- वनकर्मियों ने ग्रामीणों को दिए सुरक्षा के टिप्स
जनवाणी संवाददाता |
किठौर: तेंदुआ और शावक दिखने के बाद से ललियाना व छुछाई के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। पिछले दो दिन से ग्रामीण सतर्कता के साथ सामूहिक रूप में जंगल जा रहे हैं। उधर धरपकड़ के लिए पेट्रोलिंग कर रही वन विभाग की टीम ने भी ग्रामीणों को पूर्ण सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
रविवार को छुछाई-ललियाना संपर्क मार्ग पर जूनियर स्कूल के पास एक तेंदुआ न सिर्फ सड़क पार करते दिखा बल्कि उसने ललियाना निवासी स्कूटी सवार तालिब पर झपटने का प्रयास भी किया गनीमत रही कि तालिब हमले से बच निकला। आसपास में काम कर रहे ग्रामीणों ने इस भयावह दृश्य को कैमरे में कैद कर वनाधिकारियों को सूचना दी। जिस पर वन क्षेत्राधिकारी हरज्ञान सिंह टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तेंदुए की तलाश में घंटों कांबिंग की, लेकिन खेतों में जलभराव के कारण न तो तेंदुआ मिला न पदचिह्न।
बहरहाल तेंदुए की हरकत से घबराए ग्रामीणों ने वनाधिकारियों से तेंदुए को पकड़ने या उससे सुरक्षा का माकूल बंदोबस्त करने की मांग की। जिस पर वन क्षेत्राधिकारी ने तेंदुए की निगरानी के लिए तीन टीमें गठित कर 8-8 घंटे पेट्रोलिंग के निर्देश दिए हैं। वन क्षेत्राधिकारी ने ग्रामीणों को भी हाथ में डंडा लेकर बातचीत करते चलने, सामूहिक रूप से जंगल जाने, जल्द काम निपटाने के साथ पूर्ण सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
तेंदुआ दिखना अचंभा नही
वन क्षेत्राधिकारी हरज्ञान सिंह ने बताया कि सेंचुरी एरिया के आसपास तेंदुआ दिखना अचंभे की बात नही। सालौर, छुछाई, ललियाना, असीलपुर, जड़ौदा, भड़ौली, सादुल्लापुर महलवाला, भगवानपुर बांगर, शाहजहांपुर, फतेहपुर आदि गांवों का जंगल तेंदुए की सर्वोत्तम शरणस्थली है। बरसात के मौसम में गंगा के तराई क्षेत्र में जलभराव होने पर तेंदुआ शरण के लिए ऊपरी जंगल का रुख करता है। यहां के बागों गन्ने के खेतों में तेंदुए को रहने और गीदड़, कुत्ते, सेह के रूप में खाने की पर्याप्त व्यवस्था हो जाती है।
जड़ौदे के ढाके भी तेंदुए का वास
छुछाई, ललियाना, गोविंदपुर से सटा गांव जड़ौदा है। यहां के ढाकों में भी तेंदुओं का वास है। क्योंकि ढाकों के पास तलाब और मुर्दा मवेशी का स्थान है। ऐसे में यहां कुत्तों की भरमार रहती है। कुत्ता, गीदड़, बकरी तेंदुए का फेवरेट भोजन है। कुत्ते मुर्दा मवेशी के चक्कर में तलाब किनारे पहुंचते हैं तो तेंदुआ वहीं उन्हें दबोच लेता है। तलाब में पीने के लिए पानी और रहने के लिए ढाकों के झूंड-झाड़ मिल जाते हैं। जड़ौदा में कई बार तेंदुए परिवार देखे गए हैं। दस साल पहले यहां से एक तेंदुआ वन्य जीव संरक्षण टीम के विशेषज्ञों ने बेहोश कर पकड़ा था।
सरधना में पेट्रोल पंप पर शेर जैसे जानवर की सूचना से हड़कंप
सरधना: नगर के एक पेट्रोल पंप पर रात को शेर जैसे जानवर की आने की सूचना जंगल में आग की तरह फैल गई। इतना ही नहीं, एक पेट्रोल पंप पर शेर जैसे जानवर के टहलते हुए की वीडियो भी दिनभर सोशल मीडिया पर वायरल होती रही। हालांकि जांच करने पर पता चला कि वीडियो सरधना की नहीं है। मगर इस सच को लोगों तक पहुंचाने के लिए वन विभाग के भी पसीने छूट गए। पुष्टि किए बिना ही लोग पेट्रोल पंप पर शेर जैसे जानवर की वीडियो लगातार वायरल करते रहे।
दरअसल, सोमवार सुबह किसी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो डाल दी। जिसमें एक पेट्रोल पंप पर शेर जैसे जानवर टहलता हुआ नजर आ रहा था। वीडियो पर खिला गया कि सरधना में कालंद रोड स्थित पेट्रोल पंप पर रात को शेर जैसे जानवर आ गया था। बस फिर या था, लोगों ने पुष्टि किए बिना ही वीडियो को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। सरधना में शेर जैसे जानवर आने की सूचना से लोगों में हड़कंप मच गया। पूरे दिन वीडियो सोशल मीडिया पर घूमता रहा। वन विभाग के अधिकारियों को इसका पता चला तो उन्होंने जांच शुरू कर दी।
जिसमें पाया कि वीडियो सरधना की नहीं है। वीडियो पुरानी है और किसी अन्य क्षेत्र की है। जिसके बाद लोगों को जागरूक करने का काम किया गया। मगर लोग वीडियो वायरल करने से फिर भी बाज नहीं आए। इस संबंध में डिप्टी रेंजर सौरभ अवस्थी ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो सरधना का नहीं है। किसी ने बाहर क्षेत्र का वीडियो सरधना के नाम से वायरल कर दिया था।