- बाल-बाल बचा, हमलावर सीसीटीवी कैमरे में कैद खाली खोखे बरामद
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र शालीमार गार्डन में नकाबपोश बाइक सवार दो बदमाशों ने मेडिकल स्टोर संचालक पर पिस्टलों से फायरिंग कर दी। हमलावर फायरिंग के बाद मौके से फरार हो गए। फायरिंग में बाल बाल बचने पर संचालक ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और घटना की जानकारी की। पुलिस ने कारतूस के खाली खोखे बरामद किये हैं।
लिसाड़ी गेट क्षेत्र लक्खीपुरा निवासी तारिक पुत्र जाहिद हसन का शालीमार गार्डन के पास मेडिकल स्टोर है। उनके मेडिकल स्टोर के सामने अदनान नाम के युवक का भी मेडिकल स्टोर है। दोनों मेडिकल स्टोर मालिक में आपस में तनातनी है। मंगलवार की रात को दो युवक काफी देर से अदनान के मेडिकल स्टोर पर बैठे थे। इस बीच रात करीब साढ़े 11 बजे तारिक मेडिक ल स्टोर बंद करके बाइक से घर के लिए निकला था।
शालीमार गार्डन में तभी बाइक पर दो नकाब पोश युवक तारिक की बाइक का पीछा करते हुए आ गए। दोनों बदमाशों ने तारिक पर पिस्टल से फायरिंग कर दी और फरार हो गए। फायरिंग होते देख आसपास में अफरातफरी मच गई। देखते ही देखते ही आसपास लोगो की भीड़ जमा हो गई। उधर फायरिंग में तारिक बाल बाल बच गया। उसने तत्काल फोन पर पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और तारिक से बदमाशों के बारे में जानकारी की।
बताते हैं कि फायरिंग वाली घटना पूरी सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। पुलिस ने मौके से पिस्टल के खाली खोखे बरामद किये हैं। तारिक ने थाना लिसाड़ी गेट में अज्ञात हमलावरों के खिलाफ तहरीर दी है। पुलिस ने अदनान से हमलावरों के बारे में पूछताछ की है। पुलिस फायरिंग की घटना के बाद नकाबपोश बदमाशों की तलाश मे जुट गई है।
पौने दो करोड़ को लेकर व्यापारियों में जमकर मारपीट
लालकुर्ती थाना क्षेत्र शिवलोक कालोनी मे पौने दो करोड़ के लेनदेन पर व्यापारियों के बीच कहासुनी हाथापाई में बदल गई। मारपीट की सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को थाने ले गई। थाने में भी दोनों पक्ष एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। शिवलोक कालोनी निवासी विश्वनाथ बाटला का पब्लिकेशन का कारोबार है। उनकी बगल में शरद जैन टैक्सटाइल कारोबारी रहते हैं। शरद जैन का कहना है कि विश्वनाथ बाटला ने उनसे अपना मकान बेचने के नाम पर एक लाख 65 हजार रुपया लिया था,
लेकिन अब मकान नहीं बेचना चाहते हैं। रुपया मांगने पर धमकी देते हैं। मंगलवार को दोनों पक्ष रुपये के लेनदेन पर आपस में भिड़ गए। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर थाने में आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। विश्वनाथ का कहना है कि उसने पचास लाख रुपया उधार लिया था। लेकिन एक लाख पैंसठ हजार लेने वाली बात झूठ है। पुलिस ने दोनों पक्षों की तहरीर लेते हुए जांचपड़ताल शुरु कर दी है।