जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: हाथरस गैंगरेप मामले की जांच के लिए सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में बनाई गई एसआईटी ने अपनी जांच पूरी कर ली है। आज एसआईटी के लखनऊ लौटने की संभावना है। इसके बाद एसआईटी अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपेगी।
भगवान स्वरूप के अलावा एसआईटी में डीआईजी चंद्र प्रकाश द्वितीय और एसपी पूनम बतौर सदस्य शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी ने अपनी पड़ताल के दौरान 100 से अधिक लोगों के बयान कलमबंद किए हैं।
इसमें पीड़िता के परिवार के अलावा अभियुक्तों, पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के बयान भी शामिल हैं। इस मामले में कुछ और अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की जा सकती है।
प्रारंभिक जांच पर हो चुकी है कार्रवाई
एसआईटी ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दो दिन बाद ही दे दी थी जिसके आधार पर हाथरस के एसपी और पुलिस उपाधीक्षक समेत पांच पुलिस कर्मियों को निलंबित किया जा चुका है। इसके अलावा पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश भी की जा चुकी है। इस पूरे मामले में हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में अलग सुनवाई शुरू हो गई है।
सीबीआई जांच शुरू होने का इंतजार
तीन दिन पहले ही सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई से कराने का फैसला किया था। रविवार को सिफारिश प्रदेश सरकार से केंद्र को भेजी भी जा चुकी है। लेकिन केंद्र से अभी इस मामले की जांच को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस मामले में सीबीआई अपने यहां एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर सकती है।