- उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग से जारी नई दरों में 50 पैसे से 1.50 पैसे प्रति यूनिट तक हुए कम
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: जनपद के छह लाख 48 हजार 624 शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को आने वाले दिनों में बिजली के बिल में कमी होने से कुछ राहत मिल सकती है। पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लि. के अंतर्गत आने वाले सभी 14 जिलों में 59 लाख 14 हजार 669 घरेलू उपभोक्ताओं को हर महीने 300 रुपये या अधिक बिजली बिल में लाभ मिल पाएगा।
उत्तर प्रदेश विद्युत नियामक आयोग की ओर से दो दिन पूर्व बिजली के नए टैरिफ की घोषणा की गई। जिसमें घरेलू उपभोक्ताओं के लिए काफी रियायत दी गई है। ज्यादा बिजली खर्च करने वाले शहरी घरेलू उपभोक्ताओं पर भी बिजली बिल का भार कम किया गया है। शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को नई बिजली दरों के मुताबिक शून्य से 150 यूनिट तक 5.50 रुपये प्रति यूनिट, 151 से 300 यूनिट तक 6.00 प्रति यूनिट, 300 से ज्यादा यूनिट पर 6.50 रुपये प्रति यूनिट की दर लागू होगी।
वहीं गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले शहरी उपभोक्ताओं के लिए 100 यूनिट तक तीन रुपया प्रति यूनिट की दर घोषित की गई है। ग्रामीण घरेलू उपभोक्ताओं के लिए जारी की गई नई बिजली दरों के अनुसार 100 यूनिट तक 3.35 रुपये प्रति यूनिट, 101 से 150 यूनिट तक 3.85 रुपये प्रति यूनिट,151 से 300 तक पांच रुपये प्रति यूनिट, जबकि 300 से ऊपर 5.50 रुपये प्रति यूनिट बिल लिया जाएगा।
गौरतलब है कि अभी तक शहरी घरेलू उपभोक्ताओं से सात रुपये प्रति यूनिट की दर से बिल वसूला जाता है। ऊर्जा निगम के सूत्रों की जानकारी के अनुसार वर्तमान में पीवीएनएल के 14 जिलों में 59 लाख 14 हजार 669 घरेलू उपभोक्ता हैं। इनमें मेरठ जनपद में छह लाख 48 हजार 624, बागपत जनपद में दो लाख 19 हजार 111, गाजियाबाद जनपद में आठ लाख 75 हजार 493, हापुड़ जनपद में दो लाख 37 हजार 153, बुलंदशहर जनपद में पांच लाख 10 हजार 973, मुजफ्फरनगर जनपद में चार लाख 50 हजार 319, शामली जनपद में दो लाख नौ हजार 76, सहारनपुर जनपद में पांच लाख 33 हजार 386, जीबी नगर जनपद में तीन लाख आठ हजार 260, मुरादाबाद जनपद में पांच लाख एक हजार 679, संभल जनपद में दो लाख 54 हजार 437, अमरोहा जनपद में दो लाख 67 हजार 844, रामपुर जनपद में तीन लाख 30 हजार 23 और बिजनौर जनपद में पांच लाख 68 हजार 291 घरेलू उपभोक्ता शामिल हैं।
अगर एक उपभोक्ता के महीने का बिजली खर्च 300 यूनिट प्रतिमाह तक माना जाए तो लाभान्वित होने वालों को औसतन एक रुपया यूनिट की दर से 300 रुपये महीने तक कम बिजली बिल आएगा। हालांकि यह केवल अनुमान है, जिसका सही आकलन करने का प्रयास अधिकारी कर रहे हैं। इसके बावजूद विभागीय अधिकारी यह मान रहे हैं कि 85 प्रतिशत तक उपभोक्ता नई दरों से लाभ उठा सकेंगे।
180 करोड़ प्रतिमाह तक कम हो सकता है रेवेन्यू
पश्चिमांचल के सभी 14 जिलों में 59 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को नई बिजली दरों में अगर प्रतिमाह 300 रुपये की कमी को आधार माना जाए, तो विभाग के राजस्व में लगभग 180 करोड़ रुपये महीना तक की कमी हो सकती है। हालांकि इसके बावजूद विभाग को कोई घाटा होने का अंदेशा नहीं है।
इसका कारण विभाग की एक प्रमुख योजना है, जिसके अंतर्गत वन ग्रिड, वन नेशन, वन फ्रीक्वेंसी को लागू किया गया है। जिसमें अपनी जरूरत से अधिक उत्पादन करने वाले राज्यों से दूसरे राज्यों को बिजली दिए जाने की व्यवस्था की गई है। एक अनुमान के अनुसार पूरे भारत में इस समय 3.5 लाख मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाता है।
जबकि इसके सापेक्ष अब तक सबसे अधिक खपत का औसत जून माह में दो लाख 20 हजार मेगावाट रहा है। अधिकारियों के मुताबिक सप्लाई कास्ट घटने के कारण परचेज कास्टिंग भी कम हो गई है। जिसके कारण रेवेन्यू में कमी होने के बावजूद घाटे का कोई अनुमान नहीं है।
बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस कार्यक्रम की तैयारियां शुरू
आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत शासन के निर्देशों के अनुपालन में जनपद मेरठ में बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस का आयोजन किया जाएगा। विभाग की ओर से इस आयोजन की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अधीक्षण अभियन्ता विद्युत विजयपाल सिंह ने बताया कि 29 जुलाई को चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर स्थित वृहस्पति भवन और 30 जुलाई को एनसीआर मेडिकल कॉलेज लालपुर हापुड़ रोड पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
अधीक्षण अभियंता विद्युत नगरीय वितरण मंडल मेरठ विजयपाल सिंह ने बताया कि शासन के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी दीपक मीणा के नेतृत्व में आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस पर उज्जवल भारत, उज्जवल भविष्य ऊर्जा/2047 के रूप में यह कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि 12 बजे से एनसीआर मेडिकल कॉलेज व दो बजे से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से ऊर्जा क्षेत्र में भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा आजादी से अब तक ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में विकास एवं भविष्य में प्राप्त होने वाली विकास की संभावनाओं का प्रदर्शन किया जाएगा।
कार्यक्रम में विभाग से संबंधित योजनाओं जैसे सौभाग्य योजना, दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, कुसुम योजना, वन नेशन वन ग्रिड, उपभोक्ता अधिकार, सोलर रूफ टॉप आदि योजनाओं का प्रदर्शन एवं ग्राम ऊर्जीकरण, विद्युत उत्पादन व पारेषण विषयों पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जाएगा।
भारत सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लाभार्थियों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में किए गए उत्तम कार्य के लिए संबंधित कार्मिकों को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रत्येक आयोजन स्थल पर 200 लोगों के सम्मिलित होने की व्यवस्था की जाएगी। स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम में विद्यार्थियों/लाभार्थी का प्रतिभाग कराया जाएगा। विद्यार्थियों को बिजली महोत्सव से संबंधित जानकारी भी आयोजित कार्यक्रम में उपलब्ध कराई जाएगीा।
संपूर्ण कार्यक्रम के लिए प्रबंध निदेशक उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड को नोडल अधिकारी नामित किया गया है। आयोजित होने वाले कार्यक्रम में पिछले 75 वर्षों में राज्य द्वारा ऊर्जा के क्षेत्र में प्राप्त उपलब्धियों को प्रदर्शित करते हुए आगामी 25 वर्षों के लिए रोड मैप पर भी विस्तृत चर्चा की जाएगी।