और इसका प्रभाव काफी सकारात्मक होता है। अपने बारे में बड़ी-बड़ी बातें करने और डींगें हांकने से सफलता की राहें और भी जटिल होती जाती हैं। पूरी इंटरव्यू तक विनम्र बने रहें और अपने उत्तर को किसी बहस में बदलने से बचें।
संयमित रहें, आशावान बने रहें, हतोत्साहित नहीं दिखें

कुछ लोग काफी बोलते हैं। ऐसे लोग इंटरव्यू बोर्ड में भी खुद को संयमित नहीं रख पाते हैं। इस स्थिति से बचे रहने की जरूरत है। प्रश्न पूछे जाने के बाद बच्चों की तरह तपाक से उत्तर नहीं दें। अपना समय लें, सोचें और तब उत्तर दें। शब्दों का सावधानीपूर्वक चयन करें।

उत्तर सटीक हो और प्रासंगिक हो। उत्तर देने के बाद शांत हो जाएँ। आपके बात करने के तरीके से यह पता लगना चाहिए कि आप परिश्रमी हैं और जीवन में सफलता के लिए इंतजार कर सकते हैं। इंटरव्यू बोर्ड के सदस्यों से अधिक परिचित होने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। इंटरव्यू बोर्ड में फॉर्मल और संयमित बने रहें।

क्या नहीं करें

  • इंटरव्यू के दौरान उम्मीदवार को निम्न प्रश्न पूछने से परहेज करना चाहिए 
  • जॉब्स में क्या-क्या सुविधाएं मिलेंगी।
  • अपने पूर्व के नियोक्ता के बारे में कुछ भी नेगटिव नहीं बोलें।
  • बिना पूछे अपनी उपलब्धियों के बारे में नहीं बताएं।
  • सरकार, सरकारी नीतियों तथा राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ भी अपनी राय व्यक्त नहीं करें। इस सब के बारे में कुछ बोलना ही हो तो सकारात्मक ही बोलें।
  • इंटरव्यू में सफलता के ग्राउन्ड रुल्स
  • प्रसिद्ध प्रेरक वक्ता टी हार्व एकेर ने एक बार कहा था, ‘यदि आप खुद को डरा हुआ महसूस कर रहे हैं तो खुद से पूछिए कि वो डर क्या है। शेष दुनिया भी इसी तरह से भयभीत है। प्रतियोगिता को कम मत आँकिए और न ही खुद को कम मत समझिए।
  • इस बात का हमेशा ध्यान रखिए कि आप अपनी सोच से कई गुने बेहतर हैं।’
  • सच पूछिए तो साक्षात्कार के भय का साइकॉलजी भी इस सत्य से बिल्कुल अलग नहीं है। इंटरव्यू केवल ज्ञान का टेस्ट नहीं होता है, यह उम्मीदवारों के साहस, धैर्य, आत्मविश्वास और कठिन परिस्थितियों में भी बिना घबराएं हुए आगे बढ़ने की काबिलियत की परीक्षा का अवसर होता है।
  • यदि इंटरव्यू के कुछ ग्राउन्ड रुल्स को ध्यान में रखकर योजनाबद्ध तरीके से तैयारी की जाए तो इसमें कामयाबी सुनिश्चित हो जाती है।
  • बोर्ड से हमेशा सत्य बोलिए। ईमानदार बनिए। बोर्ड से कुछ भी मत छुपाइए।
  • विनम्र बनिए। शिष्टता के साथ व्यवहार करिए। कभी भी उग्रता मत दिखाइए।
  • इंटरव्यू के दौरान बोर्ड की बातों को ध्यान से सुनिए और जागरूक रहिए।
  • कठिन प्रश्नों के उत्तर को अनुमान से नहीं दीजिए। बल्कि आप उनके उत्तर नहीं जानते हैं, क्षमासहित बोल दीजिए।
  • घबराएं नहीं, आत्मविश्वास के साथ बोर्ड का सामना करिए।
  • सहज बने रहिए। किसी भी आडंबर से बचकर रहिए।
  • जो भी बोलें स्पष्ट बोलें और आत्मविश्वास के साथ बोलें।
  • निर्धारित समय से पूर्व इंटरव्यू के लिए पहुंचे।
  • शालीन, स्वच्छ और अच्छी तरह से इस्तरी किए हुए कपड़े पहनें।
    बॉडी लैंग्वेज का ध्यान रखें।
  • बार-बार पूछे जानेवाले प्रश्नों के उत्तर की तैयारी कर लेने से इंटरव्यू बोर्ड के सामने घबराहट नहीं होती है।

श्रीप्रकाश शर्मा


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