Friday, March 29, 2024
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सरधना-बिनौली रोड पर ‘खतरे’ का सफर

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  • जर्जर हालत और टूटी पड़ी सड़क, आए दिन हो रहे हादसे, यात्री हलकान

जनवाणी संवाददाता |

सरूरपुर: सरधना-बिनौली रोड की हालत बेहद खस्ता हो चली है। लगभग 14 किमी लंबी सड़क पूरी तरह से गड्ढों में तब्दील होकर रह गई है। जिससे यह देख पाना मुश्किल हो चला है कि सड़क गड्ढों में है या गड्ढों में सड़क है। सड़क के बेहद जर्जर हालत और गड्ढों में तब्दील होने के कारण जहां वाहन चालकों को खासी दिक्कत हो रही है। वहीं, यात्रियों की जान भी जोखिम में पड़ रही है। यही नहीं सड़क खराब होने के कारण क्षेत्र का विकास भी पछड़ता जा रहा है। इसे लेकर क्षेत्र के ग्रामीणों ने जर्जर हालत में पहुंच चुकी है। सड़क को पुन: निर्माण करने की मांग की है।

अरसे से सरधना-बिनौली रोड की हालत बेहद दयनीय हो चली है। जर्जर हालत और गड्ढों में तब्दील हो चुके इस मार्ग पर चलना दूभर हो चला है। लगभग 14 किमी लंबे इस मार्ग पर सरधना से चलने के बाद भूनी, सरूरपुर, मैनापूठी, हर्रा तक हालत ऐसी हो चली है कि 40 की स्पीड पर भी वाहन पकड़ नहीं पाता है। जगह-जगह गड्ढों में तब्दील होने के कारण वाहन में ब्रेक का इस्तेमाल ज्यादा करना पड़ता है।

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जिस कारण वाहनों में मेंटेनेंस की समस्या बढ़ रही है तो वहीं दो पहिया वाहन चालकों के लिए खास तौर पर उड़ रही धूल व बिखरी पड़ी रोड़ी मुसीबत का सबब बन कर रह गई है। गड्ढों से बचने के फेर में जहां दो पहिया वाहन चालक हादसों का शिकार हो रहे हैं। वहीं, दो पहिया वाहन चालकों को भी गड्ढों के कारण खासी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई जगह से मार्ग धंस भी चुका है।

जगह-जगह गड्ढों में तब्दील हो चुके मार्ग से निकलकर सड़क पर बिखरी पड़ी रोड़ी बड़े हादसों का सबब बन रही हैं। इनसे बचने के फेर में अभी तक कई लोग जान भी गंवा चुके हैं। लगभग चार साल पहले पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाए गए इस रोड पर घटिया निर्माण सामग्री लगाए जाने के कारण एक साल बाद ही क्षतिग्रस्त हो गया था।

जिसके बाद से पीडब्ल्यूडी विभाग ने कई बार खानापूर्ति के लिए पेच वर्क करा, लेकिन घटिया सामग्री लगने के कारण वह भी उखड़ गया। अब हालत यह है कि रोड पूरी तरह से जर्जर हालत में पहुंच चुका है। जिससे यह पहचान पाना मुश्किल है कि सड़क में गड्ढे या गड्ढों में सड़क है। इस संबंध में क्षेत्र के लोगों का कहना है कि सड़क के बेहद जर्जर हालत में पहुंचने के कारण क्षेत्र का विकास भी अब पर पछड़ने लगा है।

दो जिलों को जोड़ने वाले इस मार्ग की हालत बेहद दयनीय होने के कारण वाहन चालकों ने भी इधर से रुख मोड़ लिया है तो वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के लोगों का मानना है कि कारोबार भी कमजोर पड़ गए। इसे लेकर क्षेत्र के ग्राम प्रधानों में एक पत्र भेजकर लोक निर्माण विभाग से सड़क निर्माण कराने की मांग रखी है।

