- करोड़ों रुपये से जुड़ा है मामला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: चौधरी चरण सिंह विवि व उससे संबंधित 12 कॉलेजों पर एससी-एसटी विद्यार्थियों के प्रवेश के नाम पर करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति एवं फीस प्रतिपूर्ति हासिल करने के मामले में जांच बैठ गई है। पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष देवेश राणा के शिकायत के बाद निदेशक राकेश कुमार ने समाज कल्याण के उप निदेशक कृष्णा प्रसाद एवं वरिष्ठ आॅडिटर नीरज मद्धेशिया की दो सदस्यीय जांच समिति बना दी है। समिति पांच वर्षों में इन कॉलेजों द्वारा विभिन्न विषयों में प्राप्त छात्रवृत्ति एवं प्रतिपूर्ति की जांच करेगी। समाज कल्याण अधिकारी मेरठ से भी 12 कॉलेजों के रिकॉर्ड मांगे गए हैं।
इन कॉलेजों की होगी जांच
दयानंद विद्यापीठ, दयानंद कॉलेज आॅफ फॉमेर्सी, दयानंद कॉलेज अॅफ लॉ सोल्दा, महर्षि दयानंद एजुकेशन इंस्टीट्यूट, फकीर चंद विद्यापीठ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी, शारदा कॉलेज आॅफ एजुकेशन एंड टेक्नोलॉजी, गणपति विद्यापीठ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, दयावती कॉलेज आॅफ एजुकेशन, सनराइज कॉलेज आॅफ हायर एजुकेशन, रेम्बो कॉलेज आॅफ हायर एजुकेशन, मेरठ विद्यापीठ एजुकेशनल इंस्टीट्यूट, जाकिर हुसैन कॉलेज आॅफ हायर एजुकेशन।
20 नवम्बर तक जनपद में धारा-144 लागू
मेरठ: जिला मजिस्ट्रेट दीपक मीणा ने बताया कि वर्तमान में कोरोना वायरस संक्रमण से हो रही बीमारियों के दृष्टिगत एवं आगामी माह/दिनों में गांधी जयंती, महानवमी, दशहरा, ईद-ए-मिलाद-बारावफात एवं दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैयादूज, गुरुनानक जयंती, कार्तिक पूर्णिमा आदि पर्व के अतिरिक्त लोक सेवा आयोग उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित की जाने वाली प्रतियोगी परीक्षाएं, विभिन्न आयोगों तथा महाविद्यालयों की परीक्षाओं के दृष्टिगत जनपद में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 पहली अक्टूबर से 20 नवम्बर की मध्यरात्रि 12 बजे तक जनपद के सभी 31 थाना क्षेत्रों में जिसमें महिला थाना सम्मिलित है, लागू रहेगी।
जेल से निकलते ही सुमन भदौड़ा गिरफ्तार
मेरठ: शस्त्र अधिनियम के एक मामले में जेल में बंद शातिर बदमाश योगेश भदौड़ा की पत्नी सुमन भदौड़ा को जमानत में बाहर आते ही टीपीनगर पुलिस ने रंगदारी के एक मामले में गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया। इंस्पेक्टर टीपीनगर संत शरण सिंह ने बताया कि 19 सितंबर को सुमन भदौड़ा शस्त्र अधिनियम के मामले में जेल गई थी। शनिवार को उसकी जमानत हो गई थी। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस को जेल के बाहर तैनात कर दिया गया था।
योगेश भदौड़ा के खिलाफ 2019 में टीपी नगर थाने में रंगदारी का मुकदमा उद्यमी धनेंद्र जैन ने कराया था। योगेश भदौड़ा, गजेन्द्र और सुरेन्द्र ने पांच लाख की रंगदारी धनेंद्र जैन से मांगी थी। बाद में विवेचना में योगेश की पत्नी सुमन भदौड़ा का नाम भी आया था। पुलिस ने सुमन को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। जहां से उसे जेल भेज दिया गया। गिरफ्तारी के समय सुमन ने पुलिसकर्मियों के सामने विरोध भी किया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।