- शहर की सड़कों पर हर समय रहता है खतरा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: शहर की सड़कों में बने गड्ढों से जहां एक तरफ राहगीर एवं स्थानीय लोग परेशान हैं। वहीं, दूसरी तरफ सड़क के बीच में जो डिवाइडर बने हैं, उन पर विज्ञापन के यूनिपोल लगे हुए हैं, जिसमें अधिकतर जगहों पर डिवाइडर के टूटने व यूनिपोल के उखड़ गए हैं। जिसके चलते टूटे डिवाइडर व उखडे यूनिपोल किसी भी समय बडी सड़क दुर्घटना को अंजाम दे सकते हैं, जिससे इंकार नहीं किया जा सकता है। नगर निगम व मेडा दोनों के ही क्षेत्र में डिवाइडर के क्षतिग्रस्त होने व कई जगह पर यूनिपोल के उखड़ने की शिकायत लोगों द्वारा संबंधित विभाग में की जा रही है।
शहर में मवाना रोड गंगानगर के निकट सड़क के बीच में जो डिवाइडर बना है। डिवाइडर पर ही विज्ञापन के लिए यूनिपोल लगे हुए हैं। जिसमें सड़क हादसों के दौरान कई जगहों पर यूनिपोल टूटने व डिवाइडर के क्षतिग्रस्त होने की समस्या बनी हुई है। वहीं बागपत रोड के साथ सदर तहसील के निकट भी डिवाइडर क्षतिग्रस्त हो गया है, लेकिन निगम या फिर मेडा और विज्ञापन कंपनी के ठेकेदार के द्वारा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। संबंधित विभाग के अधिकारी इस तरफ से आंखे मूंदे बैठे हैं।
वहीं यह अधिकारियों की लापरवाही किसी बड़े सड़क हादसे को अंजाम दे सकती है। टूटे डिवाइडर एवं यूनिपोल की चपेट में आकर किसी भी समय बडी सड़क दुर्घटना हो सकती है। शहर में अधिकतर जगहों पर स्ट्रीट लाइटें खराब पड़ी हुई हैं, जिसमें शहर की सड़कों में बेशुमार गड्ढे ओर क्षतिग्रस्त डिवाइडर एवं यूनिपोल बडेÞ हादसे का सबब बन सकते हैं। वहीं निर्माण विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाल ही में निगम के द्वारा जो टेंडर छोडेÞ गए हैं,
उनमें सड़क के क्षतिग्रस्त डिवाइडर व टूटे यूनिपोल को भी ठीक कराया जायेगा, ताकि कोई सड़क हादसा न हो। वहीं निगम के मुख्य लेखाधिकारी जितेंद्र यादव ने बताया कि जिन जगहों पर विज्ञापन के पोल लगे हैं यदि उन जगहों पर डिवाइडर में कोई क्षति होती है तो उसे ठेकेदार ठीक करायेगा बाकी जगहों पर निगम या यदि एमडीए का क्षेत्र है तो ठीक कराने की उसकी जिम्मेदारी बनती है।