जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आज सुबह दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे। केजरीवाल के साथ उनकी पूरी कैबिनेट भी थी। यहां वह दिल्ली सरकार द्वारा किसानों के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लेने पहुंचे थे। इस तरह किसानों का आंदोलन चलने के दौरान सिंघु बॉर्डर पहुंचने वाले केजरीवाल पहले मुख्यमंत्री बन गए हैं।
हालांकि केजरीवाल सिंघु बॉर्डर जरूर पहुंचे लेकिन वह मुख्य मंच तक नहीं जा पाए। इसकी वजह है किसानों का राजनेताओं से दूर रहना। किसान नहीं चाहते कि उनके इस आंदोलन को किसी नेता या पार्टी से जोड़ा जाए।
केजरीवाल ने यहां पहुंचकर कहा कि, हम शुरू से किसान आंदोलन के साथ खड़े हैं। मैं किसानों की मांग से सहमत हूं। मुझे लगता है उनकी सभी मांग जायज है। सरकार को उनकी बात माननी चाहिए। मैं आज यहां मुख्यमंत्री बनकर नहीं आया। मैं यहां उनका सेवक बनकर आया हूं। मैंने यहां की व्यवस्था भी देखी है। कुछ पानी की दिक्कत है। उसे ठीक कर लिया जाएगा।
भारत बंद पर क्या बोले केजरीवाल
उन्होंने भारत बंद पर कहा कि, हम भारत बंद का समर्थन कर रहे हैं। आप के सभी कार्यकर्ता को इसमें शांतिपूर्वक शामिल रहना है। हम इस बंद को सफल बनाएंगे।
केंद्र मुझपर दबाव बना रही थी
जब किसान आंदोलन शुरू हुआ तो मुझे 9 स्टेडियम को जेल बनाने के लिए कहा गया। मगर हमने नहीं माना। मुझे कई फोन आए। बहुत दबाव भी था। मगर मैंने अपने जमीर की सुनी। मुझे लगता है कि उस फैसले के कारण किसान आंदोलन को मजबूती मिली है। केंद्र का प्लान था किसानों को जेल में डालने का। मगर मंजूरी नहीं मिलने से आंदोलन मजबूत हुआ है।