- सोशल मीडिया में फैलाई गई अफवाह
जनवाणी ब्यूरो |
सहारनपुर: लगातार दो विधानसभा और दो ही लोकसभा का चुनाव हार चुके कांग्रेस के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष इमरान मसूद के सपा में शामिल किए जाने की अफवहा उड़ी तो सियासी हल्के में हलचल मच गई। हालांकि, ऐसा कुछ नहीं है। खुद इमरान मसूद ने ही फेसबुक पर लाइव आकर इसका खंडन किया।
बता दें कि इमरान मसूद काजी रशीद मसूद के भतीजे हैं। वह बेहट क्षेत्र से एक बार विधायक भी चुने जा चुके हैं। लेकिन सन 2012 का विधानसभा चुनाव और फिर 2017 का विधान सभा चुनाव भी हार चुके हैं। इमरान मसूद सन 2014 में उस समय सुर्खियों आए जब उन्होंने नरेंद्र मोदी को बोटी-बोटी करने का बयान दिया। यहीं से उनकी छवि पर सांप्रदायिक सोच का धब्बा लगा।
बहरहाल, 2019 का लोकसभा चुनाव भी इमरान सहारनपुर सीट से हार गए। इन दिनों इमरान कांग्रेस में वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष हैं। गुरुवार को कुछ वाट्सएप ग्रुपों पर यह खबर फैली कि इमरान मसूद सपा में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के हवाले से यहां तक कह दिया गया कि इमरान मसूद की पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मीटिंग भी हो चुकी है। यह खबर जब फैली तो इमरान मसूद को खुद फेसबुक पर लाइव आकर इसका खंडन करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह साजिश के तहत किया गया है।
उधर, सपा जिलाध्यक्ष चौधरी रुद्रसेन ने कहा कि इमरान को पार्टी में लेने का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव व उनके पिता पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को काफी भला-बुरा कहा है। यही नहीं, इमरान को लेकर पार्टी में कोई गुंजाइश ही नहीं है। उन्हें सपा में कोई जगह नहीं मिल सकती है।