6 सितंबर तक आयोजित की जाएगी परीक्षा
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: भारी विरोध के बीच 1 से 6 से सितंबर के बीच होने जा रही जेईई मेन की परीक्षा इस बार बदली-बदली दिखाई देगी। परीक्षा केंद्र में प्रवेश के दौरान चेकिंग से लेकर आई कार्ड तक सब बदला हुआ दिखाई देगा।
परीक्षा के लिए एनटीए ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। इस साल न सिर्फ सिटिंग अरेंजमेंट अलग होगा, बल्कि परीक्षा केंद्र के बाहर तलाशी का तरीका भी एकदम अलग होगा।
बता दें कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए पहली बार जेईई मेन और नीट परीक्षा में परीक्षा केंद्र पर तलाशी का तरीका पूरी तरह बदल दिया गया है।
इस बार हाइटेक ढंग से टच फ्री चेकिंग की जाएगी। यही नहीं केंद्र पर ही आरोग्य सेतु ऐप के जरिए एस्टेटस वेरिफिकेशन किया जाएगा। परीक्षा केंद्रों में इस तरह से तलाशी होगी जिसमें बिना छुए भी यह पता लगाया जा सके कि उम्मीदवार ने किसी भी तरह का इलेक्ट्रॉनिक गैजेट या कागज का टुकड़ा अपने पास न रखा हो।
परीक्षा केंद्र पर वही चीजें ले जा सकता है, जिसकी इजाजत एडमिट कार्ड और एनटीए की ओर से मान्य है। इसके बाद परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले सैनिटाइजेशन और दस्तावेजों का सत्यापन किया जाएगा।
इसीलिए परीक्षा केंद्रों में पहुंचने के लिए उम्मीदवारों को 20-20 मिनट के स्लॉट दिए गए हैं। वही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन बहुत सख्ती से होगा।
इसके अलावा उम्मीदवारों की बुखार और अन्य लक्षणों की जांच भी यहां होगी। बता दें कि एनटीए ने परीक्षा केंद्रों पर मास्क और सैनिटाइज़र की व्यवस्था की है।
हर एक परीक्षा के बाद दूसरी पाली की परीक्षा के लिए हर कंप्यूटर को सैनिटाइज़ किया जाएगा। इसके अलावा अभिभावकों से अनुरोध किया गया है कि वे परीक्षा केंद्र में आकर भीड़ न लगाएं।
यहां तैनात किए जा रहे सभी कर्मचारियों को सुरक्षा के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। पहली पारी सुबह 9.30 बजे से दोपहर 12.30 बजे के बजाय सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 2 बजे के बजाय दोपहर 3 बजे शुरू होगी।
एनटीए का कहना है कि इससे दूसरी पाली के लिए कंप्यूटर लैब को साफ करने का समय मिल जाएगा।भीड़ से बचने के लिए उम्मीदवारों को परीक्षा केंद्रों पर रिपोर्टिंग के लिए समय स्लॉट दिए गए हैं। इसके मुताबिक 20 मिनट के स्लॉट में अधिकतम 40 छात्र रिपोर्ट कर सकते हैं।
वही कोविड 19 के लक्षण जैसे जुकाम बुखार आदि है तो उसे अलग से बने आइसोलेशन रूम में बैठाया जाएगा। उसकी परीक्षा उसी रूम में होगी। इसीलिए हर परीक्षा केंद्र पर आइसोलेशन रूम बनाए गए हैं ताकि एग्जाम में कोई स्वस्थ छात्र दूसरे से संक्रमण का शिकार न हो।
इन बातों का रखा जाएगा खास ध्यान
- मास्क पहनना जरूरी होगा
- हाथों में पहनने होंगे दस्ताने
- पारदर्शी पानी की बोतल
- हैंड सैनिटाइजर होना चाहिए
- परीक्षा से संबंधित दस्तवेज जैसे एडमिट कार्ड,आईडीकार्ट और अन्य जरूरी दस्तवेजों का होना जरूरी
- नकल रोकने के लिए मेटल डिटेक्टर से छात्रों की जांच होगी
- किसी भी प्रकार की धातु आदि से बने प्रोडक्ट को अपने साथ न लाएं
- मेटल डिटेक्टर दूर से जांच करेगा, इस दौरान छात्र के सीधे संपर्क में कोई नहीं होगा
- शौचालय जाने से पहले उन्हें अनुमति लेनी जरूरी होगी