जनवाणी संवाददाता |
नई दिल्ली: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत दिल्ली स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसानों के आंदोलन के बीच रविवार की दोपहर 2.30 बजे पहुंचे। उन्होंने पीड़ित श्रद्धांजलि देने से पूर्व कहाकि मैं आंदोलन में शहीद हुए 35 किसानों को श्रद्धांजलि देने आया हूं।
किसान भगवान का रूप है तथा किसान और भगवान से कोई नहीं जीत सकता। हरिद्वार के किसान इस आंदोलन में आए हैं और हम सब किसान के बेटी और बेटे हैं। किसान एकता को जिंदाबाद कहने के लिए आया हूं और मुझे पूरा भरोसा है भगवान के न्याय परकिसानों को अवश्य ही न्याय मिलेगा।
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत करीब 10 मिनट किसानों का जिस स्थान पर आंदोलन चल रहा है वहां रुके और आंदोलन को समर्थन करने के बाद लौट गए। इस बीच उनके किसान आंदोलन में पहुंचने की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी भी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे।