जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर आए दिन एक नया ट्विस्ट सामने आ रहा है। अब खबर है कि अध्यक्ष पद के चुनाव में झारखंड के पूर्व मंत्री और प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केएन त्रिपाठी भी ताल ठोंकते नजर आएंगे। उन्होंने अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का फैसला किया है। गुरुवार को उन्होंने दिल्ली पहुंचकर नामांकन फॉर्म खरीदा, शुक्रवार को वह नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं, वरिष्ठ नेता शशि थरूर और दिग्विजय सिंह भी अध्यक्ष पद के चुनाव की रेस में हैं।
त्रिपाठी ने कहा, चुनाव लड़ने संबंधित आलाकमान का जो भी आदेश होगा, उसका वह पालन करेंगे। उन्होंने बताया, कांग्रेस पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है। यह लोकतंत्र का ही तकाजा है कि एक किसान का बेटा भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ कर सकता है। उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, ऐसा भारतीय जनता पार्टी में संभव नहीं है। त्रिपाठी ने कहा, कांग्रेस के श्रमिक संगठनों व अन्य नेताओं के कहने पर उन्होंने चुनाव लड़ने का मन बनाया है। बता दें, कृष्णानंद त्रिपाठी 2005 में डालटगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक बने थे। बाद में वह प्रदेश सरकार में मंत्री पद पर भी रहे।
सूत्रों के मुताबिक, संभावना है कि गांधी परिवार के समर्थन से उम्मीदवार के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे आज नामांकन दाखिल कर सकते हैं। सूत्रों का कहना है, कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दलित कार्ड खेल सकती है। किसी दलित को अध्यक्ष बनाए जाने की बात इसलिए उठ रही है ताकि केंद्र सरकार द्वारा द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति बनाए जाने के सियासी दांव का जवाब दिया जा सके। यही कारण है कि खरगे के अलावा, मीरा कुमार, मुकुल वासनिक और कुमारी शैलजा का नाम भी चर्चा में है। सूत्रों के मुताबिक, खरगे शुक्रवार सुबह सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। इस मुलाकात पर सभी की निगाहें टिकी हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की आज अंतिम तिथि है। शाम तक नामांकन की स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। हालांकि, कौन कौन मुकाबले में अंत तक रहेगा, इसका फैसला नाम वापसी की अंतिम तिथि 8 अक्तूबर को होगा। उम्मीदवारों की अंतिम सूची 8 अक्तूबर को शाम 5 बजे प्रकाशित की जाएगी। इसके बाद अगर जरूरत पड़ी तो मतदान 17 अक्तूबर को कराया जाएगा। इसके बाद मतों की गिनती 19 अक्तूबर को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किया जाएगा। अध्यक्ष पद के चुनाव में प्रदेश कांग्रेस कमेटियों के 9,000 से अधिक प्रतिनिधि मतदान करेंगे।