- लाखों रुपये के खरीदे गए रिक्शा कबाड़े में तब्दील
जनवाणी संवाददाता |
लावड़: नगर पंचायत लावड़ में भ्रष्टाचार का बोल बाला लगातार बढ़ रहा है। नगर पंचायत द्वारा सरकारी पैसों का बंदरबाट किया जा रहा है। लाखों रुपये की कीमत से नगर पंचायत द्वारा रिक्शे खरीदे गए थे, लेकिन यह रिक्शे धूल फांक रहे हैं। इन रिक्शों को किसी भी प्रयोग में नही लिया गया है।
जिसके चलते आज यह रिक्शे कबाड़े में तब्दील हो गए है। नगर पंचायत द्वारा लाखों रुपये के खरीदे गए इन उपकरणों को अगर इस्तेमाल किया जाता तो यह कबाड़े में तब्दील होने से बच जाते। खुलेआम नगर पंचायत में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जा रहा है।
हालांकि नगर पंचायत के सभासदों का यह आरोप है कि नगर पंचायत द्वारा जो भी सामान की खरीद-फरोख्त की जा रही है। उस सामान को कई गुना दामों में बढ़ाकर लिया जा रहा है। कई बार इसकी शिकायत प्रशासनिक अधिकारियों से की गई, लेकिन इसके बाद भी आज तक कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
वहीं, इस संबंध में ईओ नगर पंचायत लावड़ सुधीर सिंह का कहना है कि नगर पंचायत में जो भी सामान की खरीद-फरोख्त में पूरी तरह से पारदर्शिता बरती जा रही है। सभासद बेवजह मामले को तूल देने में लगे हुए है। नगर पंचायत में भ्रष्टाचार पनपे नहीं दिया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री से मिले सभासद ईओ की शिकायत की
नगर पंचायत के 14 सभासद भ्रष्टाचार के खिलाफ लामबंद हो गए। सभी सभासदों ने शनिवार को केंद्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान एक कार्यक्रम में लावड़ आए थे। सभी सभासदों केंद्रीय मंत्री से मिले और नगर पंचायत के भ्रष्टाचार के सम्बंध में पूर्ण जानकारी दी। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री ने नगर पंचायत के ईओ सुधीर सिंह से फोन पर वार्ता की और नाराजगी जाहिर करते हुए भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के निर्देश दिए।
प्रभारी मंत्री के संज्ञान में डाला भ्रष्टाचार प्रकरण
उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा एवं मेरठ के प्रभारी मंत्री से जनवाणी अखबार में प्रकाशित हुई लावड़ नगर पंचायत के भ्रष्टाचार की शिकायत की खबर को उनके संज्ञान में डाला गया। प्रभारी मंत्री ने जल्द ही इसका संज्ञान लेते हुए अधिशासी अधिकारी पर कार्रवाई कराने की बात कही है।
सस्पेंड बाबू के खिलाफ मांगी जानकारी
मलियाना निवासी राहुल ने सस्पेंड चल रहे बाबू असलम की नियुति से सम्बंधित जानकारी आरटीआई के तहत मांगी है। मांगी गए जवाब में कहा गया कि आखिर सफाई कर्मचारी के पद पर तैनात होने वाले कर्मचारी को कैसे बाबू बना दिया। इसकी जानकारी दी जाए।