Saturday, April 20, 2024
- Advertisement -
HomeUttar Pradesh NewsSaharanpurदेवबंद आबादी क्षेत्र में मानक अनुरूप नहीं बनाया गया है सर्विस रोड

देवबंद आबादी क्षेत्र में मानक अनुरूप नहीं बनाया गया है सर्विस रोड

- Advertisement -
  • आबादी क्षेत्र में पुल के नीचे सर्विस रोड खराब होने से जाम में फंसे वाहन 

जनवणी संवाददाता |

देवबंद: स्टेट हाईवे-59 पर भगवा रंग में रंगा टोल प्लाजा दरअसल, लूट-खसोट का अड्डा बन चुका है। टैक्स के नाम पर अनाप-शनाप वसूली के अलावा संंपर्क मार्ग पर अवैध रूप से लगाया गया बैरियर भी राहगीरों के लिए मुसीबत बन गया है। यही नहीं, देवबंद आबादी क्षेत्र में करीब 4 किमी लंबे फ्लाईओवर के नीचे कंपनी ने भू-माफिया से साठगांठ कर हाईवे का स्वरूप ही बिगाड़ दिया है।

टोल पर टैक्स के नाम पर खुली लूट तो हो रही पर हाईवे की उचित देखभाल नहीं हो रही है। यहां आबादी क्षेत्र में सड़क गड्ढ़ों में तबदील होने लगी है। देश की राजधानी दिल्ली से वाया मेरठ, उत्तराखंड, हरियाणा व पंजाब को जोड़ने वाले बेहद महत्वपूर्ण हाईवे-59 को उपसा व एपको कंपनी ने फोरलेन किया है। कंपनी द्वारा ऐतिहासिक व धार्मिक नगरी देवबंद के ऊपर से करीब चार किमी लंबा पुल बनाया गया है।

नगरवासियों की मर्जी के खिलाफ बने इस पुल से जहां देवबंद आबादी क्षेत्र में भूमि की वैल्यू कम हो गई, वहीं अधिकतर वाहन पुल के ऊपर से गुजर जाने के कारण लोगों के कारोबार भी प्रभावित हुए हैं। इन सबके बावजूद करीब तीन साल तक हाईवे निर्माण के दौरान धूल फांकने और सड़क चौड़ीकरण के नाम पर अपनी दुकान व मकान गंवाने वाले देवबंद के लोगों को हाईवे पर सफर करना भी बेहद मंहगा पड़ रहा है।

टोल के नाम पर रोड होल्डअप करे बैठे कंपनी के लोग देवबंद के लोगों को न तो टोल में रियायत देते हैं और न ही संपर्क मार्ग से उन्हें गुजरने दिया जा रहा है। क्षेत्र का कोई व्यक्ति यदि भारी भरकम टोल से बचने के लिए गांव के भीतर से होकर गुजरने वाले रास्तों से जाना चाहता है तो कंपनी के लोग बैरियर लगाकर उनका रास्ता रोक देते हैं। इतना ही नहीं रास्ता रोकने का कारण पूछने पर दुर्व्यवहार करते हुए जबरन वसूली का आरोप भी लगाया जाता है।

यहां हर दिन लड़ाई-झगड़े होते हैं लेकिन थाना पुलिस भी कुछ नहीं बोलती। आरोप है कि कम्पनी बेरोक टोक उक्त मार्ग पर भारी भरकम टैक्स वसूल रही है। इससे कंपनी को कई सौ करोड़ रुपये का लाभ हो सकता है। लेकिन आम-अवाम के जेब पर डाका डाला जा रहा है। सबसे चिंता की बात तो ये है कि हाईवे की उचित देखभाल नहीं की जा रही है।

देवबन्द में तो निर्माण कम्पनी द्वारा सड़क निर्माण के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई है। आबादी क्षेत्र में फ्लाईओवर के नीचे जहां सड़क की सूरत खराब हो गई है। आरोप यह भी है कि निर्माण में मानक के अनुरूप सामग्री नहीं लगाई गयी। इसके चलते आबादी क्षेत्र में सड़क गड्ढों में तबदील होने लगी है।

इससे नगर के लोग अपने आपको ठगा हुआ सा महसूस कर रहे हैं। फिलहाल, हाईवे निर्माण करने वाली कंपनी के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। रास्ते को रोक रोक कर टोल के नाम पर हो रही खुली लूट का पहले दिन से विरोध कर रहे विभिन्न संगठनों के जिम्मेदार लोग अब एक बार फिर आंदोलन के मूड में हैं।

कहीं चौड़ी तो कहीं टेढ़ी बनी है सर्विस रोड

देवबंद आबादी क्षेत्र के ऊपर से बनाए गए करीब चार किमी लम्बे फ्लाई ओवर के नीचे कम्पनी द्वारा कहीं चौड़ी तो कहीं पतली सर्विस लेन बनाई गयी है जबकि आबादी क्षेत्र में सर्विस लेन, साइकिल लेन व फुटपाथ बनाने की बात कहते हुए लोगों को धोखा दिया गया था। इतना ही नहीं विभिन्न स्थानों पर सड़क के बीच में खड़े कई धार्मिक स्थलों को अन्य स्थान पर शिफ्ट कराने के बजाए सड़क निर्माण का काम ही बीच में छोड़ दिया गया है।

आंदोलन करने के मूड में विभिन्न संगठन

आबादी क्षेत्र में फ्लाई ओवर के नीचे मानक अनुसार सर्विस रोड निर्माण कराने की मांग को लेकर शुरू से ही नगर के विभिन्न संगठन आंदोलनरत हैं। टोल में राहत व देवबंद आबादी क्षेत्र के भीतर सड़क सही किये जाने समेत अन्य मांगों को लेकर कई संगठन भूख हड़तााल भी कर चुके हैं।

निर्माण कम्पनी के अधिकारी मानक अनुरूप सड़क निर्माण का आश्वासन तो दे देते हैं लेकिन आज तक अपने आश्वासनों को अमली जामा नहीं पहना पाए हैं। ऐसे में चिंगारी अगर शोला बन जाए तो अचरज नहीं। प्रशासन के अधिकारी और पुलिस जरूर चुप्पी साधे हुए है।

What’s your Reaction?
+1
0
+1
0
+1
0
+1
1
+1
1
+1
0
+1
0
- Advertisement -

Recent Comments