जनवाणी संवाददाता |
चांदीनगर: लहचौडा गांव मे एक दलित युवक की मौत हो गयी, जिसके बाद परिजन उसका अन्तिम संस्कार करने चयनित शमशान घाट पर पहुंचे। जहा किसान ने वहा अन्तिम संस्कार नही करने दिया। सूचना पर पहुची पुलिस ने पीडितों को समझा दूसरी जगह अन्तिम संस्कार कराया।
लहचौडा गांव मे शमशान घाट की भूमि को लेकर बीस वर्षो से विवाद चला आ रहा है। जिसके चलते ग्रामीण गांव के नाले के समीप मृतको का अन्तिम संस्कार करते है। गांव के ही धर्मपाल उर्फ पाले पुत्र रामबीर के खेतो मे शमशान की भूमि चयनित की गयी थी। जिस पर बीस वर्षो से किसान ने स्टे ले रखा है।
जिस कारण विवाद के चलते वहा अन्तिम संसार नही होता है। मंगलवार को लहचौडा के 28 वर्षीय दलित अनिल पुत्र रमेश की उपचार के दौरान मौत हो गयी। दलित समाज के लोग चयनित शमशान घाट की भूमि पर युवक का अन्तिम संसार करने पहुचे जहा खेत मालिक पाले पुत्र रामबीर ने उन्हे रोक दिया।
सूचना पाकर चांदीनगर पुलिस मौके पर पहुची और दोनो पक्षो को सुना। मामला कोर्ट मे विचारधीन होने के कारण दरोगा राममूर्ति ने दलित समाज के लोगो को समझया। जिसके बाद युवक के शव का दूसरी जगह अन्तिम संस्कार कर दिया गया।