- कई व्यापारियों की ली थी जान, दहशत में कर गए थे पलायन
जनवाणी संवाददाता |
कैराना: एक समय पश्चिमी उप्र के दुर्दांत अपराधी रहे मुकीम काला की चित्रकूट जेल में गैंगवार में हत्या को ऐसे परिवार जिनको काला ने सताया था या फिर उनके परिवार के सदस्यों की जान ली थी, वे मुकीम की मौत को कुदरत का इंसाफ मानकर अपना मन शांत कर रहे हैं।
कैराना में 24 अगस्त 2014 में आयरन स्टोर के मालिक ममेरे भाई राजेन्द्र उर्फ राजू व शिवकुमार उर्फ शंकर की हत्या मुकीम गिरोह ने की थी। शिवकुमार की हत्या के बाद उनके बच्चे व पत्नी दूसरे शहर जाकर रहने लगे थे। शिवकुमार का छोटा भाई मुजफरनगर में रहता है।
शिवकुमार के भाई ने बताया कि उनके परिवार को मुकदमें से कोई लेना देना नहीं है, ना ही वो कभी मुकदमें की तारीख पर कोर्ट नहीं गए और न ही उनको पता कि मुकदमें में क्या चल रहा है। मुकीम काला ने उनके भाई की हत्या की थी। अब गैंगवार में मुकीम की हत्या हो गई, यह भगवान द्वारा पापी को दी गई सजा है। उनके भाई को इंसाफ भगवान ने दिला दिया।
दूसरी ओर, मृतक तालिब उर्फ कल्लू के भाई फुरकान ने बताया कि उनको कई बार गवाही नहीं देने के लिए धमकी मिली थी। अभी तक गवाही नहीं हुई थी। लेकिन अल्लाह ने इंसाफ कर दिया।
15 मार्च मुकीम और गुर्गों की डीजे कोर्ट में हुई थी पेशी
पहले राजस्थान व फिर हरियाणा की जेल में रहने के बाद करीब 6 माह पूर्व यूपी पुलिस ने मुकीम काला के विरूद्ध मुकदमों में तेजी लाने के लिए मुकीम को सहारनपुर जेल में शिफ्ट कराया था। गत 15 मार्च को सहारनपुर जेल से मुकीम काला, दिल्ली की मंडौला जेल से मुन्शाद खंद्रावली, हरियाणा की कुरूक्षेत्र जेल से सादर तीतरो एवं हरियाणा की जगाधरी जेल से डा. इसरार खुरगान को कैराना स्थित जिला कोर्ट में कड़ी सुरक्षा की बीच लाया गया था। जिला कोर्ट में मुकीम काला के उपर जिला शामली में दर्ज सभी मुकदमों का चार्ज लगा दिया गया था लेकिन कोई गवाही नहीं हुई थी।
कूड़े के ढेर बरामद हुए थे जेवरात-हथियार
19 अक्टूबर 2015 को नोएडा व मेरठ एसटीएफ ने नोएडा गेट के पास स्विफट डिजायर गाडी में आ रहे मुकीम काला व साबिर जंघेडी को गिरफतार किया था। इससे अगले दिन एसटीएफ आईजी सुजीत पांडेय के नेतृत्व में एसटीएफ दोनों बदमाशों को लेकर कैराना पहुंची थी। उसके बाद मुकीम के गांव जहानपुरा के जंगल में कूडे के ढेर से काफी मात्रा में सहारनपुर के तनिष्क शोरूम में डकैती में उड़ाए सोने के जेवर व हथियार बरामद किए थे। कैराना कोतवाली में ही दोनों बदमाशों की प्रेसवार्ता के बाद उनको कोर्ट में पेश किया गया था।