- मानक, कानून की उड़ाई जा रही धज्जियां
जनवाणी संवाददाता |
लावड़: कस्बे में अवैध कालोनियों का कारोबार फल-फूल रहा है। सरकारी हो या गैर सरकारी जमीनों पर कब्जा करके अवैध कालोनियों का निर्माण किया जा रहा है। एक अनुमान के अनुसार कस्बे में लगभग आधा दर्जन से अधिक अवैध कालोनी व दुकानों का निर्माण धड़ल्ले से किया जा रहा है। वहीं, आरोपी है कि पूरे कस्बे में कई अवैध कॉमर्शियल बिल्डिंग भी बनाई जा रही है, लेकिन किसी भी निर्माण करने वाले मालिक के पास किसी भी तरह का कोई भी नक्शा पास भी है। बस धड़ल्ले से निर्माण पर निर्माण किया जा रहा है।
कस्बे सहित मीठेपुर मार्ग, लावड़, समसपुर मार्ग, लावड़-मसूरी मार्ग आदि पर कई जगह-जगह अवैध कालोनियों का निर्माण सेटिंग-गेटिंग से किया जा रहा है। पीडब्ल्यूडी की टीम आती है और निर्माण करने वालों से मिलकर खानापूर्ति कर चली जाती है। आधा दर्जन से अधिक कालोनिया ऐसी भी है, जिन्हें बनाए हुए लगभग 10 वर्ष हो चुके हैं, लेकिन आज भी ये पीडब्ल्यूडी से पास नहीं है और न ही इनमें बिजली, पानी जैसी मूल सुविधा भी नही हैं।
आरोप है कि बिल्डर आते हैं और कालोनी काटकर चले जाते हैं। लावड़ में बिल्डरों द्वारा खेती की जमीन खरीद कर उस पर कालोनी काट देना आम बात हो गई है। फिर उस कालोनी में मिट्टी से भराव करने के लिए अवैध मिट्टी खनन माफिया से मिलकर उसने मिट्टी से भराव किया जाता है, लेकिन स्थानीय प्रशासन से लेकर सभी अधिकारी खामोश हैं। किसी का भी ध्यान इन अवैध कालोनियों पर नहीं है।
- केस-1
लावड़ ग्रीन वैली मंडप के पास एक अवैध बिल्डिंग का निर्माण कई महीनों से चल रहा है। जबकि बिल्डिंग मालिक के पास इसका कोई नक्शा भी पास नहीं है। आसपास के कालोनीवासियों आरोप है कि इस बिल्डिंग में एक प्राइवेट स्कूल का निर्माण किया जा रहा है।
- केस-2
महलका-लावड़ मार्ग पर कमेले के पास एक अवैध मार्केट हैं। जिसमें दुकानों का निर्माण किया जा रहा है। वहीं उसके पास एक अवैध कालोनी का भी निर्माण किया जा रहा है। आरोप है कि इन दोनों में से किसी के भी पास कोई मानक अनुसार प्रमिशन नहीं है। फिर भी इन दोनों पर रात-दिन धड़ल्ले से निर्माण चल रहा है।
- केस-3
कस्बे देहात गांव महल में भी मेन रोड पर खेती की जमीन में अवैध कालोनी काटकर उसमें दुकानों का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन किसी भी अधिकारी का इस ओर कोई भी ध्यान नहीं है।
भू-माफिया की वजह से किसान परेशान
कस्बे में लावड़ महलका मार्ग स्थित कमेले के पास प्रदीप, अवधेश, महेश, दिनेश पुत्रगण विद्याभूषण की लगभग 32 बीघा जमीन है। जिसमें भू-माफियाओं द्वारा एक भाई से सेटिंग करके उसके हिस्से की जमीन खरीदी हुई बताकर तीनों भाइयों के हिस्से की जमीन भी हड़पने की कोशिश की जा रही है।
आरोप है कि भू-माफिया मनोज निवासी ग्राम चिंदौड़ी अपने साथियों के साथ मिलकर तीनो भाइयों पर जमीन बेचने का दबाव बना रहा है और प्रदीप को जमीन पर खेती न करने देने की धमकी दे रहा है। इस संबंध में प्रदीप ने थाना इंचौली पर गत 16 मई को दोनों भू-माफियाओं के खिलाफ शिकायती पत्र दिया था। किसान प्रदीप ने आरोप है कि उसकी जान को भू-माफियाओं से खतरा है।
क्योंकि भू-माफिया द्वारा खेत पर आकर उसे धमकी दी जा चुकी है, लेकिन पुलिस द्वारा कोई भी संतोषजनक कार्रवाई नहीं की गई। आरोप है कि मनोज ने सेटिंग करके हम तीनो भाइयों की जमीन भी कुर्क करा दी। जिसकी वजह से प्रदीप व उसका परिवार दहशत में है और आत्महत्या करने की बात कह रहा है।
पानी न मिलने से सूखी फसलें
किसान हरेंद्र का आरोप है कि लगभग एक वर्ष पूर्व उसने कुर्क हुई भूमि को बटाई पर ले रखी थी, जिसमें वो पिछले कई महीनों से खेती कर रहा है। अब फसल काटने का समय आया तो इन चारों भाइयों में विवाद हो गया और ट्यूबवेल भी बंद हो गई। जिससे उसकी व आसपास की सभी खेतों की फसले सूख गई।
खेती में भरी नुकसान होने के कारण हरेंद्र व उसकी पत्नी रीता दोनों मानसिक रूप से बीमार हो गए। आरोप है कि इस ट्यूबवेल से 15 से 20 खेतों में पानी दिया जाता है, लेकिन अब पानी न मिलने से सभी किसानों की खेती सूख रही है। प्रदीप ने आरोप लगाया कि भू-माफिया मनोज ने पुलिस से सेटिंग करके ट्यूबवेल में ताला लगाकर चाबी स्वयं रख ली।