- नाको का सभी संक्रमित मरीजों को नयी दवा देने का फैसला
जनवाणी संवाददाता |
मेरठ: एड्स की इजाद की गयी नयी दवा में शरीर पर पड़ने वाले दुष्परिणामों से मरीजों को उतना खतरा अब नहीं होगा जितना की पहले हुआ करता था। चिकित्सकों का दवा है कि जो नयी दवा आयी है। उससे एड्स रोगी जल्दी रिकवरी करने के साथ ही अन्य बीमारियों से भी बचे रहेंगे।
इसी लिए तय किया गया है कि नयी दवा संक्रमित रोगियों तक शीघ्र पहुंचे इसी के चलते नेशनल एड्स कंट्रोल सोसाइटी के निर्देश पर सूबे के एआरटी के तमाम सेंटरों पर नयी दवा की खेप भिजवा दी है। एड्स रोगियों की देखभाल व सुविधा के लिए राज्य में जिला स्तर पर आईटीसी सेंटर मौजूद हैं। यहां एचआईवी की मुफ्त जांच की सुविधा मुहैय्या करायी गयी है।
मेरठ में ये सुविधा जिला अस्पताल में मौजूद है। जिला अस्पताल के सीएमएस डा. हीरा सिंह ने बताया कि जनपद के एआरटी सेंटर पर करीब 10 हजार एड्स संक्रमित पंजीकृत हैं। नयी दवा के जो टेस्ट परिणाम आए हैं उनसे चिकित्सक भी खासे उत्साहित हैं। उनको उम्मीद है कि मेरठ के सभी संक्रमित एड्स मरीजों को ये दवा मिलने से रिकवरी रेट भी बढ़ेगा।
हालांकि प्रदेश के कुछ बडे शहरों में इस दवा की खेप पहले ही भिजवा दी गयी है। एड्स संक्रमण की चपेट में आने वाले नए मरीजों को अब नयी एंटीरेट्रो वारयल थेरेपी दी जाएगी। ये बिलकुल मुफ्त है। जनपद की एआरटी के प्रभारी डा. अरुणिमा पांडे ने बताया कि एचआईवी मरीजों को पहले टीएलई डोज दी जाती थी।
इसमें टेनोफोविर, लैमीवुडिन व ए फाविरेंज की डोज दी जाती थी। अब नयी डोज में ए फाविरेंज को हटा दिया गया है। अब जो टीएलडी डोज दी जाएगी उसमें टोनोफोविर, लैमीवुडिन व डॉल्यूटेग्राविर को शामिल किया गया है। ये दवा एड्स पीड़ितों के लिए बेहद मुफीद साबित हुई है। टेस्ट में उसके परिणामों से चिकित्सक खासे उत्साहित हैं। ये वायरस पर अधिक प्रभावशाली होने के अलावा साइड इफेक्ट का भी खतरा नहीं है।