कई ऐतिहासिक कस्बों और गांवों को जोड़ती है सड़क

बेहद जर्जर हालत और गड्ढों में तब्दील हो चुके सरधना-बिनोली रोड कई ऐतिहासिक कस्बे व गांव में पडते हैं। जिस कारण यहां लोगों का ज्यादातर आना-जाना लगा रहता है। लगभग दो दर्जन गांवों व कस्बों में पहुंचने के एकमात्र साधन सरधना मिलने रोड पर हर्रा, खेड़ीकलां, मैनापूठी, जैनपुर, जसड़, सरूरपुर, करनावल, डाहर, गोटका, भूनी, चांदना व पांचली बुजुर्ग सहित लगभग दो दर्जन गांवों व कस्बे पड़ते हैं।

जबकि बरनावा के लाक्षागृह से शुरू होने वाली सड़क सरधना के चर्च के अलावा, ऐतिहासिक 32 फीट ऊंचा शिवलिंग वाले गांव डाहर ऐतिहासिक मंदिर व करनावल के ऐतिहासिक जैन मंदिर सहित कई ऐतिहासिक धरोहरों को जोड़ने का काम यह सड़क करती है।

मिनटों का सफर तय हो रहा घंटों में

सरधना से हर्रा मोड़ तक लगभग 14 किमी लंबे इस रोड पर बमुश्किल सड़क ठीक-ठाक होने पर 20 मिनट लगते हैं, लेकिन फिलहाल हालत यह है कि सरधना से चलने के बाद बार-बार लगने वाले ब्रेक के कारण एक घंटे से भी ज्यादा का समय वहां तक पहुंचने में लग रहा है। जर्जर हालत में सड़क पहुंचने के कारण इस तरह से मिनटों का सफर घंटे में तय करना पड़ रहा है।

वाहनों में बढ़ रहा मेंटेनेंस, हो रहे हादसे

सरधना-बिनोली रोड पर चलने वाले बस चालक प्रमोद शर्मा का कहना है कि सड़क के गड्ढों में तब्दील होने के कारण आए दिन वाहन में मेंटेनेंस बढ़ रहा है। उन्होंने बताया कि गत दिवस भी गड्ढे से बचने के फेर में सवारियों से भरी बस जहां पलटने से बची वहीं फट्टा टूटने के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया। इसके अलावा दूसरी बस के चालक मुजम्मिल के मुताबिक सड़क ज्यादा खराब होने के कारण बस में टायरों की लाइफ खत्म होने के साथ बॉडी व इंजन में भी मेंटेनेंस बढ़ गया है।

सांसद ने भेजा सड़क के पुनर्निर्माण का प्रस्ताव

सरधना-बिनौली रोड की जर्जर हालत को देखते हुए स्थानीय भाजपा सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह की ओर से जानकारी दी गई कि उन्होंने इस सड़क के पुनर्निर्माण के प्रस्ताव लोक निर्माण विभाग को भेज दिया है और शीघ्र ही इसी सड़क पर पुन: निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। इसके लिए सांसद प्रतिनिधि अभिमन्यु ने बताया कि डॉ. सत्यपाल सिंह की ओर से सड़क का प्रस्ताव बनाकर विभाग को भेज दिया गया है। जिस पर विभाग ने शीघ्र ही पुनर्निर्माण करने का भरोसा दिया है।

पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन बोले-शासन को भेजा प्रस्ताव

वहीं, दूसरी ओर पीडब्ल्यूडी के एक्सईएन अतुल कुमार ने बताया कि शासन को सात मीटर चौड़ी सड़क का प्रस्ताव पास करके भेजा गया है। क्षतिग्रस्त हालत में पहुंच चुकी इस सड़क के बारे में उन्होंने उम्मीद जताई है कि बजट सत्र के फौरन बाद बजट सेक्शन होने के तुरंत बाद अगले महीने निर्माण कार्य शुरू होने की पूरी उम्मीद है ।

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