जनवाणी ब्यूरो |
नई दिल्ली: म्यूजिक इंडस्ट्री के जाने-माने सिंगर और म्यूजिक कंप्यूटर एआर रहमान आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है। बता दे एआर रहमान ने अपने हिंदी सिनेमा करियर की शुरुवात फिल्म ‘रंगीला’ से की थी। एआर रहमान ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया थी कि उनकी जिंदगी का सबसे यादगार पल वो था।
जब उन्होंने मगर ‘स्वरकोकिला’ लता मंगेशकर के साथ गाना गया था। साल 1998 में आई तमिल फिल्म निर्देशक मणिरत्नम की मूवी ‘दिल से’ के साथ हुई थी। इस मूवी का गाना ‘जिया जले’ में ‘स्वरकोकिला’ लता मंगेशकर ने अपनी आवाज दी है। हालांकि ये गाना रिकॉर्ड करना उनकी जिंदगी का सबसे यादगार पल है। दरअसल, बचपन से ही एआर रहमान के न सिर्फ फैन थे।
बल्कि खुद को उनका भक्त मानते थे। क्योंकि उनके घर में बचपन से ही लता मंगेशकर का एक बड़ा पोस्टर था। जिसे रोज उनके पिता नमन कर अपने दिन की शुरुआत करते थे। ऐसे में संगीतकार को जब लता मंगेशकर के लिए गाना कंपोज करने का मौका मिला तो वो इसे लेकर बेहद एक्साइटेड थे। लेकिन इसमें दिक्कत ये थी कि एआर रहमान सिर्फ चेन्नई में ही गाने रिकॉर्ड किया करते थे। मगर वो लता मंगेशकर के लिए मुंबई आकर रिकॉर्डिंग करने के लिए भी तैयार थाे।
हालांकि फिर लता मंगेशकर ने उन्हें तकलीफ न देते हुए खुद ही चेन्नई जाकर गाना रिकॉर्ड करने का फैसला किया। एंटरटेनमेंट न्यूज की रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने इसके लिए एक शर्त रख दी। उन्होंने कहा था कि वो सिर्फ गुलजार साहब की मौजूदगी में ही गाने की रिकॉर्डिंग करेंगी। तकार गुलजार को लता मंगेशकर भाई जैसा मानती थीं। इस पर वो तैयार हो गए।
लता मंगेशकर ने इसके बाद एक इंटरव्यू में बताया था कि कैसे जब वो इस गाने की रिहर्सल कर रही थीं तो अंत में वो अपने हिसाब से एक अलाप ले रही थी। ये अलाप संगीतकार एआर रहमान ने सुन लिया और फिर इसे ऐसे ही रखने की उन्होंने लता मंगेशकर से गुजारिश की थी। लता मंगेशकर ने बताया कि ये अनुभव बेहद खास रहा। ये कंपोजिशन भी काफी अच्छी बैठी थी। इस गाने की उनके म्यूजिक कंसर्ट्स में भारी मांग रही। नए दौर में गाया ये गाना उनका भी पसंदीदा रहा था।