- 15 दिसंबर के बाद मलमास लगने से भी एक माह के लिए बंद हो जाएंगे शुभ कार्य
- 2021 में भी कुल 50 शुभ मुहूर्त
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: कोरोना संक्रमण के खतरे के बीच वैवाहिक आयोजन नहीं हो पा रहे थे। देवोत्थान एकादशी के बाद से सहालग की धूम तो शुरू हो गई हैं, लेकिन ये केवल 15 दिसंबर तक ही सुनाई देगी। क्योंकि उसके बाद मलमास लगने की वजह से एक माह तक शुभ कार्य बंद हो जाएंगे। वहीं, वर्ष 2021 की बात करे तो उसमें केवल 50 ही शादी के शुभ मुहूर्त है और जनवरी से मार्च तक शहनाई की धूम सुनाई नहीं देगी।
ज्योतिषाचार्य राहुल अग्रवाल का कहना है कि नवंबर माह में शादी के केवल दो ही मुहूर्त थे। जिसमें से एक बीत चुका है और अब 30 नवंबर को सबसे ज्यादा शादियां होगी। दिसंबर के बाद अगले साल मार्च तक शादियों के शुभ मुहूर्त नहीं है। इसके बाद मई 2021 में सबसे ज्यादा 15 दिन शादियां हो सकेगी। ज्योतिषों की माने जनवरी से मार्च के बीच शादी कम हैं, लेकिन अब 22 अप्रैल से विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू होंगे।
2021 में सिर्फ 50 मुहूर्त
अगले साल केवल शादी के 50 ही मुहूर्त है। ज्योतिषों के अनुसार बृहस्पति और शुक्र ग्रह के कारण साल के शुरूआती महीनों में विवाह की तिथि नहीं है। मकर संक्राति के बाद 19 जनवरी से 16 फरवरी तक गुरु अस्त रहेगा। इसके बाद 16 फरवरी से शुक्र 17 अप्रैल तक अस्त रहेगा। इस कारण विवाह का पहला मुहूर्त 22 अप्रैल को पड़ेगा। उसके बाद देवशयन से पूर्व 15 जुलाई तक 37 दिन ही विवाह के मुहूर्त बचे हैं।
बसंत पंचमी पर भी मुहूर्त नहीं
वर्ष 2021 में बसंत पंचमी 16 फरवरी को पड़ रही है। इसे भी विवाह के लिए अबूझ माना जाता हैं, लेकिन इस दिन सूर्योदय के साथ ही शुक्र अस्त हो जाएगा। इस कारण हिंदू परंपरा में इसे विवाह मुहूर्त में नहीं गिना गया है।