- बोर्ड बैठक में सदस्य ने की थी ठेकेदार के मानक के अनुरूप काम न किए जाने की शिकायत
- कैंट बोर्ड अफसरों को पहले ही ठेकेदार को लेकर किया था आगाह
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: ठेकेदार की कारगुजारी के चलते कैंट वासियों के लिए दीपावली गिफ्ट व ड्रीम प्रोजेक्ट समझे जा रहे डेयरी फार्म रोड का बनने के 10 दिन बाद ही टूटने का सिलसिला शुरू होने के चलते कैंट प्रशासन को काफी पहले ही आगाह कर दिया गया था। कैंट बोर्ड की बैठक में एक निर्वाचित सदस्य ने शिकायत की थी कि ठेकेदार ठीक प्रकार से काम नहीं कर रहे हैं। यह बात अलग है कि उनकी शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया गया।
जिसका परिणाम सामने हैं। सड़कों की मद में करीब एक करोड़ का भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया है, लेकिन सड़के के निर्माण में किस प्रकार की सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है इसका अंदाजा डेयरी फार्म रोड के हश्र से लगाया जा सकता है। इस सड़को देखते हुए करीब एक करोड़ के ठेके में जो अन्य सड़कें बनी हैं बारिश शुरू होने के बाद उनकी क्या हालत होने वाली है ये आसानी समझा जा सकता है।
आमतौर पर जब कोई ठेकेदार सड़क निर्माण करता है तो उसकी मियाद करीब पांच साल बतायी जाती है। भारी भरकम रकम खर्च करने के बाद भी यदि पांच साल की मियाद पूरी नहीं हो पाती है तो फिर सड़क निर्माण करने वाले ठेकेदार पर ही नहीं बल्कि उसके काम पर नजर रखने वाले तथा क्वालिटी कंट्रोल के लिए जिम्मेदारअफसरों पर भी सवाल है। बनते ही डेयरी फार्म रोड का हश्र देखने वालो का कहना है कि यदि यही हश्र होना था इतनी भारी भरकम रकम को कैंट बोर्ड प्रशासन किसी अन्य कार्य में खर्च कर लेता तो बेहतर था।
आसपास रहने वालों का कहना है कि करीब 15 साल बाद डेयरी फार्म रोड बनने से तमाम लोग खुश थे। सबसे ज्यादा राहत उन वाहन चालकों को मिली थी जो इस मार्ग से होकर गुजरते थे। जिनके वाहन आए दिन इस मार्ग का यूज करने की वजह से क्षतिग्रस्त हो जाते थे, लेकिन इस सड़क की दुर्दशा देख कर सभी निराश हैं।
यदि कैंट बोर्ड प्रशासन ने बोर्ड बैठक में ठेकेदरों की लापरवाही की शिकायत को गंभीरता से लिया होता तो ठेकेदार भी निर्माण सामग्री के प्रयोग में गंभीरता बरतता। रजबन से भगत चौक की ओर जाने वाली सड़क तथा माल रोड सरीखी सड़क जिसको मेरठ छावनी की शान माना जाता है उसके निर्माण में भी मानकों के अनुरूप निर्माण सामग्री को लेकर तमाम तरह की आशंकाए जतायी जा रही हैं। हालांकि इन सवालों का उत्तर तो सिर्फ कैंट प्रशासन के अफसर ही दे सकते हैं। साथ ही बड़ा सवाल ये भी कि क्या ऐसे ठेकेदार को अफसर ब्लैक लिस्ट करने की हिम्मत जुटा पाएंगे।
खबर के बाद टूटी नींद
जनवाणी में प्रमुखता से डेयरी फार्म रोड की खबर प्रकाशित किए जाने के बाद रविवार को ठेकेदार के कारिंदे डेयरी फार्म रोड की मरम्मत करने को जा पहुंचे। दावा किया जा रहा है कि इस बार मरम्मत में तकनीकि मानकों का ध्यान रखा जाएगा।