- सिटी रेलवे स्टेशन का सूरत-ए-हाल
- एक-दूसरे प्लेटफार्म तक आने-जाने के लिए लापरवाही करते हैं यात्री
- न तो यात्री जागरूक और न ही रेलवे पुलिस अलर्ट, हादसों से भी नहीं लिया सबक
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: सिटी रेलवे स्टेशन पर एक-दूसरे प्लेटफार्म पर आने-जाने के लिये यात्री जान जोखिम में डाल रहे हैं। हाल ही में कासिमपुर रेलवे फाटक, परतापुर या फिर दौराला क्षेत्र में हुए ट्रेन हादसों से भी कोई सबब न तो यात्रियों ने लिया और न ही जीआरपी व आरपीएफ पुलिस का कोई अलर्ट दिखाई दिया।
रेलवे स्टेशन पर एक-दूसरे फ्लेटफार्म पर आने-जाने के ओवरब्रिज का इस्तेमाल यात्रियों के द्वारा कम ही किया जाता है। टिकटघर से प्लेटफार्म तक जाने के लिए अक्सर यात्री रेलवे ट्रेक से होते हुए पटरी पार कर दूसरे प्लेटफार्म पर पहुंचते हैं। जिस प्लेटफार्म पर उनके गणतव्य तक जाने के लिए ट्रेन आने वाली होती है।
कंकरखेड़ा क्षेत्र के कासमपुर रेलवे फाटक पर 29 अक्टूबर 2023 को वंदेभारत ट्रेन की चपेट में रेहड़ा आ जाने के कारण एक बड़ी ट्रेन दुर्घटना घटित हुई थी। जिसमें कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के अशोकपुरी निवासी नरेश अपनी पत्नी लक्ष्मी ओर दो पुत्रियों के साथ रेहड़ा लेकर वापस घर लौट रहा था। रेहड़ा में पत्नी व दोनों बेटी पीछे बैठे हुए थे। फाटक बंद होने के बाद भी वह रेहड़ा नीचे से निकालने लगा,
इसी बीच देहरादून की तरफ से वंदेभारत ट्रेन आ गई। जिसकी चपेट में आकर उसकी पत्नी व दोनों बेटियों की मौत हो गई थी। उधर, गत नौ जून की रात पबरसा गांव के सामने रेलवे ट्रेक पर थाना भावनपुर क्षेत्र के जयभीमनगर निवासी 22 वर्षीय विनोद की मौत हो गई थी। जिसमें वह भराला निवासी अपने मामा आशु के यहां पर रहता था।
उधर, चार वर्ष पूर्व परतापुर थाना क्षेत्र के पूठा रेलवे फाटक के निकट दो युवकों की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई थी। जिनकी शिनाख्त विक्रांत व संजय के रूप में हुई थी, जोकि मलियाना क्षेत्र के रहने वाले थे। वहीं, दूसरी ओर परतापुर के कुंडा क्षेत्र में दो अलग-अलग ट्रेन हादसों में दो युवकों की मौत हो गई। जिसमें पहला हादसा कुंडा रेलवे फाटक के निकट हुआ।
जिसमें शनिवार सुबह दिल्ली की तरफ से आ रही वंदेभारत की ट्रेन की चपेट में आकर पिलखुवा निवासी रवि की मौत हो गई। दूसरा रेलवे सड़क हादसा परतापुर के निकट हुआ। जिसमें ट्रेन से फाटक के निकट उतरते समय ट्रेन की चपेट में आकर मौत हो गई।
उधर, गाजियाबाद क्षेत्र में भी टेन की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौत हो गई। लगातार ट्रेन हादसे बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन न तो यात्री ही जागरूक हो रहे हैं और न ही रेलवे के नियम का पालन कर रहे हैं और न ही जीआरपी व आरपीएफ पुलिस फोर्स ही अलर्ट दिखाई दे रहे हैं।
ट्रेन हादसों को लेकर जीआरपी पूरी तरह से गंभीर है, जिसमें प्लेटफार्म पर पुलिस कर्मियों द्वारा गश्त करते हुए रेलवे ट्रैक पार नहीं करने की चेतावनी दी जाती है, साथ ही कुछ लोगों पर सख्ती भी की जाती है, उसके बावजूद यात्री जल्दबाजी के चक्कर में जान जोखिम में डालने से नहीं डरते। -विनोद कुमार, थानाध्यक्ष, जीआरपी, मेरठ सिटी स्टेशन